* फल खाने का सही तरीका और सही टाइम: फ्रूट्स, नेचर के गिफ्ट्स है। हालांकि 90% से भी ज्यादा लोग फ्रूट को गलत तरीके से खाते हैं, जिसकी वजह से उन्हें ना ही फ्रूट से प्रॉपर न्यूट्रीशन मिल पाता है, बल्कि डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स, स्किन एलर्जी, बाल सफेद होना और बाल झड़ना जैसी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। दुख की बात तो ये है कि इस धरती के सबसे हेल्दी फूड खाने के बावजूद भी लोग फ्रूट से बेनिफिट नहीं ले पाते। इसलिए अगर आप जानना चाहते हैं कि फ्रूट खाने का सबसे अच्छा तरीका कौन सा है। तो आज हम आपको इस बारें में बताने जा रहे हैं।
फ्रूट्स इस धरती पर सबसे पौष्टिक फूड्स में से एक है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका फिटनेस स्कोर क्या हैं। फ्रूट हमेशा ही आपकी डाइट में होने चाहिए; लेकिन क्योंकि फ्रूट्स हेल्दी होते हैं तो लोग यह समझ लेते हैं कि फ्रूट को जब चाहे, तब खा लो। जिसकी वजह से उनको फायदा नहीं, नुकसान हो जाता है। तभी तो रोज फ्रूट्स खाने से भी लोगों में अक्सर विटामिन की डिफिशिएंसी होती है, जिसकी वजह से उन्हें कैल्शियम और मल्टी विटामिन टेबलेट्स की तरफ भागना पड़ता है।
* नंबर 1: फ्रूट को खाने के बाद खाना। हमें अक्सर ही खाने के बाद कुछ मीठा खाने का पसंद होता है। हालांकि, जब हम थोड़े हेल्थ कॉन्शियस हो जाते हैं तो हम फ्रूट को स्वीट डिश की तरह खाने लगते हैं। लेकिन क्या आपको पता है, ऐसा करने से आप अपने डाइजेस्टिव सिस्टम के साथ गड़बड़ कर रहे हैं। जी हां.. अर्ज कीजिए, कि आपने दो रोटी खाई और उसके बाद आपने फ्रूट खा लिया, अब प्रॉब्लम हो जाएगी; क्योंकि फ्रूट्स बहुत जल्दी पच जाते हैं, जबकि रोटी को पचने में थोड़ा टाइम लगता है।
जी हां.. फ्रूट को एक बार कट करने के बाद 20 मिनट के अंदर खा लेना चाहिए वरना वो अपनी पौष्टिकता को खोने लगते हैं। यही नहीं फ्रूट्स, जो कि मोस्टली Alkaline होते है। ऐसा खाना खाने के बाद बॉडी में एसिडिटी पैदा कर देते हैं। ऐसा रोज-रोज करने से आपका ब्लड थोड़ा Acidic होने लगता है, जिसकी वजह से स्किन प्रॉब्लम, सफेद बाल और हेयर फॉल की समस्या आने लगती है।
ये बहुत अच्छी बात है, कि आप फ्रूट्स को अपने स्नेक के तौर पर चुनते हैं। बस ये ध्यान रखें कि फ्रूट्स को काटकर मत लेकर जाए, पूरा फ्रूट ही साथ ले जाए।
* नंबर 3: लोकल फ्रूट्स ना खाना। विदेशी फ्रूट्स आजकल फैशन में है। आजकल भारतीय सुपरमार्केट्स में Kiwi, Berries, Avocado की भरमार है, जो सात समुंदर पार से पैक होकर आपके पास पहुंचते हैं। लोग आजकल लोकल फ्रूट को छोड़कर, ये विदेशी फ्रूट्स खा रहे हैं, जैसे उनमें तो कुछ बहुत ही खास न्यूट्रिएंट्स हो। यह तब होता है, जब किसी चीज की जमकर मार्केटिंग की जाए। हालांकि, सच्चाई इससे बिल्कुल विपरीत है।
जो फ्रूट्स लोकल होते हैं, अच्छे से पक्के होते हैं और जब ये सीजन में खाए जाते हैं, तो यह वहां के लोगों के लिए किसी अमृत से कम नहीं होते। आप की बॉडी की न्यूट्रिएंट्स एबर्सोब करने की क्षमता लोकल फ्रूट से कहीं ज्यादा होती है, विदेशी फ्रूट्स के मुकाबले। इसमें कोई डाउट नहीं कि कीवी, बैरिस वगैरह बहुत न्यूट्रिशंस है, लेकिन उन्हीं लोगों के लिए जो लोग वहां रहते हैं, जहां यह नेचुरल उगते हैं।
* नंबर 4: फ्रूट जूस पीना। क्या आप हमेशा साबुत फ्रूट छोड़, फ्रूट जूस पीना पसंद करते हैं। हालांकि, फ्रूट जूस पीना ठीक है, लेकिन साबुत फ्रूट खाना बेहतर है। इसके बहुत कारण है, पहला तो ये जब भी आप फ्रूट जूस पीते हैं तो आप फ्रूट के बहुत ही इंपॉर्टेंट पार्ट को मिस कर जाते, जो कि है डाइटरी फाइबर। यह तो हम सब भी जानते हैं, कि डाइटरी फाइबर हमारी डाइजेशन के लिए कितना ज्यादा इंपोर्टेंट है। दूसरा क्योंकि फ्रूट में नेचुरल शुगर ज्यादा होती है, तो जो लोग ऐसा सोचते हैं कि कहीं फैट लॉस जर्नी में रुकावट तो नहीं आएगी, तो उन्हें फ्रूट जूस की बजाए, साबुत फ्रूट ही खाना चाहिए।
फ्रूट में जो फाइबर होता है, वह इस बात का ध्यान रखता है कि आपका ब्लड इन्सुलिन लेवल एकदम से स्पाइक ना हो। एक और बात जो ज्यादातर लोग ध्यान नहीं देते कि जब हम फ्रूट को मिक्सी में पिसते हैं तो हिट की वजह से फ्रूट के काफी विटामिंस और मिनरल्स भी नष्ट हो जाते हैं। वैसे आप कभी-कभी तो फ्रूट जूस पी सकते हैं, लेकिन ज्यादातर पूरा साबुत फ्रूट ही खाएं और फ्रूट जूस से मेरा मतलब फ्रेश फ्रूट जूस। वो डब्बा बंद फ्रूट जूस नहीं, जिसमें न्यूट्रिशन के नाम पर कुछ भी नहीं होता। बल्कि चीनी, आर्टिफिशियल फ्लेवर से भरे होते हैं।
* नंबर 5: फ्रूट्स को दूध के साथ मिलाकर लेना। हम भारतीयों का शाम का चाय के बिना काम नहीं चलता और जब हम थोड़े डाइट कॉन्शियस हो जाते हैं, तो भुजिया जाता है, बाहर और फ्रूट आ जाते हैं, अंदर। जबकि हमें ये नहीं पता कि दूध और फ्रूट का कॉम्बिनेशन हेल्दी नहीं है। खट्टे फल जैस कि संतरे, नींबू तो कभी भी दूध चाय के साथ कंबाइन नहीं करना चाहिए। ऐसा लगातार करने से बॉडी में उल्टे रिएक्शन होते हैं, जिसका इफेक्ट हमारी स्किन पर आता है। बस वही फल जो बिल्कुल पके हुए और मीठे होते हैं, जैसे कि, केला, खजूर और आम को दूध के साथ मिलाकर कभी-कभी पिया जा सकता है।
* नंबर 6: रात को फ्रूट खाना। बहुत से लोग ऐसा सोचते हैं कि फ्रूट्स हेल्दी है तो इन्हें किसी भी टाइम खाया जा सकता है। ये सही नहीं है। आयुर्वेद के अनुसार फ्रूट्स को सूर्यास्त के बाद नहीं खाना चाहिए; क्योंकि फ्रूट्स ठंडी तासीर के होते हैं और हमारा शरीर रात को इन्हें ठीक से नहीं पचा पाता। रात को फ्रूट खाने से एसिडिटी हो सकती है, जिससे हमारी नींद भी डिस्टर्ब हो सकती है। इसलिए फ्रूट को शाम को 6:00 बजे से पहले-पहले ही खाने की आदत बनाएं।
तो दोस्तों.. यह थी कुछ सबसे कॉमन मिस्टेक्स जो लोग फ्रूट खाते हुए करते हैं। आइए अब जान लेते हैं कि कब, कैसे और कौन-सा फ्रूट खाएं, ताकि पूरा फायदा मिला।
* कब फ्रूट्स खाएं: फ्रूट को खाने का सबसे बेस्ट टाइम है, सुबह खाली पेट। अगर आप ब्रेकफास्ट से पहले सुबह खाली पेट फ्रूट खाने की आदत डाल लेंगे तो यह आपकी बॉडी को डिटॉक्सिफाई करने में बहुत हेल्प करेगा। फ्रूट्स को ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बीच में मॉर्निंग या इवनिंग स्नेक के रूप में भी खा सकते हैं। बस 2 घंटे का गैप रखे।
* फ्रूट कैसे खाएं: जैसे कि हमने पहले डिस्कस किया। अगर आप फ्रूट का पूरा फायदा लेना चाहते हैं, तो फ्रूट जूस छोड़ पूरा फ्रूट खाएं। अगर आपका फ्रूट जूस पीने का मन है तो जल्दी से मत पिए, बल्कि धीरे-धीरे सिप सिप करते हुए पिए, ताकि अच्छे से पाचक रस बन सके।
* कौन सा फ्रूट खाएं: इसे तो रूल बना ले। जो फ्रूट आपसे घर से 100 किलोमीटर के रेडियस में ग्रो होता हो, पूरा अच्छा से पका हुआ और सीजन में भी हो। वो फ्रूट आपके लिए बेस्ट है। इससे ना ही सिर्फ आपकी बॉडी को प्रॉपर न्यूट्रिशन मिलेगा, बल्कि आप सारा साल नए-नए फ्रूट्स इंजॉय कर पाएंगे। इसमें कोई शक नहीं कि फल प्रकृति के सबसे मीठे उपहार होते हैं। हमें बस इतना करना है, कि इन्हें सही तरीके से खाएं।
फ्रूट्स इस धरती पर सबसे पौष्टिक फूड्स में से एक है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका फिटनेस स्कोर क्या हैं। फ्रूट हमेशा ही आपकी डाइट में होने चाहिए; लेकिन क्योंकि फ्रूट्स हेल्दी होते हैं तो लोग यह समझ लेते हैं कि फ्रूट को जब चाहे, तब खा लो। जिसकी वजह से उनको फायदा नहीं, नुकसान हो जाता है। तभी तो रोज फ्रूट्स खाने से भी लोगों में अक्सर विटामिन की डिफिशिएंसी होती है, जिसकी वजह से उन्हें कैल्शियम और मल्टी विटामिन टेबलेट्स की तरफ भागना पड़ता है।
इस आर्टिकल में, मैं आपसे शेयर करूंगा 6 कारण कि आप फ्रूट को गलत तरीके से खा रहे हैं और उन्हें ठीक कैसे किया जाए। इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको बिल्कुल क्लियर हो जाएगा कि फ्रूट को कब, कैसे, कौन-सा फ्रूट खाएं। ताकि आप फ्रूट से मैक्सिमम बेनिफिट्स ले सके।
* नंबर 1: फ्रूट को खाने के बाद खाना। हमें अक्सर ही खाने के बाद कुछ मीठा खाने का पसंद होता है। हालांकि, जब हम थोड़े हेल्थ कॉन्शियस हो जाते हैं तो हम फ्रूट को स्वीट डिश की तरह खाने लगते हैं। लेकिन क्या आपको पता है, ऐसा करने से आप अपने डाइजेस्टिव सिस्टम के साथ गड़बड़ कर रहे हैं। जी हां.. अर्ज कीजिए, कि आपने दो रोटी खाई और उसके बाद आपने फ्रूट खा लिया, अब प्रॉब्लम हो जाएगी; क्योंकि फ्रूट्स बहुत जल्दी पच जाते हैं, जबकि रोटी को पचने में थोड़ा टाइम लगता है।
फ्रूट्स खाने के थोड़ी देर बाद ही पेट के रास्तों आंतों में चले जाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा; क्योंकि आपने उसे जस्ट पहले ही रोटी खा ली थी। अब जैसे ही फ्रूट रोटी के कांटेक्ट में आएगा तो पूरा खाना सड़ने लगेगा। ऐसा क्यों, क्योंकि वह फॉर्मेंट होने लग जाएगा। यही रीजन है, जब आप लोगों से सुनते हैं कि संतरा खाते ही मेरा पेट फूल जाता है, केला खाता ही टॉयलेट का प्रेशर पड़ जाता है। ऐसा अक्सर तभी होता है, जब आप फ्रूट्स को खाने के बाद ही खाते हैं।
* नंबर 2: फ्रूट्स को काटकर बाद के लिए स्टोर कर लेना। आज कल की फास्ट लाइफ में हम चलते फिरते खाते हैं। हम फ्रूट्स को एक रात पहले ही कट करके सुबह के लिए फ्रिज में रख देते हैं। हम फ्रूट्स को काटकर ऑफिस ले जाते हैं। ताकि हमें बाहर कुछ अन हेल्थी ना खाना पड़े। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि बहुत देर से कटे हुए फ्रूट्स काफी हद तक अपनी न्यूट्रिशन वैल्यू को खो देते हैं।
जी हां.. फ्रूट को एक बार कट करने के बाद 20 मिनट के अंदर खा लेना चाहिए वरना वो अपनी पौष्टिकता को खोने लगते हैं। यही नहीं फ्रूट्स, जो कि मोस्टली Alkaline होते है। ऐसा खाना खाने के बाद बॉडी में एसिडिटी पैदा कर देते हैं। ऐसा रोज-रोज करने से आपका ब्लड थोड़ा Acidic होने लगता है, जिसकी वजह से स्किन प्रॉब्लम, सफेद बाल और हेयर फॉल की समस्या आने लगती है।
ये बहुत अच्छी बात है, कि आप फ्रूट्स को अपने स्नेक के तौर पर चुनते हैं। बस ये ध्यान रखें कि फ्रूट्स को काटकर मत लेकर जाए, पूरा फ्रूट ही साथ ले जाए।
* नंबर 3: लोकल फ्रूट्स ना खाना। विदेशी फ्रूट्स आजकल फैशन में है। आजकल भारतीय सुपरमार्केट्स में Kiwi, Berries, Avocado की भरमार है, जो सात समुंदर पार से पैक होकर आपके पास पहुंचते हैं। लोग आजकल लोकल फ्रूट को छोड़कर, ये विदेशी फ्रूट्स खा रहे हैं, जैसे उनमें तो कुछ बहुत ही खास न्यूट्रिएंट्स हो। यह तब होता है, जब किसी चीज की जमकर मार्केटिंग की जाए। हालांकि, सच्चाई इससे बिल्कुल विपरीत है।
जो फ्रूट्स लोकल होते हैं, अच्छे से पक्के होते हैं और जब ये सीजन में खाए जाते हैं, तो यह वहां के लोगों के लिए किसी अमृत से कम नहीं होते। आप की बॉडी की न्यूट्रिएंट्स एबर्सोब करने की क्षमता लोकल फ्रूट से कहीं ज्यादा होती है, विदेशी फ्रूट्स के मुकाबले। इसमें कोई डाउट नहीं कि कीवी, बैरिस वगैरह बहुत न्यूट्रिशंस है, लेकिन उन्हीं लोगों के लिए जो लोग वहां रहते हैं, जहां यह नेचुरल उगते हैं।
हमारे लिए केला, संतरा, पपीता, आम और बाकी सीजनल फ्रूट्स बेस्ट है। और ऊपर से ये विदेशी फ्रूट्स बहुत ज्यादा महंगे भी होते हैं। इसलिए आपको कभी भी किसी से पूछने की जरूरत नहीं है, कि कौन सा फ्रूट खाओ और कौन सा नहीं। जो भी फ्रूट सीजन में हो उसे जरूर खाएं, ना कि सिर्फ आपकी बॉडी को लोकल फ्रूट्स मैक्सिमम न्यूट्रिशंन मिलेगा, बल्कि इससे आप लोकल वेंडर की भी मदद करेंगे।
* नंबर 4: फ्रूट जूस पीना। क्या आप हमेशा साबुत फ्रूट छोड़, फ्रूट जूस पीना पसंद करते हैं। हालांकि, फ्रूट जूस पीना ठीक है, लेकिन साबुत फ्रूट खाना बेहतर है। इसके बहुत कारण है, पहला तो ये जब भी आप फ्रूट जूस पीते हैं तो आप फ्रूट के बहुत ही इंपॉर्टेंट पार्ट को मिस कर जाते, जो कि है डाइटरी फाइबर। यह तो हम सब भी जानते हैं, कि डाइटरी फाइबर हमारी डाइजेशन के लिए कितना ज्यादा इंपोर्टेंट है। दूसरा क्योंकि फ्रूट में नेचुरल शुगर ज्यादा होती है, तो जो लोग ऐसा सोचते हैं कि कहीं फैट लॉस जर्नी में रुकावट तो नहीं आएगी, तो उन्हें फ्रूट जूस की बजाए, साबुत फ्रूट ही खाना चाहिए।
फ्रूट में जो फाइबर होता है, वह इस बात का ध्यान रखता है कि आपका ब्लड इन्सुलिन लेवल एकदम से स्पाइक ना हो। एक और बात जो ज्यादातर लोग ध्यान नहीं देते कि जब हम फ्रूट को मिक्सी में पिसते हैं तो हिट की वजह से फ्रूट के काफी विटामिंस और मिनरल्स भी नष्ट हो जाते हैं। वैसे आप कभी-कभी तो फ्रूट जूस पी सकते हैं, लेकिन ज्यादातर पूरा साबुत फ्रूट ही खाएं और फ्रूट जूस से मेरा मतलब फ्रेश फ्रूट जूस। वो डब्बा बंद फ्रूट जूस नहीं, जिसमें न्यूट्रिशन के नाम पर कुछ भी नहीं होता। बल्कि चीनी, आर्टिफिशियल फ्लेवर से भरे होते हैं।
* नंबर 5: फ्रूट्स को दूध के साथ मिलाकर लेना। हम भारतीयों का शाम का चाय के बिना काम नहीं चलता और जब हम थोड़े डाइट कॉन्शियस हो जाते हैं, तो भुजिया जाता है, बाहर और फ्रूट आ जाते हैं, अंदर। जबकि हमें ये नहीं पता कि दूध और फ्रूट का कॉम्बिनेशन हेल्दी नहीं है। खट्टे फल जैस कि संतरे, नींबू तो कभी भी दूध चाय के साथ कंबाइन नहीं करना चाहिए। ऐसा लगातार करने से बॉडी में उल्टे रिएक्शन होते हैं, जिसका इफेक्ट हमारी स्किन पर आता है। बस वही फल जो बिल्कुल पके हुए और मीठे होते हैं, जैसे कि, केला, खजूर और आम को दूध के साथ मिलाकर कभी-कभी पिया जा सकता है।
* नंबर 6: रात को फ्रूट खाना। बहुत से लोग ऐसा सोचते हैं कि फ्रूट्स हेल्दी है तो इन्हें किसी भी टाइम खाया जा सकता है। ये सही नहीं है। आयुर्वेद के अनुसार फ्रूट्स को सूर्यास्त के बाद नहीं खाना चाहिए; क्योंकि फ्रूट्स ठंडी तासीर के होते हैं और हमारा शरीर रात को इन्हें ठीक से नहीं पचा पाता। रात को फ्रूट खाने से एसिडिटी हो सकती है, जिससे हमारी नींद भी डिस्टर्ब हो सकती है। इसलिए फ्रूट को शाम को 6:00 बजे से पहले-पहले ही खाने की आदत बनाएं।
तो दोस्तों.. यह थी कुछ सबसे कॉमन मिस्टेक्स जो लोग फ्रूट खाते हुए करते हैं। आइए अब जान लेते हैं कि कब, कैसे और कौन-सा फ्रूट खाएं, ताकि पूरा फायदा मिला।
* कब फ्रूट्स खाएं: फ्रूट को खाने का सबसे बेस्ट टाइम है, सुबह खाली पेट। अगर आप ब्रेकफास्ट से पहले सुबह खाली पेट फ्रूट खाने की आदत डाल लेंगे तो यह आपकी बॉडी को डिटॉक्सिफाई करने में बहुत हेल्प करेगा। फ्रूट्स को ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बीच में मॉर्निंग या इवनिंग स्नेक के रूप में भी खा सकते हैं। बस 2 घंटे का गैप रखे।
* फ्रूट कैसे खाएं: जैसे कि हमने पहले डिस्कस किया। अगर आप फ्रूट का पूरा फायदा लेना चाहते हैं, तो फ्रूट जूस छोड़ पूरा फ्रूट खाएं। अगर आपका फ्रूट जूस पीने का मन है तो जल्दी से मत पिए, बल्कि धीरे-धीरे सिप सिप करते हुए पिए, ताकि अच्छे से पाचक रस बन सके।
* कौन सा फ्रूट खाएं: इसे तो रूल बना ले। जो फ्रूट आपसे घर से 100 किलोमीटर के रेडियस में ग्रो होता हो, पूरा अच्छा से पका हुआ और सीजन में भी हो। वो फ्रूट आपके लिए बेस्ट है। इससे ना ही सिर्फ आपकी बॉडी को प्रॉपर न्यूट्रिशन मिलेगा, बल्कि आप सारा साल नए-नए फ्रूट्स इंजॉय कर पाएंगे। इसमें कोई शक नहीं कि फल प्रकृति के सबसे मीठे उपहार होते हैं। हमें बस इतना करना है, कि इन्हें सही तरीके से खाएं।
6 कारण कि आप fruits गलत तरीके से खा रहे हो
Reviewed by Tarun Baveja
on
July 27, 2020
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