जब हम स्वास्थ की बात करते हैं, और अगर कोई कहता है; कि आपको कोई बीमारी नहीं हैं। तो इसका मतलब यह नहीं है, कि आप स्वस्थ हैं। जब आप सुबह उठते हैं, तो क्या आप जीवंत और ऊर्जावान महसूस करते हैं। या नहीं।
हेल्थ शब्द होल यानी संपूर्ण से बना है। आपके शरीर, मन और ऊर्जा में संपूर्णता होनी चाहिए। जब यह सभी चीजें आपके अस्तित्व की बुनियादी प्रकृति के तालमेल में होती हैं। तब सुबह उठने पर आपको लगता है, आप बस अभी पैदा हुए हैं। अगर ऐसा होता है, तो इसका मतलब है; आप स्वस्थ हैं।
एक सरल चीज जो आप सभी लड़कियां कर सकती हैं। वो है, बस अपने भोजन में 40 से 50% कच्चे भोजन को शामिल करना। मतलब वो जीवित हो। वो एक जीवित कोशिका होनी चाहिए। वो कोई सब्जी हो सकती है, कोई फल हो सकता है, कोई सुखा मेवा हो सकता है, या अंकुरित मूंग हो सकता है। कम से कम 40% से 50% भोजन जो आप खाते हैं, वो जीवित होना चाहिए। आप मृत भोजन खाते हैं, फिर आप जीना चाहते हैं। यह थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि अब आपको मुर्दे को जगाना है।
जब आप भोजन को पकाते हैं। भोजन को पचाने के लिए सभी जरूरी चीजें सिर्फ शरीर में ही नहीं होती। भोजन में भी एंजाइम मौजूद होते है। जब आप भोजन को पकाते हैं, तो आप काफी हद तक यह एंजाइम नष्ट कर देते हैं। एंजाइम के बिना खाने पर शरीर को मेहनत करनी पड़ती है। वो हिस्सा बनाने के लिए जो नष्ट हो गया है, और उसके बाद ही वो पचा सकता है।
आमतौर पर खाने के एक से डेढ़ घंटे तक ये शरीर की ऊर्जा को कम कर देता है, उसके बाद धीरे-धीरे भरपाई होती है। क्या आपने देखा हैं। तो भोजन ऊर्जा के लिए है, लेकिन हम ऐसा भोजन बना रहे हैं; कि ये वो पहले डेढ़ घंटो में ऊर्जा ले लेता है। उसके बाद ही धीरे-धीरे ऊर्जा देता है।
वैसे भी आप का पाचन चाहे, जितना भी अच्छा हो। फिर भी आप वे सभी एंजाइम नहीं बना सकते। जो पकाने में नष्ट हो गए है। सिर्फ कुछ हद तक हम बना सकते हैं। अगर आपकी पाचन प्रक्रिया बहुत मजबूत और अच्छी है, तो आप 40 से 50% फिर से बना सकते हैं। उसका जो नष्ट हो गया है। अगर ये पाचन थोड़ा कमजोर है, तो यह संख्या काफी कम है।
तो जो भी हो। अगर आप पका हुआ भोजन खाते हैं, तो आपका खाया हुआ 50 से 60% भोजन आमतौर पर बर्बाद हो जाता है। लेकिन शरीर को फिर भी उस पर काम करना पड़ता है, और जितनी उर्जा ये लगाता है, और जितनी तकलीफ झेलता है। वो बहुत ज्यादा है।
कई लोगों के लिए भोजन के कई मायने हैं। लेकिन मुख्य रूप से शरीर के लिए ये इंधन है। अगर आप सही किस्म का इंधन डालेंगे। तो ये एक निश्चित तरीके से काम करता रहेगा। अगर आप गलत किस्म का इंधन डालेंगे, तो ये किसी तरह से काम चलाएगा।
कई लोगों के लिए भोजन के कई मायने हैं। लेकिन मुख्य रूप से शरीर के लिए ये इंधन है। अगर आप सही किस्म का इंधन डालेंगे। तो ये एक निश्चित तरीके से काम करता रहेगा। अगर आप गलत किस्म का इंधन डालेंगे, तो ये किसी तरह से काम चलाएगा।
मैं ये नहीं कह रहा हूँ, कि इस तरह से खाए या उस तरह से खाए। बस प्रयोग करके देखें। ठीक है। बस प्रयोग करके देखें। आज रात अब जब आप जाए, तो पका हुआ भोजन खाने की जगह फल खाकर देखिये। कल सुबह आपको अलार्म की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप अलार्म से पहले उठ जाएगें, और आप देखेंगे; कि आपकी आंखें भी इस तरह बंद नहीं होंगी।
आप उठते ही एकदम सतर्क होंगे। लोग ये नहीं जानते; कि अपने शरीर में बिल्कुल आराम से होने का क्या मतलब है। दुर्भाग्य से 95% लोग ये नहीं जानते, क्योंकि आप गलत तरीके का इंधन डालते हैं। आप इस शरीर को हवा की तरह रख सकते हैं। आसानी से यह आपसे आगे रहेगा। आपको इसे खींच कर नहीं ले जाना नहीं पड़ेगा। इसे आप से आगे चलना चाहिए। आप बस सही तरह का इंधन डालकर ये कर सकते हैं।
किस तरह का भोजन सबसे अधिक शक्ति देता है।
Reviewed by Tarun Baveja
on
July 14, 2020
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