सुबह की ये 5 आदतें जो जीवन बर्बाद करती हैं
नमस्कार दोस्तों
हर सुबह जब आप अलार्म बंद कर, snooze बटन दबाकर,10 से 15 मिनट की एक्स्ट्रा नींद लेने की जो कोशिश करते हैं ना, वह नींद, आपको आराम कम और नुकसान ज्यादा पहुंचाती है। कुछ लोग तो हर दिन जानबूझकर 20 से 25 मिनट पहले का अलार्म लगाते हैं ताकि वह दो से तीन बार अलार्म बंद कर 10 से 15 मिनट की एक्स्ट्रा नींद ले सके लेकिन यह लोग शायद यह नहीं जानते कि अलार्म बजने के इंतजार में ली जाने वाली नींद सबसे घटिया क्वालिटी की नहीं होती है। कुछ पलों की नींद का यह कच्चा लालच आपके दिन भर की कार्य क्षमता, आपकी संकल्प शक्ति, आपके मूड, आपके माइंड सेट पर बुरा असर डालती है और जब हर सुबह की शुरुआत आप अपने ही बनाए सुबह उठने के goal में फेल होने से करते हैं तो इसका असर सबकॉन्शियसली आपके डिसीजन मेकिंग व सेल्फ कंट्रोल पावर पर पड़ता है।

10 मिनट एक्स्ट्रा नींद लेने की ये आदत आपका खुद का खुद के प्रति ही दृष्टिकोण गलत बना देती है। निरंतर ऐसा करते रहने से आप एंजाइटी और डिप्रेशन के शिकार भी हो सकते हैं। इसीलिए 5 से 10 मिनट के आधे अधूरे से 2-4 नींद के झोंके लेकर सुबह खुद की नजरों में ही गिरने से बेहतर है आप अलार्म ही 10 से 15 मिनट बाद का लगा लगाएं जिससे हर सुबह सबकॉन्शियसली आप अपनी ही नजरों में गिरने से बच जाएंगे।
शुरुआत में यदि ये आदत आपको छोड़ना मुश्किल लगे तो आप अलार्म को खुद से दूर रख कर सोएं ताकि उसे बंद करने के लिए आपको बिस्तर से उठना पड़े। यदि आपको लगता है कि आपकी नींद पूरी नहीं हो पा रही तो रात को 30 मिनट जल्दी सोए। Netflix, Facebook, snapchat आदि में अपना समय, अपनी आंखें और अपनी नींद को खराब ना करें। लाइफ एक रेस है इस रेस में फेसबुक, स्नैपचैट, इंस्टाग्राम पर मिलने वाले लाइक आपकी लाइफ की रेस में काम नहीं आने वाले। इसीलिए रात को समय से सोए और सुबह जब अलार्म बजे तो खुद के लक्ष्यों को याद कर खुद से बोले कि रेस शुरु हो चुकी है और मुझे इस रेस को हर हाल में जीतना है और जीतने के लिए मुझे उठना है और दौड़ना है।
दोस्तों, उठने के बाद बिस्तर से नीचे उतरते ही सबसे पहला और सरल सा काम जो आपको करना है वह है बिस्तर को तरीके से समेटने का काम। सिंपल से इस काम को करने से आपके दिन की शुरुआत organize तरीके से होती है और हर सुबह इसे करते रहने से धीरे-धीरे आपको खुद को organize रखने में मदद मिलती है। आज smartphone रखने वाले 80 से 90% लोगों के दिन कि शुरुवात आंख खुलते ही अपना फोन उठाने से होती है और इसकी एक बड़ी वजह है सुबह का अलार्म जो आज कल सभी फोन पर ही सेट करते हैं लेकिन शायद आप नहीं जानते कि
हर सुबह उठते ही सबसे पहले फोन को देखना आपको कितना नुकसान पहुंचाता है क्योंकि अलार्म बंद करने के बाद नोटिफिकेशन चेक किए बिना रहा ही नहीं जाता और उसके बाद यह फोन है कि छूटता ही नहीं। आप जहां जहां-जहां फोन भी आपके साथ वहां वहां। फिर भले ही आप ब्रश कर रहे हो, टॉयलेट में हों या फिर नहा रहे हो, फोन पर कुछ ना कुछ तो देखते या सुनते ही रहते हैं क्योंकि फोन अब सिर्फ फोन नहीं रह गया, न्यूज़ नॉलेज और एंटरटेनमेंट का ओवरलोड भंडार है यह फोन। लेकिन एक कड़वा सच यह भी है कि इंफॉर्मेशन और एंटरटेनमेंट के इस भंडार का 90 से 95% कंटेंट गैर जरूरी कचरा होता है और उसके अलावा सोशल मीडिया पर दूसरों के स्टेटस आदि देखकर उनकी औकात का अंदाजा लगाना और अंदर ही अंदर खुद से उनकी तुलना कर, आप बेकार में सुबह सुबह जलन और नींद जैसे फैलती के चक्करों में फस जाते हैं जिसकी वजह से ब्रेन स्ट्रेस हार्मोन release लगता है और दिन की शुरुआत stress से होती है और सुबह का समय वो समय है जब ब्रेन और बॉडी एकदम रिलैक्स होते है।
सुबह के 45 से 60 मिनट का समय वो समय है जो आपको केवल खुद के लिए खुद के साथ बिताना चाहिए। शुरुवात में ये काफी कठिन लगेगा क्योंकि ऐसा करने के लिए एक मजबूत संकल्प शक्ति चाहिए। क्योंकि फोन में क्या है उसे देखने का इंतजार करना आसान नहीं है। लेकिन खुद को ये challenge देकर आप खुद की संकल्प शक्ति को आजमा भी सकते हैं और बढ़ा भी सकते हैं। कुछ दिन के लिए खुद को फोन फ्री मॉर्निंग का challenge दे कर देखें और यकीन मानिए आपकी लाइफ बदल जाएगी।
दोस्तों जैसा कि मैंने अपने कुछ बताया कि रात को सोने से ब्रेन को शटडाउन और बॉडी को रिलैक्स करना जरूरी है। उसी तरह सुबह उठने के बाद ब्रेन और बॉडी दोनों को, दिनभर की भागदौड़ के लिए तैयार करना भी जरूरी है। हर सुबह कुछ देर स्ट्रेचिंग, योग या running करने से सोने की वजह से होने वाली बॉडी की stiffness दूर होती है जिससे आपको दिन भर काम करने के लिए extra energy मिलती है और रात को नींद भी अच्छी आती है और यदि आपको लगता है कि सुबह आपके पास समय नहीं है तो इसके लिए रात को आधे से एक घंटा जल्दी सोने की आदत डालें। सुबह आधा से एक घंटा पहले उठे और यकीन मानिए हर सुबह को कुछ देर योग, स्ट्रेचिंग और रनिंग करने से आपको दिनभर एक अच्छी एनर्जी महसूस होगी।
दोस्तों हर सुबह गर्म पानी से नहाने से बॉडी रिलैक्स तो फील करती है लेकिन गरम पानी की वजह से बॉडी थोड़ा सा सुस्त भी महसूस करती है और नींद भी आने लगती है। ठंडे पानी से नहाने से आप स्फूर्ति और अलर्टनेस महसूस करते हैं। इसीलिए गर्मियों में तो हमेशा ठंडे पानी से नहाए और सर्दियों में भी कोशिश करें कि पानी गुनगुना ही हो ना कि बहुत गर्म।
तो आप कल सुबह से अपनी कौन सी बुरी आदत सुधारने वाले हैं मुझे नीचे कमेंट में बताएं। article अच्छा लगा हो तो इस article को share जरूर करें।
धन्यवाद।

No comments: