खराब पाचन तंत्र को ठीक करें ये 5 आयुर्वेदिक उपचार

* डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक कैसे करें और उसको मजबूत करने के उपाय: दोस्तों.. खाना खाने से ज्यादा इंपोर्टेंट है, खाना को पचाना। अगर खाना ठीक से डाइजेस्ट ना हो तो बॉडी में टॉक्सिन बनते हैं, जो कि फिर  गंभीर से गंभीर प्रॉब्लम को जन्म देते हैं। आयुर्वेद की मानें तो 95% से भी  ज्यादा  प्रॉब्लम पेट से ही शुरू होती है। मसल बिल्डिंग और फैट लॉस को तो भूल ही जाएये, अगर डाइजेशन खराब है तो बीमारी से बचे रहना मुश्किल है। खैर घबराइए नहीं..

       सबसे पहले मैं आपको 5 घरेलू नुस्खे देना चाहता हूं, जिनसे आपको इंसटैंटली आराम आ जाएगा।

* नंबर 1: जीरा वॉटर। वीक डाइजेशन वालों के लिए ये एक बेस्ट होम रेमेडी है। एक पैन में एक गिलास पानी डाल दे, और इसमें एक चम्मच जीरा का भी डाल दें। अब पानी को तब तक बोय्ल करे, जब तक पानी आधा ना रह जाए। बस अब इसको छानकर पी लें, सबसे अच्छी बात यह है कि इसको दिन में कभी भी पिया जा सकता है। इंस्टेंट आराम आ जाएगा। हो सके तो जो जीरें को छाना था, उसको भी चबा-चबा कर खा ले और भी ज्यादा फायदा होगा।

* नंबर 2: हिंग वाटर। हिंग गैस से राहत देकर डाइजेस्टिव सिस्टम में बल्ड फ्लो को इनक्रीस करती है। हींग वाटर बनाने के लिए बस दो चुटकी हींग गर्म पानी में डालकर मिक्स कर लें और खाना खाने से 30 मिनट पहले धीरे-धीरे कर के पिए।

* नंबर 3: ईसबगोल। अगर कब्ज और लूज मोशन है तो दोनों ही केस में  ईसबगोल बहुत ही मदद करता है। बस लेने का ढंग अलग-अलग है। अगर कब्ज है तो एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच ईसबगोल मिला लें और रात को सोने से 30 मिनट पहले पी ले और अगर लूज मोशन है तो वही एक चम्मच ईसबगोल को फ्रेश दही में सुबह खाली पेट ले ले। बस ध्यान रखे.. कि ईसबगोल को मिक्स करते ही तुरंत ले लें; क्योंकि लिक्विड को सोखने के बाद वो फूल जाता है।

* नंबर 4: अजवाइन और सौंफ। अजवाइन और सौंफ दोनों ही डाइजेशन को ठीक करने के लिए बेहद कारगर है। आपको करना ये है कि खाने के तुरंत बाद अजवाइन या सौफ का एक चम्मच चबा- चबा कर खा ले। बहुत आसान है ये और बहुत अफेक्टिव भी। आप बहुत आसान से इनको पैक करके अपने साथ रख सकते हैं।

* नंबर 5: एलोवेरा जूस। एलोवेरा नेचुरल ही इतना फायदेमंद होता है कि अगर कुछ भी आंतों में जमा हो तो उसे निकाल बाहर फेकता है। एक एलोवेरा की फांख में से गुदा निकालकर गुनगुने पानी में मिक्स कर लें और सुबह उठकर खाली पेट पी लें।

       तो दोस्तों ये थे वह पांच आसान तरीके जो इंसटैंटली आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक करेंगे। अब जो भी उल्टा-पुल्टा खाया जिसकी वजह से हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम वीक हो गया है। उसको ठीक करने के लिए मैं आपसे शेयर करता हूं 5 लाइफ़स्टाइल चेंजीस जिनको अपनाकर आपका डाइजेस्टिव सिस्टम फिर से स्ट्रांग हो जाएगा।

* नंबर 1: पानी। दिन भर में ही अगर पानी ठीक तरीके से पिया जाए तो आधी प्रॉब्लम तो वही सोल्व हो जाती है। पानी आंतों को साफ कर डाइजेस्टिव सिस्टम स्ट्रांग करता है। इसलिए अपने साथ वाटर बोतल को रखने की आदत बहुत जरूरी है। यह भी जरूर ध्यान रखें कि पाने को खाने के साथ साथ मत पिए। हमेशा पानी को खाना खाने के आधे घंटे बाद या आंधे घंटे पहले ही पीना चाहिए। पानी हमेशा खाने से 30 मिनट पहले या 30 मिनट बाद ही पीना चाहिए; क्योंकि अगर आप पानी को खाने के साथ-साथ या खाने के जस्ट बाद पी लेंगे तो पानी पेट के एसिड को पतला कर देगा, जिससे कि डाइजेशन ठप हो जाएगी।

* नंबर 2: फूड । रोज हम क्या-क्या खाते हैं, इस बात का कितना असर पड़ता है हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम पर ये बात शायद हम नजरअंदाज ही कर देते हैं। डीप फ्राइड, रिफाइंड फुड या आर्टिफिशियल फ्लॉवर्स, स्वीटनर्स वाले फूड, हमारे आतों में जाकर चिपक जाते हैं और फिर डाइजेशन स्लो हो जाता है। जबकि फाइबर रिच फुड जैसे कि- अनाज,औट्स, मिलट्स, हॉल वीहट, सेमी ब्राउन राइस, नट्स, हमारी डाइजेशन को फास्ट करते हैं।

      प्रोबायोटिक फूड्स जैसे की दही या छाछ को भी अपनी डाइट में जरूर रखें। प्रोबायोटिक अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो हमारी डाइजेशन के लिए बहुत जरूरी है। सीजन में जो फ्रेश फूट्स आ रहे हैं, वो आपकी डाइट में होने ही चाहिए। सेब, पपीता, अनानास और अमरुद बेस्ट फ्रूट है, जो आपके पेट में डाइजेस्टिव एंजाइम और एंटीऑक्सीडेंट की क्वांटिटी को बढ़ा देते हैं। हो सके.. तो लंच से पहले से सेलेट खाएं, देसी गाय घी के दो-तीन चम्मच जरूर खाएं। आप घी को सब्जी के ऊपर डाल सकते हैं।

* नंबर 3: एक्सरसाइज। एक्सरसाइज कितना ज्यादा आपके डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए फायदेमंद है, ये ज्यादातर लोग नहीं समझते। एक्सरसाइज इंसटैंटली आपके सिस्टम में ब्लड फ्लो को इनक्रीस करता है।  जिससे डाइजेस्टिव ट्रैक में जो कुछ रुका पड़ा हो वो चलने लगता है। रात को डिनर के आधे घंटे बाद अगर आप थोड़ी सी वाकिंग भी कर ले तो उसका असर आपको सुबह दिख जाएगा। इसीलिए जितना हो सके अपने शरीर को चलाएं।

* नंबर 4: वज्रासन। अगर हमारे ग्रंथों में डाइजेशन के लिए जो सबसे अच्छा आसन्न बताया गया है, वो है 'वज्रासन'। जब हम वज्रासन में बैठते हैं तो हमारे पेट की तरफ ज्यादा ब्लड फ्लो होता है। ये अकेला ही ऐसा आसान है जो खाने के बाद किया जा सकता है। इसलिए रोज खाने के बाद 3 से 5 मिनट वज्रासन में जरूर बैठे। नहीं तो रात को भी आप सोने से पहले 10 से 15 मिनट वज्रासन में जरूर बैठ सकते हैं। अब बात करते हैं आखरी लाइफ स्टाइल चेंज जो है सबसे इंपोर्टेंट और सबसे इग्नोर भी।

* नंबर 5: खाने को चबा-चबा कर खाना। आप कितनी बार खाने के निवाले को चबाते हैं। आजकल लोग इतनी जल्दी में खाते हैं कि एक बाइट को चार या पांच बार से ज्यादा नहीं चबाते। क्या आपको पता है कि मानव शरीर इस तरह से डिजाइन है; कि 50% से भी ज्यादा डाइजेशन तो मुंह में ही हो जाना चाहिए। क्योंकि यहीं पर ही खाना सलाइवा और बाकी कुछ डाइजेस्टिव एंजाइम के साथ मिक्स होता है, जिससे कि डाइजेशन ठीक तरह से हो पाता है। 

    वैसे तो एक बाइट को 32 बार चबाना चाहिए। लेकिन शुरू में तो यह काफी मुश्किल लग सकता है, धीरे-धीरे बढ़ाइए। अगर आप खाने को ही सही तरीके से चबाने की आदत डाल ले तो यकीन मानिए डाइजेशन की प्रॉब्लम का होना ऑलमोस्ट नामुमकिन सा ही है। इसलिए आज से ही कोशिश करें।

      तो दोस्तों हमने आज डिस्कस करें 5 नुस्के जो इंस्टेंट आराम देंगे और 5 लाइफ स्टाइल चेंजिंग जो आपको लोंग टर्म हेल्प करेंगे। अगर आप अच्छे से इनको अपने रूटीन में इंप्लीमेंट कर ले, तो हो ही नहीं सकता कि हफ्ते के अंदर अंदर आपकी डाइजेशन प्रॉब्लम सॉल्व ना हो।
खराब पाचन तंत्र को ठीक करें ये 5 आयुर्वेदिक उपचार खराब पाचन तंत्र को ठीक करें ये 5 आयुर्वेदिक उपचार Reviewed by Tarun Baveja on July 24, 2020 Rating: 5

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