दूध पीने का बेस्ट टाइम - आयुर्वेद अनुसार

* दूध कब पीना चाहिए, दूध पीने का बेस्ट टाइम क्या है: काफी लोग ये मानते हैं कि दूध केवल रात को ही पीना चाहिए, बाकी दिन के समय दूध पीना मना है। लेकिन आयुर्वेद कहता है कि नहीं.. दिन में, दोपहर में या रात में दूध पीने के अलग-अलग फायदे हैं और वो सब फायदे आयुर्वेद में बताए गए हैं। तो उन सभी फायदों को और अलग-अलग समय पर पिया गया दूध आपके शरीर में क्या क्या इफ़ेक्ट करता है। इस सभी जानकारी को लेकर आज हम आपको बताने जा रहे हैं, तो आइए शुरू करते हैं।
* नंबर 1 से: सुबह के समय दूध पीने के फायदे। आयुर्वेद में कोई पर्टिकुलर ऐसा नहीं लिखा गया है कि रात को ही दूध पियो, दिन में मत पियो। यह मनगढ़ंत बातें हैं। आयुर्वेद में दिन में भी दूध पीने को कहां गया है और उसका अलग फायदा है। दूध शरीर में ताकत देता है, शरीर की ग्रोथ में वृद्धि करता है। सुबह के समय पर दूध पिया जाना, शरीर में ताकत देता है, बल देता है, ये शरीर को ताकतवर बनाता है और शरीर को न्यूरिशमेंट करता है। 

   ऐसे व्यक्ति जो अपने शरीर का वजन बढ़ाना चाहते हैं। अपने शरीर का बड़ा करना चाहते हैं, अपना साइज बढ़ाना चाहते हैं। पतले हैं और वेट बढ़ाने की इच्छा रखते हैं तो उन लोगों को सुबह दूध पीना चाहिए; क्योंकि यह शरीर को बढ़ाने वाला है और अग्नि को बढ़ाता है अर्थात सुबह-सुबह पिया गया दूध। शरीर में डाइजेशन को बढ़ाता है। तो सुबह के समय जो दूध पिया गया, वो बल बढ़ाता है, शरीर को विशेष न्यूरिशमेंट करता है और अग्नि बढ़ाने का काम करता है।

* नंबर 2:  दोपहर के समय दूध पीने के फायदे। दोपहर के समय पर अगर कोई व्यक्ति दूध पीता है तो वो बल कारक है, जैसे कि वो सुबह के समय बल कारक था वैसे ही इस समय भी उसे बल कारक कहा गया है। शरीर में स्वाद देने वाला, ये कहा गया है।

       अगर किसी व्यक्ति को ढंग से पेशाब नहीं होता। ऐसे लोग जिनको पेशाब रुक रुक कर थोड़ी मात्रा में आता है, उन लोगों को या फिर जिसको पथरी है ऐसे लोगों को दोपहर के समय दूध पीने के लिए आयुर्वेद में कहा गया है।

* नंबर 3: रात के समय दूध पीने के फायदे। रात में पिया गया दूध, बहुत सारे शरीर में जो दोष हैं, जो तकलीफें हैं उनका शमन करता है। इसलिए व्यक्ति को हमेशा दूध का सेवन करना चाहिए। तो आयुर्वेद में दूध पीने के तीन टाइम बताया गया है, सुबह, दूसरा दोपहर को, और तीसरा कहा रात को। तो आयुर्वेद में तीन अलग-अलग टाइम पर दूध पीने के तीन अलग-अलग फायदे बताए गए हैं।

      ऐसे लोग जो कहते हैं, दूध केवल रात में ही पीना चाहिए और दिन में जूस पियो और दूध फिर रात में पियो। आयुर्वेद ऐसा नहीं कहता.. आयुर्वेद ने तीनों कालों के तीन विशेष फायदे बताए हैं। हां.. रात में अगर आप दूध पी रहे हैं तो अपनी पाचन अग्नि को ध्यान देकर ही पीजिए; क्योंकि दूध पचने में भारी है। अगर दूध पीने से आपको लूज मोशन होता है, तकलीफ होती है, तब दूध नहीं पीना चाहिए या फिर यदि आप भैंस का दूध पी रहे हैं या कोई ऐसा दूध पी रहे हैं तो उसमें 'सौंठ'। सौंठ का थोड़ा पाउडर डालकर यूज़ करेंगे तो  ज्यादा अच्छे से पचेगा और ज्यादा अच्छे से हजम होगा।

* दूध में क्या-क्या डालकर पीना चाहिए: दूध में शक्कर मिलाकर पीना सबसे बेस्ट है, वो कफ और वात को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है। जिन लोगों को पेशाब ठीक से नहीं होता, रुक रुक कर आता है। तो उन लोगों को, दूध को गुड़ के साथ ले तो ज्यादा फायदा होगा। हालांकि गुड़ और दूध एक दूसरे के विरुद्ध हैं तो अगर दूध और गुड़ को एक साथ पीने से तकलीफ हो रही है। तो दूध को मिश्री और शक्कर के साथ हैं। अगर आपको कोई तकलीफ नहीं है तो आप ले सकते हैं।

       बच्चों को दूध देने से उनका डाइजेशन बढ़ता है। जो टीबी के रोगी है या जो बहुत सूखे और कमजोर लोग हैं। उन्हें दूध देने से उनके शरीर को बल मिलता है और जो बूढ़े हैं, जो 45 - 50 उम्र के ऊपर के लोग हैं। अगर वो दूध पिए उनकी जो शुक्र धातु का शह हो गया है उनका जो शुक्र कमजोर हो गया। उस शुक्र को न्यूरिशमेंट मिलता है।
दूध पीने का बेस्ट टाइम - आयुर्वेद अनुसार दूध पीने का बेस्ट टाइम - आयुर्वेद अनुसार Reviewed by Tarun Baveja on July 24, 2020 Rating: 5

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