तीन बातें जो आपका भविष्य उज्जवल बना सकती है

 

 तीन बातें जो आपका भविष्य उज्जवल बना सकती है

तीन बातें आपका भविष्य बदल सकती हैं जैसा आप सोचते हैं वैसा ही आप बनते हैं। जैसा आप चाहते हैं वैसा ही आप पाते हैं। यानी कि जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि। लेकिन सोच को सच में बदलने से रोकती है आपकी खुद की वह सोच जिसमें डर है, शंकाएं हैं, खुद पर विश्वास की कमी है और दिमाग में फालतू के विचार हैं कि लोग क्या कहेंगे। क्या मैं सच में कर सकता हूं? क्या मैं इस के योग्य हूं?


तीन बातें जो आपका भविष्य उज्जवल बना सकती है


विश्व में 90% लोग ऐसे ही उलझनों में अपनी लाइफ गुजार देते हैं। लेकिन इस आर्टिकल में बताई गई तीन बातों को अगर आपने समझ लिया तो आज आपकी लाइफ की कई उलझन सुलझने वाली हैं। तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

नंबर 1. 

"जो बीत गया उसे याद ना कर,उसके मुड़ने की फरियाद ना कर, जो तेरा था ही नहीं उसे मुड़ना क्या, यूं सोच समय बर्बाद ना कर।" दोस्तों, हम में से बहुत लोग गुजरे कल का बोझ अपने कंधों पर उठाये घूमते रहते हैं और गुजरे कल की कुछ कड़वी यादों के कारण ना तो वो अपना आज ठीक से जी पाते हैं और ना ही अपने भविष्य को बना पाते हैं। गुजरे कल के अंधेरों को अपने आज पर मत पढ़ने दो वरना यह अंधेरे भविष्य की रोशनी को आप तक नहीं पहुंचने देंगे। गुजरे कल में भले ही आपके साथ जो भी हुआ हो कोई धोखा, अपमान, कोई अन्याय या कुछ भी लेकिन वर्तमान में भी अगर आप उस बीते हुए कल के दुख में जीते रहेंगे तो आपका बीता हुआ कल, आपके वर्तमान और भविष्य दोनों को खराब कर कर देगा। किसी धोखे अपमान या अन्याय का जवाब अपना बेहतर भविष्य बना कर दो, अपनी जीत से। अपने कंधों से उस बीते कल का बोझ उतार फेंको ताकि आप आजाद हो सको उस बीते कल की कैद से। आजादी, अपने वर्तमान को बिना बीते कल की काली परछाई की पूरी तरह खुलकर जीने की। "जो बीत गया उसे सोचा नहीं करते, जो मिल रहा है आज उसे खोया नहीं करते, सफलता उन्हीं को मिलती है जो साहस कर आगे बढ़ते हैं, जो बीते वक्त और बुरे हालात पर बार बार रोया नहीं करते। क्योंकि जो बीत गया उसे बदलना आपके हाथ में नहीं है। लेकिन आपका आज पूरी तरह से आपका है। यही आज आप के बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकता है। इसीलिए वर्तमान में जियो अपने बेहतर भविष्य निर्माण के लिए।

नंबर 2.

"आप अपने जीवन में वह करो जो आप करना चाहते हो। आप वह बनो जो आप बनना चाहते हो।" लोगों के विचारों से, लोगों के प्रभाव में आकर, लोगों की खुशी के लिए कुछ भी करोगे तो आप खुश नहीं रह पाओगे। आप अपने जीवन में जो भी करना चाहते हो वह खुद से पूछो। जो आप कर रहे हो क्या वही आपकी खुशी है? या फिर वह आप केवल दूसरों की खुशी के लिए कर रहे हो। आप वह बनो जो आप बनना चाहते हो ना कि जो दूसरे आपको बनते हुए देखना चाहते हैं। लाइफ में लोग क्या कहेंगे और लोग क्या सोचेंगे यह सोचना छोड़ दो क्योंकि लोग क्या कहेंगे और लोग क्या सोचेंगे यह भी आप सोचेंगे तो फिर लोग क्या सोचेंगे। लाइफ आपकी है अपनी लाइफ का रिमोट अपने हाथ में रखो। लोगों से नहीं, अपने दिल से पूछो कि क्या चाहते हो और वही करो जो दिल चाहता है, जो आप दिल से करना चाहते हो।

नंबर 3.

"जैसा आप सोचते हैं वैसा ही आप बन सकते हैं। जैसा आप चाहते हैं वैसा ही आप पा सकते हैं।" असीमित क्षमताएं हर इंसान में। लेकिन खुद की क्षमताओं पर शंकाएं ही आपको आगे बढ़ने से रोकती हैं। इन शंकाओं का सबसे बड़ा कारण है आपका अपना सबकॉन्शियस माइंड जिसमें बचपन से ही यह भर दिया जाता है कि आप यह नहीं कर सकते वह नहीं कर सकते। ना जाने कितने किंतु और परंतु प्रोग्राम कर दिए जाते हैं आपके  सबकॉन्शियस माइंड में। सबकॉन्शियस माइंड जो आपके पूरे ब्रेन पावर का 95% है और जो बड़ी ही खामोशी से आपके कॉन्शियस माइंड के फैसलों को प्रभावित करता है और आपको पता भी नहीं चलता। आपके बहुत सारे डर, आपके बहुत सारी शंकाएं जो किसी काम को करने से पहले आपको डर आती हैं वह इसी सबकॉन्शियस माइंड की ही देन है। आपकी क्षमताओं को सीमित कर देने वाली प्रोग्रामिंग आपके सबकॉन्शियस माइंड में बचपन से ही भर दी जाती है। इसकी प्रोग्रामिंग को आप कैसे बदल सकते हैं इसके लिए आपको मैं दूसरा आर्टिकल में बताऊंगा। यकीन मानिए सबकॉन्शियस माइंड की प्रोग्रामिंग, आपकी धारणाएं आपके विचार को बदलकर आप अपना पूरा जीवन बदल सकते हैं। क्योंकि एक बार आपके सबकॉन्शियस माइंड और कॉन्शियस माइंड का विश्वास एक हो जाए तो दुनिया में कुछ भी संभव है। Everything is possible and you are limitless. आपकी क्षमताएं असीमित हैं। आपको बस केवल सोच बदलनी है, समस्याएं बदल जाएंगी। दृष्टि बदलनी है, सृष्टि अपने आप बदल जाएगी। तो जीत का हौसला बनाए रखिए।
धन्यवाद।


तीन बातें जो आपका भविष्य उज्जवल बना सकती है  तीन बातें जो आपका भविष्य उज्जवल बना सकती है Reviewed by Tarun Baveja on August 13, 2021 Rating: 5

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