यह तरीका आपको आलस से दूर भगा देगा

* आलस को कैसे दूर करें: हर रोज बड़े सपने सजाते हो, सुबह जल्दी उठने से लेकर रात के सोने तक। अपने पूरे दिन, हफ्तों, महीना और सालों तक, सब कुछ बढ़िया से प्लान भी करते हो; लेकिन तुम्हारी हर प्लानिंग तुम्हारे आलस के सामने फेल हो जाती है; क्योंकि हम में से ज्यादातर लोगों की दिन की शुरुआत ही खुद के दृंढ संकल्प को तोड़ने से होती है। जब तुम्हारा आलस तुम्हें अनेकों रीजन देता है, कुछ देर सोने के लिए और तुम अपना अलार्म बंद कर खुद को समझाते हो कि कल से 'पक्का' और फिर से मीठी नींद में खो जाते हैं और जाने अनजाने में तुम दिन की शुरुआत में ही अपने आलस के हाथों हार जाते हो। तुम्हारी सफलता के रास्ते में सबसे बड़ी रुकावट है, तुम्हारी आलस। जो तुम्हारे हर संकल्प के लिए देता है, एक विकल्प आराम और आसान जिंदगी का, 'आज से नहीं कल से पक्का' और वो कल कभी आता नहीं और आज कभी रुकता नहीं। तुम अगर आज अपना आलस के सहारे मजबूर होकर बहाने बनाने में लगाओगे तो भविष्य कहां से बनाओगे।

      डर, चिंता और निराशा जैसे दौड़ते नकारात्मक विचारों का परिणाम है, आलस और यह आलस ही तुम्हारे लक्ष्य के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा है। जीवन एक युद्ध है और इस युद्ध में आलस ही तुम्हारे सपनों का सबसे बड़ा दुश्मन है। आलस तुम्हारे शरीर के नहीं, बल्कि तुम्हारे मन की दुर्बलता का भी परिणाम है। जिसमें तुम्हारा मन कंफर्ट जोन से बाहर निकलना नहीं चाहता और तुम आज के कामों को कल पर टालते रहते हो और जिस कल पर काम पर टालते हो, वो कल कभी आता ही नहीं और आज भी हाथ से निकल जाता है और परिणाम में मिलता है, तो क्या केवल 'पछतावा'।

     सोते रहो और दुनिया को कोसते रहो, बैठे रहो आलसी बनकर किस्मत के सहारे और करते रहो इंतजार, कि कभी तो दिन आएंगे तुम्हारे। आलस तुम्हारे मन का वो मक्कड़ जाल है, जिसमें यदि तुम एक बार फसते हो तो, फिर फसते ही चले जाते हो। अगर आलस तुम्हें अच्छा लगने लगा है तो अच्छे भविष्य के सपने को भूल जाओ। कंफर्ट जोन का आराम जिसको भाहता है, वो जीवन भर पछताता हैं। यदि तुम आलसी हो तो दरिद्रता तुम्हारी अपने आप दोस्त बन जाएगी; क्योंकि यदि तुम अपना वर्तमान आलस में गुजारोगे तो तुम्हारे भविष्य को अंधकार में जाने से कोई नहीं रोक सकता।

      एक बात अपने दिमाग में अच्छे से डाल लो, जो करना है वो आज करो और अपना कल सवार लो। वरना बैठे रहो आलसी बनकर अपने कंफर्ट जोन में और अपना कल बिगाड़ लो। आलसी होना तुम्हारी अपनी चॉइस है। आलस तुम्हें नहीं चुनता, तुम आलस को चुनते हो। किसी भी काम को ना करने के या कल पर टालने के सैकड़ों बहाने ढूंढ लेते हो। काम चोरी तुम्हारी आदत बन जाती है और कर्मों की जगह किस्मत पर भरोसा करने लगते हो। अगर जिंदगी में कुछ करना है तो आलसी बनकर काम चोरी के बहाने नहीं काम करने के बहाने ढूंढो वरना जिंदगी गुजर जाएगी, सिर्फ शिकायतें और अफसोस और दुनिया को दोष देने में।

      तुम्हारी निराशा, नकारात्मकता और हर असफलता के लिए केवल एक ही व्यक्ति जिम्मेदार है और वो हो स्वयं "तुम"। पढ़ाई, नौकरी, बिजनेस और अच्छी बॉडी या जो भी तुम्हारा सपना है, अगर वो पूरा नहीं हो पाता तो उसके लिए केवल तुम जिम्मेदार हों। यदि तुम अपनी लाइफ बदलना चाहते हो तो पहले खुद को बदलो, खुद के विचारों को बदलो, निकाल दो नकारात्मक विचारों को, छोड़ दो हर समस्याओं के लिए शिकायतें करना और छोड़ दो इस बात का अफसोस करना कि तुम आज तक कुछ खास नहीं कर पाए और ध्यान दो इस बात पर कि तुम आलस को त्यागकर आज से और अभी से क्या कर सकते हो। 

यदि वजन को मेंटेन करना है या बॉडी बनानी है तो आलस को त्यागकर जिम जाओ, रनिंग करो और अपने खाने-पीने का ध्यान रखो और यदि एग्जाम में टॉप करना है तो फालतू की दोस्ती-यारी, मोबाइल, टीवी, वीडियो गेम्स, सोशल मीडिया आदि में अपने इस कीमती समय को बर्बाद मत करो और पूरी तरह से अपनी पढ़ाई पर फोकस करो। यदि बिजनेस करना है या किसी बड़ी कंपनी में नौकरी पानी है तो अनुशासन के साथ अपना पूरा ध्यान उन चीजों पर केंद्रित करो, जो चीजें सीखने या करने से तुम्हें तुम्हारे लक्ष्य के ओर करीब नजदीक ले जाएगे।

      आलस का त्याग करो, यदि खुद से ईमानदार हो गए तो  खुद को बेहतर जान पाओगे। लाइफ चमत्कारों से भरी है, लेकिन लाइफ में चमत्कार स्वयं नहीं होते। संभावनाएं इंतजार कर रही है, तुम्हारी शुरुआत का और तुम कर सकते हो। छोड़ो आलस को और जब भी आलस मन में आए, फॉरेन घर से बाहर जाओ, खुले आसमान के नीचे  10 से 15 बार लंबी सांसे लो और महसूस करो कि आज का दिन तुम्हारे लिए कितना स्पेशल है। जिसमें तुम्हें बहुत कुछ सीखने को मिलने वाला है और जो सिर्फ तुम्हारे लिए ही है।

      हर सुबह अलार्म बजने पर सिर्फ 5 मिनट और सो लेता हूं, आदत को त्यागना होगा, वरना बिस्तर में देखे सपने, बिस्तर में ही सोते रहेंगे। आलस किसी को नहीं घेरता, लोग आलस के घेरे में चले जाते हैं। आलस आपको नहीं चुनता, आप आलस को चुनते हैं। यहां तक सुना है तो इसका मतलब है कि तुम आलस को छोड़ना चाहते हो और छोड़ सकते हो, मुश्किल नहीं है, बस एक बार ठान लो, इस दुनिया में कुछ तो ऐसा जरूर है, जो केवल तुम ही कर सकते हो, देखो खुद को शीशे में, तुम ही हो स्मार्ट, स्ट्रांग और  और इंटेलिजेंट और खुद से यह 10 बार बोलिए कि आज का दिन सबसे अच्छा है, अपनी मंजिल की तरफ जाने के लिए।

      सोचिये कई बार काम पर जाते हुए, बस पकड़ते-पकड़ते जब तुम उसे मिस कर देते हो और फिर उसके पीछे भागते हो और फिर उसे मिस कर देते हो, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि तुम काम पर जाना छोड़ देते हो या बस पर जाने का इरादा छोड़ देते हो। बस ऐसे ही है, सफलता। ठीक आपके सामने से निकल जाएगी, पकड़ सके तो ठीक नहीं तो दोबारा कोशिश कीजिए, पर आलस मत कीजिए।
यह तरीका आपको आलस से दूर भगा देगा यह तरीका आपको आलस से दूर भगा देगा Reviewed by Tarun Baveja on July 27, 2020 Rating: 5

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