हानिकारक चीनी की जगह आजमाए ये 6 सेहत वाली चीजें

दोस्तों.. कुछ भी कहो वेट लॉस करना इतना भी आसान नहीं होता। इतना टाइम एफर्ट और पैसा लगाने के बावजूद भी, अक्सर लोगों को वो रिजल्ट्स नहीं मिल पाते, जिनकी उन्हें, उम्मीद होती है। लेकिन दोस्तों.. इस वीडियो में आप से शेयर करूंगा। एक आसान-सा तरीका, जिसके चलते मिनिमम एफर्ट और टाइम लगाने से भी आपको मिलेंगे, मैक्सिमम रिजल्ट्स, और वो आसान तरीका है, चीनी खाना छोड़ दे। आसान है ये। 

जी हां.. मैं आपको मीठा छोड़ने के लिए नहीं कह रहा हूं। मीठा आप खा सकते हैं, बस आपको करना ये है; कि रिफाईन टेबल शुगर को हटाकर उसकी जगह हेल्दी और अल्टरनेटिवस का इस्तेमाल करें। जो कि चीनी की तरह ही मीठे होते हैं। बड़े आसानी से मिल जाते हैं और महंगे भी नहीं होते। आइए.. शुरू करते हैं।
        सबसे नुकसान देय चीज। जो लोग अक्सर रोज ही खाते हैं, वो है चीनी। दोस्तों.. चीनी सिर्फ अन हेल्दी ही नहीं होती, बल्कि एडिक्टिव भी होती है। इतनी की चीनी को कोकेन से 8 गुना ज्यादा एडिक्टिव माना जाता है। वही कोकेन, जो अधिकतर कंट्रीज में बैन है। एक रिसर्च के मुताबिक 94% चूहे, जो कि ऑलरेडी कोकेन के एडिक्ट थे। जब उनको चीनी का सेवन कराया गया, तो अगली बार उन्होंने कोकेन छोड़ चीनी को ही चुना। 

चीनी एक मात्र ऐसा इनग्रीडिएंट है। जिस पर पैकेज फूड इंडस्ट्री चल रही है। ड्रिंकस, जूसिज, बिस्किटस, कैच-अपस, चॉकलेट्स, फ्लेवर- सीरियलस कुछ भी उठा लो। ये सभी शुगर से भरे होते हैं। दोस्तों.. जब हम चीनी खाते हैं, तो हमारा ब्रेन फील गुड केमिकल्स को रिलीज करता है। जिससे, कि चीनी खाने का बार-बार मन करता है। इसलिए तो लोगों को चीनी छोड़ना इतनी मुश्किल हो जाता है। वैसे कैसा हो, अगर आपको चीनी कम न करनी पड़े। बस रिप्लेस कर दे। ऐसा इसलिए, क्योंकि जो शुगर हमें नेचुरल सोर्सेस से मिलती है। जैसे, कि फ्रूट्स। वो बॉडी को उतना नुकसान नहीं पहुंचाती, क्योंकि उसमें शुगर के साथ-साथ फाइबर, विटामिंस, मिनरल्स जो की बॉडी में शुगर को धीरे-धीरे रिलीज होने देते हैं। 

वहीं दूसरी तरफ क्रिस्टलाइज  चीनी बनती है। खूब सारी केमिकल प्रोसेसिंग के बाद, उसमें ना तो कोई मिनिरल बचता है, ना विटामिन, ना फाइबर, ना प्रोटीन उसमें कोई भी न्यूट्रिएंट्स नहीं होता। बस खाली कैलोरीज। दोस्तों.. क्रिस्टलाइज चीनी खाने से मोटापा तो बढ़ता ही है, साथ के साथ बॉडी में झुर्रियां, डार्क सर्कल्स, कील-मुंहासे, कमजोर दांत, मसूड़े, टाइप टू डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।

 दोस्तों.. आप एक सिंपल एक्सपेरिमेंट कीजिए। अगले 21 दिनों के लिए चीनी को हटा कर उसकी जगह पर ये 6 हेल्दी और अल्टरनेटिव्स को यूज कीजिए, और देखिए आपकी बॉडी में क्या फर्क आता है।

          नंबर 6 कोकोनट शुगर- कोकोनट शुगर बनती है, कोकोनट ट्री से। बिना किसी खास रिफायनिंग या केमिकल्स के यूज़ के। रिफाइंन शुगर के मुकाबले ना ही      सिर्फ कोकोनट शुगर बड़ी इजीली डाइजेस्ट हो जाती है, बल्कि इसमें आयरन पोटेशियम, जिंक और कैल्शियम भी होता है। 

   दोस्तों.. कोकोनट शुगर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी सिर्फ 35 होता है, जो कि टेबल शुगर से काफी कम है। कोकोनट शुगर को आप दूध में, दही में, केक्स में, कोर्ड मील में बड़े आराम से यूज कर सकते हैं। कोकोनट शुगर आपको ऑनलाइन बड़ी आसानी से 250gm  ₹135 के आसपास मिल जाएगी।

       नंबर 5 डेट्स शुगर- डेट्स शुगर, जैसे कि नाम से ही पता चलता है। डेट्स से बनती हैं। डेट्स यानी की खजूर नेचुरल ही बड़े मीठे फ्रूट होते हैं। डेट्स शुगर को टेबल शुगर का बड़ा ही हेल्दी और  अल्टरनेटिव माना जाता है, और इसको बनाना भी बेहद इजी है। आप इसको घर पर भी बना सकते हैं। बस, खजूर को रोस्ट करके ग्राइंड कर ले और बाद में इसके पाउडर को छान लें। खजूर से बनी इस शुगर में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है।

     साथ ही इसमें विटामिंस एंड मिनरल्स काफी पाए जाते हैं। डेट्स शुगर खाने से पाचन शक्ति बढ़ना, कोलेस्ट्रॉल कम होना और बोंस की डेंसिटी बढ़ती है। डेट्स शुगर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 45 से 50 होता है। ये डिपेंड करता है, डेट्स की वैरायटी पर। डेट्स शुगर को आप दूध, चाय, दही, मिठाईयां आदि में डाल सकते हैं। डेट्स शुगर थोड़ी महंगी जरूर मिलती है, 200 ग्राम ₹200 के आसपास। मगर इसके फायदे लाजवाब है।

    नंबर 4 मिश्री- हम भारतीय ना जाने कब से मिश्री का इस्तेमाल कर रहे हैं। मिश्री का, क्योंकि बिल्कुल ही रिफाइंन शुगर की तरह टेस्ट होता है। लेकिन इसके फायदे बड़े लाजवाब होते हैं। ये बड़ी हैरानी और दुख की बात है, कि ना जाने कब, हमने मिश्री को ठुकरा कर रिफाइन शुगर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। दोस्तों.. क्या आप जानते हैं, कि जब रिफाइंन शुगर बनती है, तो उसकी एक स्टेज में केमिकल प्रोसेसिंग से पहले, मिश्री बन जाती है।

     मिश्री कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, डाइटरी फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है। मिश्री पाचन क्रिया में मदद और हीमोग्लोबिन को भी बढ़ाती है। रिफाइंन शुगर से भी विपरीत मिश्री का बॉडी पर कूलिंग इफेक्ट होता है। मिश्री को आप जैसे, चाहें यूज कर सकते हैं। चाय, कॉफी, मिल्क, जूस, मिठाइयां आदि। बस ध्यान रहे, कि हमेशा धागे वाली मिश्री ही खरीदें। जो बाजार में चौरस मिश्री मिलती है, उसको बिल्कुल ना खरीदें, क्योंकि वो रिफाइंन शुगर का ही बड़ा वर्जन होता है। धागे वाली मिश्री आपको किरयाने की किसी भी दुकान पर पर 150 किलो के हिसाब से मिल जाएगी।

      नंबर 3 शहद- शहद एक ऐसा खाद्य पदार्थ है। जिसका केमिकल कंपोजिशन ह्यूमन ब्लड से बहुत ही मिलता जुलता है। इस वजह से हमारी बॉडी प्योर हनी में से 100% न्यूट्रिएंट्स को भी आराम से पचा लेती हैं। ये नहीं किसी भी अन्य खाद्य पदार्थ में अगर शहद को मिला दिया जाए, तो वो बड़ी ही आसानी से पच जाता है। हनी एंटीबैक्टीरियल और हायईन- एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण एक जबरदस्त अल्टरनेटिव है शुगर का। 

   हनी दिल को स्वस्थ, दिमाग को तेज़ और बॉडी की एक्स्ट्रा चर्बी को कम करने में बड़ा उपयोगी है। हनी को चपाती, ब्रेड, नींबू, पानी और दूध में डालकर लिया जा सकता है। आपको मार्केट में अलग-अलग तरह का हनी मिल जाएगा इनमें कच्चा शहद सबसे बेस्ट माना जाता है। नॉर्मल ही प्रोसेस्ट हनी तो ₹300 प्रति किलो के हिसाब से आराम से मिल जाएगा।

       नंबर दो स्टीविया- अगर आप कैलरी कॉन्शियस हैं, तो आपके लिए स्टीविया एक बहुत अच्छी ऑप्शन है। स्टीविया एक जीरो कैलरी नेचुरल स्वीटनर है, जो कि स्टीविया प्लांट के पत्ते ही होते है। भले ही, स्टीविया आज-कल पॉपुलर हो रही हो। लेकिन आयुर्वेदिक दवाओं में मीठी तुलसी बहुत पहले से ही डाली जाती है। जो कि स्टीविया का ही दूसरा नाम है। 

   मीठी तुलसी के पत्ते नेचुरल शुगर से 25 गुना ज्यादा मीठे होते हैं और जीरो केलरी होते है। स्टीविया का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी जीरो होता है। जिससे, कि यह ब्लड शुगर लेवल को भी स्पाइक नहीं होने देती। वेट लॉस करने के लिए बहुत अच्छा ऑप्शन है। स्टीविया की गोलियां सूखे पत्ते और शएशे बड़ी ही आसानी से मिल जाते है। ये 1 ग्राम स्टीविया का शएशे आपको पड़ेगा, सिर्फ ₹3 का। बस, स्टीविया का थोड़ा-सा आफ्टर टेस्ट होता है। अगर, आपको उससे कोई प्रॉब्लम नहीं है, तो मैं तो कहूंगा, आज से ही स्टीविया खाना शुरू कर दें।

       इससे पहले, कि मैं अपनी टॉप-पिक रिवील करूं। बात करते हैं,.कुछ डिशऑनरेबल मेंशंस की। हाल ही में, बहुत से लोगों ने शुगर फ्री कोक जीरो और बाकी काफी सारे शुगर फ्री फूड्स खाने शुरू कर दिए हैं, ये सोच कर कि ये हेल्दी अल्टरनेटिव है, शुगर के। एक्चुअल में ऐसे फूड्स में डाले जाते हैं, आर्टिफिशियल स्वीटनर्स जैसे, कि एसपारटेम और  एसीसुफ्लैम पोटैशियम। दोस्तों .. ये आर्टिफिशियल स्वीटनर्स बिल्कुल भी हेल्दी नहीं होते, और इनके लॉन्ग टर्मस साइड इफैक्ट्स देखे जा सकते हैं, इसलिए ध्यान रखें। खासकर ऐसे प्रोडक्ट्स को देखकर ही खरीदें।

       नंबर वन जैगरी एंड जैगरी पाउडर-
दोस्तों.. शुगर का नंबर वन हेल्दी और अल्टरनेटिव है, जैगरी यानी कि गुड और जैगरी पाउडर यानी की शक्कर। गुड़ और शक्कर सदियों से ही भारत में उपयोग किया जाता आ रहा है। न्यूट्रिशनल वैल्यू की अगर बात की जाए, तो गुड में किसी भी और स्वीटनर से ज्यादा न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। जी हां बनता, तो है.. गुड गन्ने के रस से ही है। मगर इसमें मिनिमम प्रोसेसिंग होती है। गुड एक नेचुरल ब्लड प्यूरीफायर है, मेटाबॉलिज्म को बोस्ट करता है,लीवर को डिटॉक्स करता है और कॉन्स्टिपेशन नहीं होने देता। अगर, आपको स्किन की कोई भी प्रॉब्लम है, तो शुगर को जैगिरी या जैगरी पाउडर से रिप्लेस कर दें। आपको रिजल्ट्स मिलने लगेंगे। 

   गुड की तासीर होती है, गर्म और जैगरी पाउडर की होती है, ठंडी। इसलिए, आप गुड को सर्दियों में इस्तेमाल कर सकते हैं, और जैगरी पाउडर को गर्मियों में। दोनों उतने ही फायदेमंद है, दोनों को ही चाहे कॉफी, दूध, मिठाईयां आदि में डाल सकते हैं। दोनों बड़े ही इजीली सस्ते में ही मार्केट में मिल जाते हैं। दोस्तों.. और एक बात गुड जितना डार्क होता है, उतना ही प्योर होता है। सो, वाइट शुगर को इन्ही 6 हेल्दी और अल्टरनेटिव से 21 दिन के लिए रिप्लेस करके देखिए, और आप पाएंगे कि आपका बॉडी फेट कम हो रहा है। स्किन ग्लो कर रही है और एनर्जी बढ़ती जा रही है।
      
हानिकारक चीनी की जगह आजमाए ये 6 सेहत वाली चीजें हानिकारक चीनी की जगह आजमाए ये 6 सेहत वाली चीजें Reviewed by Tarun Baveja on July 14, 2020 Rating: 5

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