इन सात मूल नियमों को अपनाकर आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं
नमस्कार दोस्तों
सफलता, जिसके मायने हर व्यक्ति के लिए अलग होते है। किसी के लिए ढेर सारा पैसा कमा पाना सफलता है। तो किसी के लिए इज्जत, शोहरत, सम्मान, मेडल, ट्रॉफी पाना सफलता है। तो किसी के लिए अच्छा स्वास्थ्य, मानसिक शांति, अंदरूनी खुशी और परिवार में एकता और प्यार सफलता है।

सफलता के मायने आपके लिए भले ही कुछ भी हो। लेकिन सफलता पाने के कुछ ऐसे नियम हैं जिनका पालन अधिकतर सफल लोग अपने जीवन में हर समय करते हैं। उन्हीं नियमों में से आज आप सीख सकते हैं 7 ऐसे खास नियम जिन्हें आप अपने जीवन में अपनाकर अपने जीवन के हर क्षेत्र में ख़ुशी और सफलता पा सकते हैं।
नंबर 1. लक्ष्य
सफल लोग अपने जीवन में सबसे पहले लक्ष्य निर्धारित करते हैं। आपने यह शायद ही बिना लक्ष्य वाले किसी व्यक्ति की कोई सफलता की कहानी सुनी होगी। बिना लक्ष्यो के आपकी दिशा निर्धारित नहीं हो सकती। बिना दिशा के आप भविष्य में खुद को किसी ऐसी जगह पाएंगे जहां पहुंचना, ना तो आप की योजना रही होगी ना ही आपका इरादा। इसीलिए आपके जीवन की सबसे पहली प्राथमिकता खुद के लिए लक्ष्य निर्धारित करना होना चाहिए। आपको ये मालूम होना चाहिए कि आप अपने जीवन में क्या करना चाहते हैं? अपने लक्ष्य को डिटेल में लिखे कि आपके जीवन का बड़ा लक्ष्य क्या है?उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए आपको क्या करना होगा? किसी भी बड़े लक्ष्य को एक दिन में हासिल नहीं किया जा सकता। उस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य बनाएं और साथ ही उस बड़े लक्ष्य को पाने का आपके पास अगर strong reason होना जरूरी है। यानी कि आपका "why" कि आपको वो लक्ष्य क्यों पाना है। क्योंकि लक्ष्य के चलते बहुत सी रुकावटें और परेशानियां भी आयेगी। कुछ गलतियां भी होंगी। Failures भी आएंगे। लेकिन यदि लक्ष्यों के साथ आपके पास कोई strong "why" भी है। तो आपका वो "why" आपको निरंतर ऊर्जा देता रहेगा, लगन के साथ आगे बढ़ने के लिए। लगन वो डोर है जो आपसे वो करवा सकती है जिसे करना सबके बस में नहीं होता।
नंबर 2. जिम्मेदारी
सफल लोग अपने प्रत्येक कार्य की जिम्मेदारी स्वयं उठाते हैं।सफलता की भी और असफलता की भी। जीवन में आने वाली असफलताओं के लिए वे ना तो दूसरों को दोष देते हैं ना बहाने बनाते हैं। वह अपने failures से सीखते हैं और जिम्मेदारी से दोबारा आगे बढ़ जाते हैं। परेशानियां, रुकावटें, फैलियर्स जीवन का एक हिस्सा है। लेकिन विपरीत परिस्थितियों में अक्सर लोग टूट जाते हैं और जो नहीं टूटते हैं उनमें से कुछ लोग रिकॉर्ड तोड़ते हैं। परेशानी आने पर परेशानियों के बारे में सोचने से बेहतर है, आप अपनी पूरी एनर्जी को समस्या का हल खोजने में लगाएं। और सोचो कि आप की योजना कैसे कामयाब होगी। बड़ी कामयाबी की इच्छा रखते हैं तो बड़ी समस्याओं के लिए भी खुद को तैयार रखें। Failures के लिए परिस्थितियों को दोष देने से पहले failures से सीखो और बेहतर निर्माण की दिशा में फोकस होकर काम करते रहो।नंबर 3. Self discipline
यानी कि आत्म अनुशासन, एक ऐसा नियम जिसका पालन सभी सफल लोग अपने जीवन मे बड़ी ही दृढ़ता से करते हैं। आप कितने अनुशासित है उसका पता तब चलता है जब आप अकेले होते हैं। क्योंकि यही वह समय होता है जब आप के असली चरित्र का निर्माण होता है। जब ना तो कोई आपके पास रोकने टोकने वाला होता है और ना ही आपको कोई देखने वाला। उस वक्त आप अपने समय को कैसे यूज करते हैं। उस वक्त अकेले में आप सोशल मीडिया, टीवी, वीडियो गेम आदि में अपना समय बिताते हैं या उस समय भी कुछ ऐसा करते हैं जो आपके भविष्य निर्माण में आपके लक्ष्य को पाने में आपकी मदद करेगा। जिन लोगों के पास खुद का कोई मकसद होता है और अपने मकसद के लिए जनून, तो उनके खुद को अनुशासित रखना मुश्किल नहीं होता। क्योंकि यदि आपके जीवन में कोई मकसद है तो आप भीड़ में हो या अकेले में। कोई भी डिस्ट्रक्शन destruction आपको destruct नहीं कर सकता। यही समय आपके चरित्र निर्माण और आपके अनुशासन की परीक्षा का समय होता है। इस परीक्षा में यदि आप स्वयं से बेईमानी नहीं करते। तो आप समझ लें कि आप सफलता के रास्ते पर दूसरों से कई कदम आगे हैं।नंबर 4. खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करते रहना
सफल लोग खुद को बेहतर बनाने के लिए खुद पर भी निरंतर काम करते रहते हैं। क्योंकि सफलता पा लेने के बाद सफलता को बरकरार रखना भी जरूरी है। बदलते समय और बदलती टेक्नोलॉजी के साथ निरंतर खुद को बदलना और खुद को अपडेट रखना और साथ ही साथ हर रोज कुछ नया सीखना भी जरूरी है। जिससे आर्थिक और आध्यात्मिक दोनों रूप से फायदा होता है। क्योंकि सफल लोग इस बात को अच्छे से जानते हैं कि more you learn, more you earn.नंबर 5. Leaders are readers
सभी सफल लोग बहुत पढ़ते हैं। उनका पसंदीदा टाइम पास है रीडिंग। आज जहां एक तरफ सोशल मीडिया और स्मार्टफोन ने हर इंसान को जरूरत से ज्यादा बिजी कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ सफल लोग बिजी होने के बावजूद, रीडिंग करने के लिए अपने बिजी दिनचर्या में से कुछ ना कुछ समय निकाल ही लेते हैं, अकेले रहकर रीडिंग करने के लिए। क्योंकि वे ये बात अच्छे से जानते हैं कि रीडिंग उनके माइंड और उनके भविष्य में उनकी मदद करती है। यदि आप अपने जीवन में सोशल मीडिया के बजाय, रीडिंग को अपना ले। तो आप स्वयं इस अंतर को कुछ ही दिनों में महसूस करने लगेंगे। यदि आपको रीडिंग करना पसंद नहीं है तो आप ऑडियोबुक सुन सकते हैं। हर दिन आपके पास ऐसा बहुत सा समय होता है जहां आप कुछ खास काम नहीं करते। जैसे सुबह के समय या जिम के समय, नहाते समय, कार बस या मेट्रो में सफर करते समय जब आप कुछ खास नहीं कर रहे उस समय आप ऑडियो बुक सुनकर समय को बेहतर बना सकते हैं। कुछ नया सीख सकते हैं। सफल लोग अकेले रहना पसंद करते हैं क्योंकि यही समय उनके स्वयं के विकास का होता है।नंबर 6. Time management
सफल लोग बिजी होने के बावजूद बहुत अच्छे से जानते हैं कि समय को कैसे मैनेज करना है। असफल लोग अपने कामों को लेकर हमेशा घबराए रहते हैं। क्योंकि उनकी "to do" लिस्ट में बहुत ज्यादा काम होते हैं। लेकिन उन्हें मैनेज कैसे करना है, उसका उनको ज्ञान नहीं होता। सफल लोग अपने सभी कामों को प्राथमिकता के आधार पर चुनते हैं। जिन कामों में उन्हें ज्यादा लाभ हो सकता है। उन्हें वे पहले करते हैं और जो काम कम महत्व रखते हैं उन्हें वह सबसे अंत में करते हैं। सफल लोग अपने सभी कामो की प्लानिंग एडवांस में करते हैं। अपने दिन, हफ्ते और महीनों की प्लानिंग, वे बहुत ही स्पष्ट रूप से करते हैं कि लक्ष्यो तक पहुंचने के लिए उन्हें अपने कामों को कैसे पूरा करना है। इसलिए यदि आप भी सफल होना चाहते हैं तो अपने हर दिन का, हर हफ्ते का और हर महीने की प्लानिंग को एडवांस में करके चले।नंबर 7. Risk
सफल लोग रिस्क लेते हैं। वे जानते हैं कि अगर सपना बड़ी सफलता का है तो रिस्क भी बड़ा लेना होगा। ऐसे मौके हर इंसान के जीवन में आते हैं। जब वह मौके पर रिस्क उठा कर कुछ बड़ा कर सकता है। लेकिन रिस्क लेने से अधिकतर लोग पीछे हट जाते हैं और मौके पर चौका लगाने से चूक जाते हैं। लेकिन सफल लोग को रिस्क लेने से ज्यादा डर उस पछतावे से लगता है जो उन्हें मौके पर रिस्क न लेने के वजह से बाद में जीवन भर होता रहेगा। अगर आप अपने जीवन में रिस्क नहीं उठाएंगे तो आप गारंटी वो लाइफ जीयेंगे जो आप जीना नहीं चाहते। या फिर आप रिस्क उठा कर उस सफल लाइफ की कोशिश कर सकते हैं जो आप जीना चाहते हैं।दोस्तो, मुश्किलें और failures लाइफ का एक हिस्सा है। इनसे डरकर quit करने से बेहतर है इन्हें चुनौती मान अपने लक्ष्यों के दिशा में आगे बढ़ते रहे और निरंतरता बनाए रखें। क्योंकि यह मायने नहीं रखता कि आप कितना धीमे चले। मायने यह रखता है कि आप रुके कब तक नहीं। आपके रास्ते की मुश्किलें ही सफल होने पर आपकी कहानी को interesting बनाएगी। आप हर परिस्थिति में अपना 100 percent देते रहेंगे। आप मत भूले कि अपने हाथ पॉकेट में डाल कर या बहुत अधिक safe zone में रहकर, सफलता की सीढ़ियां नहीं चढ़ सकते।
धन्यवाद।

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