जानिए उपवास कैसे आपको स्वस्थ और निरोगी रखता है

* उम्र बढ़ाने वाले व्रत का स्वास्थ्यवर्धक विश्लेषण: हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि मनुष्य का पहला सुख 'निरोगी काया' है, यानी दुनिया जहांन की सुख-सुविधाओं और खुशियों को आप तभी महसूस कर पाएंगे, उनका मजा तभी ले पाएंगे, जब आपका स्वास्थ्य अच्छा होगा, जब आपका शरीर ठीक रहेगा।

      आज हम आपके लिए व्रत की एक ऐसी थाली लेकर आए हैं, जिसमें आपको खाने पीने वाली चीजों की जगह जिंदगी भर के लिए, स्वस्थ रहने के शानदार फार्मूले मिलेंगे। आज हम उपवास का सामाजिक, धार्मिक और एक वैज्ञानिक विश्लेषण करेंगे। लेकिन पहले एक खास  रिसर्च के बारे में आपको बताते हैं।

       New England General of Medicine में प्रकाशित एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, इंसान दिन में छह-छह घंटों का व्रत करके, यानी उपवास करके डायबिटीज, दिल की बीमारियों और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों को भी हरा सकता है। यहां हम खास अंतराल पर किए गए उपवास की बात कर रहे हैं। इस रिसर्च के मुताबिक, अगर आप 18 घंटे में तीन बार 6-6 घंटे का उपवास करते हैं, यानी हर 6 घंटे के बाद ही कुछ खाते हैं तो यही वो उपवास है, जिसका फायदा आपके शरीर को मिलता है।

 इस रिसर्च के नतीजे कहते हैं कि दिन भर में 6 घंटे वाले तीन उपवास करने से लंबे समय तक, आप अपने बुढ़ापे को रोक सकते हैं यानी आप लंबे समय तक युवा बने रहेंगे। तनाव कम करने की क्षमता आपकी बढ़ जाएगी। बीमारियों का असर कम होगा और दावा ये भी है कि ऐसे उपवास के जरिए, कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को भी रोका जा सकता है।

      उपवास या व्रत का अर्थ होता है, संकल्प या पक्का इरादा। इसी तरह उपवास भी दो शब्दों से बना है, 'उप' का मतलब होता है 'निकट' और 'वास' का मतलब होता है 'निवास'। उपवास का मतलब हुआ, अपनी आत्मा के निकट निवास करना यानी उपवास के दौरान आप अपने मन की शक्ति के करीब होते हैं। लेकिंन व्रत में यानी कुछ घंटो तक भूखे रहने के नियम में, आखिर ऐसा क्या है जो ये दवा की तरह काम करता है। इसके लिए आपको व्रत के पीछे के विज्ञान को समझना चाहिए; क्योंकि व्रत के बारे में आपने सुना तो बहुत होगा।

      सबसे पहले आपको यह समझना होगा, कि हमारे शरीर को चलाने के लिए एनर्जी यानी ऊर्जा की जरूरत होती है। शरीर को ये ऊर्जा भोजन से बनने वाले ग्लोकोज़ से मिलती है। खाना खाने के बाद आपके शरीर के अंदर यही ग्लोकोज़ बनता है, जो आपके शरीर के लिए एक इंधन का काम करता है। लेकिन बार-बार खाने की वजह से जब शरीर में ग्लूकोज़ की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाती है, तब डायबिटीज की शुरुआत होती है। 

खाना खाने के बाद आपके शरीर के पाचन क्रिया दो काम करती है। जब आप भोजन करते हैं, तब ये उसे पचाने में जुट जाती है; लेकिन जब आपका पेट खाली होता है, तब यही डाइजेस्टिव सिस्टम शरीर के वर्कशॉप के तौर पर आपके लिए काम करने लगता है यानी जब आप व्रत रखते हैं, तब ये सिस्टम आपके शरीर के कमजोर सेल्स यानी कोशिकाओं की मरम्मत करने लगता है यानी आपका जो शरीर है, वो मेंटेनेंस मोड में चला जाता है।

      जिस समय आप भूखे होते हैं, उस समय आपके शरीर के अंदर तेज रफ्तार से मेंटेनेंस यानी मरम्मत की प्रक्रिया चल रही होती है। माना जाता है कि इस दौरान बीमारी से लड़ने वाले सेल्स काफी सक्रिय हो जाते हैं और ये इतने ताकतवर हो जाते हैं कि कैंसर जैसी बीमारियों के सेल्स को भी नष्ट करना शुरू कर देते हैं। आप ये सोच रहे होंगे कि भोजन के बगैर शरीर इंधन का इंतजाम कैसे करता है। तो असल में हमारा शरीर भोजन के अभाव में अपने अंदर जमा अत्याधिक फैट को तोड़कर ग्लूकोज़ बनाने लगता है। वैज्ञानिक मानते हैं कि इस प्रक्रिया से शरीर में मेंटेनेंस की रफ्तार और तेज हो जाती है। तो क्या व्रत रखने से आपको भी फायदा होगा।

      उपवास से जुड़ी इस रिसर्च में वैज्ञानिकों ने नतीजों तक पहुंचने से पहले चूहों पर एक प्रयोग किया। चूहों को दो ग्रुप में यानी दो समूहों में बांटा गया। एक ग्रुप को रोज पेट भर खाना खिलाया गया और दूसरे को प्रतिदिन सिर्फ एक या दो बार ही खाना दिया गया। अलग-अलग डाटा के विश्लेषण से पता चला, कि लंबे समय तक खाना न खाने यानी उपवास करने की वजह से चूहों की आयु 14 से 45 % तक बढ़ गई। एक दूसरी स्टडी में 100 ओवरवेट महिलाओं के दो ग्रुप बनाए गए। एक ग्रुप में हफ्ते में 2 दिन व्रत किया, जबकि दूसरे ग्रुप ने रोजाना अपने कैलोरीज में 25% की कटौती की। यानी व्रत नहीं किया लेकिंन खाना कम खाया। इसके बाद दोनों ग्रुप्स ने 6 महीने तक इस नियम का पालन किया। नतीजा यह हुआ व्रत करने वाली महिलाओं का वजन कहीं ज्यादा घटा और उनके शरीर में नेचुरल इंसुलिन का स्तर भी पहले से बेहतर हो गया।
जानिए उपवास कैसे आपको स्वस्थ और निरोगी रखता है जानिए उपवास कैसे आपको स्वस्थ और निरोगी रखता है Reviewed by Tarun Baveja on July 27, 2020 Rating: 5

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