यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाएं क्या नहीं

* यूरिक एसिड के बढ़ने पर क्या खाएं और क्या नहीं खाएं: बहुत लोगों को कंफ्यूजन है कि यूरिक एसिड में क्या खांए और क्या ना खाएं। यूरिक एसिड जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि यह एक अम्ल है। और ये हमारे ब्लड में बहता है, ये एक तरह की गंदगी है। जिस प्रकार जब गाड़ी चलती है तो धुआं छोड़ती है, उसी प्रकार शरीर जब चलता है तो इस तरह के थोड़े-थोड़े एसिड बनते हैं, जो किडनी निकालती रहती है। लेकिन कभी-कभी ये बहुत ज्यादा बनने लग जाते हैं और ये किडनी के लिए भी निकालना मुश्किल हो जाता है। इसका मेन कारण है, आज का हमारा लाइफ स्टाइल, जो कि बहुत गड़बड़ हैं।

      हमारे आज के लाइफस्टाइल के कारण हमारे शरीर में बहुत-सी समस्याएं पैदा हो जाती है। इनमें से ही एक समस्या है, यूरिक एसिड़। यूरिक एसिड़ के कारण, हमारे बॉड़ी के जो सुराख होते हैं, वह बंद होने लगते हैं, जहां से बॉड़ी की गंदगी और पसीना निकलते है; क्योंकि हमारा आहार गलत होता है। उदाहरण के तौर पर, आचार। ज्यादा मात्रा में आचार खाने से भी बॉड़ी में टाक्सिन बनने लगते है, इसीलिए हमें आचार भी ज्यादा नहीं खाना चाहिए; क्योंकि आचार में नमक आम के बिल्कुल बराबर मात्रा में डाला जाता हैं। तो अगर नमक ज्यादा मात्रा में कंज्यूम करेंगे तो शरीर के पसीने के सुराख और जहां से गंदगी निकलती है तो वह उसको लॉक कर देता है। जिससे बॉड़ी डिटॉक्स नहीं हो पाती। डिटॉक्स नहीं हो पाती तो बीमारी ज्यादा पैदा होनी शुरू हो जाती है। कई बार आप जब भोजन बनाते हैं, उसे डिब्बे में बंद करके रख देते हैं और जब बन्द ड़िब्बे में खाने को हवा नहीं लगती तो खाना सढ़ने लग जाता है, इसी प्रकार जब हमारे अंदर वेंटिलेशन नहीं होगा तो शरीर के अंदर क्या हालात होते होंगे।

* यूरिक एसिड़ बढ़ने पर क्या नहीं खाना चाहिए: यूरिक एसिड में एसिडिक चीजें तो बिल्कुल मत खाए, प्रोटीन वाली चीजें  भी नहीं लेनी है, जिसमें हैवी प्रोटीन होता है; क्योंकि जब प्रोटीन अंदर जाता है पचने की क्रिया में जब वह टूटता है, तब वह टूट कर के यूरिक एसिड बनाता है। यही कारण होता है कि प्रोटीन नहीं लेना चाहिए। इसके अलावा आप कम प्रोटीन वाला आहार ले सकते हैं, वैसे तो हर आहार में थोड़ा-थोड़ा प्रोटीन तो होता ही है।

      जो भी व्यक्ति गोमूत्र लेते हैं, वैसे तो गोमूत्र कोई भी नुकसान नहीं करता। लेकिन पित्त प्रकृति वालों के लिए सही नहीं होता। तो वैसे भी जिनको यूरिक एसिड बनता है, उनको गोमूत्र का सेवन नहीं करना चाहिए; क्योंकि गोमूत्र में यूरिक एसिड होता है। अगर गोमूत्र लेने से आपका यूरिक एसिड नहीं बढ़ता है तो आप गोमूत्र का सेवन कर सकते हैं।

      मूंगफली या मूंगफली का तेल: जब तक आपका यूरिक एसिड सामान्य लेवल पर नहीं आ जाता तब तक आप मूंगफली या मूंगफली के तेल का भी सेवन मत करें। इसके अलावा यूरिक एसिड जब अपने सामान्य लेवल पर आ जाए तो उसके बाद भी यह सारी चीजें एक साथ शुरुआत नहीं करनी चाहिए, आप धीरे-धीरे थोड़ी मात्रा में इन प्रोटीन चीजों का सेवन करना शुरू कर सकते हैं।

       भिंडी: भिंडी एक लेसदार सब्जी है, जो कि बॉडी में एसिड का निर्माण करती डायरेक्टली यूरिक एसिड नहीं बढ़ाती, लेकिन भिंडी बॉडी को एसिडिक करती है। इसी प्रकार राजमा, उड़द, सरसों का साग, बॉडी को एसिडिक करते है। नींबू को आप कम मात्रा में सब्जी में डालकर ले सकते हैं। जैसे, सब्जी में घी डालने के पश्चात आप नींबू भी डाल लेते हैं, तब आप उसका थोड़ा-थोड़ा सेवन कर सकते हैं; क्योंकि नींबू खट्टा और खुष्क होता है, जो कि यूरिक एसिड की बढी़ हुई मात्रा में दर्द को बढ़ाता है।

      मिल्क प्रोडक्ट में दूध और दही नहीं खा सकते, जब तक के यूरिक एसिड नॉरमल ना हो जाए। कोकोनट मिल्क ले सकते हैं, छाछ भी नहीं लेना है, नींबू सॉस, चटनी जैसी, जिसमें टाटरी डली होती है। मेवा ले सकते हैं, किशमिश,अंजीर आदि, लेकिन बादाम और अखरोट नहीं। प्रोटीन में न्यूट्री जिसे सोया बोलते है, नहीं ले सकते। मल्टीग्रेन आटा भी नहीं ले सकते। सादा आटा ले सकते है, चौकर वाला। बेसन, भुना हुआ चना, और दाले नहीं ले सकते। दाले तो आपको उस समय के लिए तो बंद ही कर देनी चाहिए। बाद में सामान्य होने पर शुरू कर सकते हैं। फलिया भी नहीं खा सकते; क्योंकि उनके बीच में बहुत प्रोटीन होता है और पनीर तो बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए; क्योंकि पनीर में प्रोटीन अधिक मात्रा में होता है। चाय का सेवन तो बहुत गलत है; क्योंकि चाय यूरिक एसिड़ में बहुत तेज़ी लाती है।

* यूरिक एसिड़ बढ़ने पर क्या खाना चाहिए: यूरिक एसिड़ बढ़ने पर आप सारे फल ले सकते हैं, लेकिन खट्टे फलो को छोड़कर। जैसे- आंवला, संतरा आदि। वैसे ठीक होने के पश्चात आप धूप में बैठकर इन खट्टे फलों का आनंद ले सकते हैं।

      सब्जियों में मूली, शलजम, मूली के पत्ते, टिंड़ा, परवल, लौकी, कद्दू, बैंगन, गाजर, पत्ता गोभी, मशरूम ये सब ले सकते है और टमाटर को थोड़ी मात्रा में ले सकते हैं। यदि यूरिक एसिड 8 से 11 लेवल के बीच में रहता है, तब टमाटर से थोड़े समय के लिए प्रहेज होता है। करेला को घी में तलकर के ले सकते हैं; क्योंकि करेला खुष्क होता है, इसलिए करेला तेल में तलकर ले सकते हैं।

      गाय के देसी घी का सेवन करियें, मखाने लीजिए, सब्जियों का जूस लीजिए, अदरक खाइये, अदरक को सब्जी में भी डालकर खा सकते हैं। लहसुन, करेला यह सब चीजें सेवन कर सकते हैं। यूरिक एसिड बढ़ने पर कच्चा भोजन पहले करें और उसके बाद पका हुआ भोजन। यदि आप सलाद या फल को भोजन करने के पश्चात खाते हैं तो फिर आपकी बॉडी में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाएगा, इसीलिए कच्चे भोजन का सेवन पहले करें। गिलोय, लौकी, एलोवेरा, करेला, चारों का जूस मिक्स करके आप सुबह खाली पेट ले सकते हैं। प्राणायाम करिए, पानी ज्यादा पीजिए, थोड़ा मंडूकासन भी करिए, और थोड़ा कड़वी चीजें लीजिए,
      इन सभी आहार को अपनी डाइट में लाने से ही आपका यूरिक एसिड़ सामान्य हो जाएगा।
यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाएं क्या नहीं यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाएं क्या नहीं Reviewed by Tarun Baveja on July 27, 2020 Rating: 5

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