क्या है यूरिक एसिड। यूरिक एसिड में क्या खाएं क्या नहीं।
नमस्कार बहुत लोगों को कंफ्यूजन है कि यूरिक एसिड में क्या खाएं क्या ना खाएं। मैंने भी लिख कर रख लिया है। आपके लिए ताकि मैं भी कुछ भूल ना जाऊं। कि आपको कोई चीज बतानी बाद में मुझे याद आए कि यह तो मैंने बोला ही नहीं। इस लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ सामने रखा है और आपको मैं एक-एक करके बताता हूं। कि यूरिक एसिड में हमें क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए।
यूरिक एसिड से ही आपको समझ आ रही है। अम्ल है एसिड है। यह ब्लड में हमारे बहता है यह एक तरह की गंदगी है। जैसे गाड़ी चलती है तो धुआ छोड़ती है। ऐसी शरीर चलता है तो इस तरह के एसिड थोड़े थोड़े बनते है। पर वो किडनी निकालती रहती है। लेकिन कभी-कभी बहुत ज्यादा बनने लग जाते हैं। और यह किडनी के लिए निकालना भी मुश्किल हो जाता है। और उल्टा हमारी लाइफ स्टाइल बहुत गड़बड़ होते है जिस से हमारी बॉडी के जहां से ये गंदगियां निकालनी है बाहर। पेशाब है ,मल है, पसीना है,वह सारे सुराख बंद होने लगते हैं क्योंकि हमारा आहार गलत होता है।
उदाहरण के तौर पर किसी ने मुझे पूछा कि अचार क्यों मना करते हैं आप ज्यादा खाने के लिए। तो मैंने उसको बोला कि ज्यादा अचार इसलिए मना करते हैं। कि उसमें आप नमक तोल कर डालते हैं। आम का अचार डालना है। तो बराबर नमक डालता है तोल तोल के। जितना आप नमक ज्यादा कंज्यूम करेंगे। नमक क्या करता है। जो आपके सुराख होते हैं जैसे पसीने के, जो बॉडी के, बाकी जो जहाँ से गंदगी निकलती है। उनको यह बंद करता है। अंदर से लॉक करता है। जैसे दरवाजा अंदर से लॉक हो जाना। उसे बॉडी डीटॉक्स नहीं हो पाती। डीटॉक्स नहीं हो पाती तो अंदर बीमारियां ज्यादा इकठी होनी शुरू हो जाती हैं। जिस कमरे में हवा न जाये या कई बार आप भोजन बनाते हैं तो डिब्बे में बंद कर लेते हैं। जिसमें हवा न पहुंचे उसमें तो भोजन भी बदबू मार देता है। तो हमारे अंदर पूरा वल्तिलोशन ना हो टॉक्सिन बाहर ना निकले तो अंदर क्या हालत होते है। आप समझ सकते हैं।अभी में मैन मुद्दे पर आता हूं। यूरिक एसिड में हमें क्या खाना है क्या नहीं खाना।
पहले ऊपर ऊपर से बताता हूं कि आपका कन्फ्यूजन क्लियर हो जाए। आपको यूरिक एसिड में एसिडिक चीजें नहीं लेनी। एल्कलाइन खारी चीजें लेंगे।
दूसरा आप प्रोटीन वाली चीजें नहीं लेनी जिसमें हैवी प्रोटीन होता है। जब प्रोटीन अंदर जाता है। वो पचता है टूटता है फिर टूट कर के तो फिर यूरिक एसिड बनता है ज्यादा मात्रा मे। यही कारण होता है हम प्रोटीन भी काफी समय के लिए बहुत कम करा देते हैं। आप बोलोगे इसके बिना शरीर कैसे चलेगा। बाकी जो चीजें ले रहे होते हैं। जो लो प्रोटीन होती हैं। उसमें वह डेली बॉडी की नीड पूरी हो जाती है। जो आगे बॉडी ने बनना है। बॉडी का ब्रेकडॉन होकर नई चीजें बनना वह बेशक थोड़े दिन कम रहता है।लेकिन बॉडी सरवाइल कर लेती हैं। उतने लो प्रोटीन वाली चीजों से। हर चीज में थोड़ा-थोड़ा प्रोटीन होता ही है। लेकिन वह जो हाई प्रोटीन वाली चीजें हैं। वह हम बंद करवा देते हैं। तो देख लेते हैं सबसे पहले क्या-क्या बंद करना है क्या क्या लेना है।
बंद करना है गोमूत्र। जो भी गोमूत्र लेते हैं वैसे गोमूत्र कोई नुकसान नहीं बहुत अच्छा है लेकिन थोड़ा गर्म होता है। पित्त प्रकृति वालों के लिए सही नहीं होता। वैसे भी जिनको यूरिक एसिड बढ़ता है। तो वैसे भी यूरिक एसिड होता है गोमूत्र में थोड़ा सा। तो आप गोमूत्र ना ले जिनका यूरिक एसिड बढ़ता है। जिनका नहीं बढ़ता वह लोग डरे ना कि हमारा यूरिक एसिड बढ़ तो नहीं जाएगा वो अलग बात है। लेकिन जिनका बढ़ता है उनके लिए गोमूत्र सही नहीं है।
दूसरे नंबर पर आती मूंगफली, या मूंगफली का तेल, यह भी प्रोटीन है। तो आप उसे अवॉइड करेंगे। जब तक आपका यूरिक एसिड ठीक नहीं हो जाता। ओर एक बार ठीक होने के बाद ये सारी चीजें इकठी नहीं शुरू करनी होती।ठीक है आपको प्रोटीन की नीड थोड़ी सी है तो आप दिन में थोड़ी सी मूंगफली किसी ना किसी वक्त खाली या दाल खा ली ठीक होने के बाद तो वे पूरी हो जाती है आपके प्रोटीन की नीड।
आपको भिंडी नहीं खानी। क्योंकि यह लोसदार सब्जी है। यह एसिडिक मीडियम तैयार करती है। बॉडी में डायरेक्टली यूरिक एसिड नहीं बढ़ाती बॉडी में। लेकिन एसिडिक करती है। ऐसे में राजमा उड़द सरसों का साग बॉडी को एसिडिक करता है। और तो और नींबू ठीक है। लेकिन ऐसे डायरेक्ट नींबू आप नहीं ले सकते। कभी कबार जिसमें घी डाला हो ऐसी चीज जैसे कि सब्जी है उसमें घी डाला है थोड़ा नींबू डाल सकते हैं। घी और नींबू इकट्ठा होकर अगर दाल या सब्जी के साथ कभी कभी आपके शरीर मे जाएगा वह आपको यूरिक एसिड को तंग नहीं करेगा।
सारे फल आप ले सकते हैं इसमें। लेकिन आपको इसमें खट्टे फल थोड़े समय के लिए बंद करने हैं। लेकिन शुरू शुरू में आपको नींबू मना है। इस तरह से खट्टे में संतरा आदि माना है ठीक होने के बाद नार्मल ही धूप में बैठकर आप खट्टी चीजों का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा सब्जियों में शलगम, मूली ,मूली के पत्ते, टिंडा, परवल, यह सब ले सकते हैं लौकी ,कद्दू, हलवा कद्दू ,जिसको बोलते हैं बैंगन ,टमाटर लेना मना भी नहीं है और छूट भी नहीं । तो ऐसे करे बहुत हल्का सा छिलका और बीज निकालकर थोड़ा-थोड़ा आप सब्जी में ले लो।
यूरिक एसिड8, 9, 10,11, तक चला जाता है तो टमाटर भी मना है। लौकी ले लिया। टमाटर थोड़ा आ गया। करेला ले सकते है। करेला खुश्क होता है इसलिए घी में तलना अच्छा होता है। तोरी, गाजर, कभी-कभी गाजर ले सकते हैं। पत्ता गोभी ,फूल गोभी, मसरूम ये सब चल सकता है।
मिल्क प्रोडक्ट में दूध नहीं चलेगा। दही नहीं चलेगा। जब तक यूरिक एसिड नॉर्मल नहीं हो जाएगा। क्या चलाएं आप अगर मिल जाए तो कोकोनट मिल्क आप ले सकते हैं। अगर नहीं मिलता तो रहने दे। छाछ भी नहीं लेना है। नींबू, सॉस चटनियां ,यह भी जिसमें टाटरी डाली होती है। खट्टी चटनियाँ यह सही नहीं है।
मेवे ले सकते हैं किसमिश, अंजीर ,आदि ले सकते हैं। लेकिन बादाम नहीं। इसी तरह अखरोट नहीं।
प्रोटीन में न्यूट्रिक्स को सोया बोलते है । मल्टीग्रेन आटा नहीं ले सकते प्रोटीन में बहुत रिच होता है। सादा आटा लीजिए चोकर वाला। बेसन नहीं ले सकते बहुत प्रोटीन में तेज है। भुना चना नहीं ले सकते। दाले नही ले सकते। दाले आपको 30 या 40 दिन बंद रखनी चाहिए। बाद में शुरू करें तो हफ्ते में एक दो बार हल्की हल्की मूंग की दाल से ठीक होने के बाद। दही मैंने मना कर दी। फलियां नहीं ले सकते हैं। बीज में बहुत प्रोटीन होता है। और राजमा ,पनीर ,पनीर बहुत गलत है आपके लिए आप तंग हो जायेंगे अगर यूरिक एसिड में लिया तो। क्या ले फिर। गाय का घी लीजिए। फूल मखाने लीजिए। सब्जियों का जूस लीजिए। अदरक लीजिए। अदरक डालिए अपनी सब्जियों में अच्छा लगेगा। यूरिक एसिड कम होगा। थोड़ा लहसुन डालिए। करेला लीजिए। यह सब चीजें आपके काम की हैं।
जरूरी जरूरी जो परहेज थे। जरूरी जरूरी जो मुझे लगा जो स्पेशल आपको लेनी चाहिए चीजें। वह मैंने आपको बता दी। अनाजो में, सब्जियों में ,फलों में, फल सारे ले सकते हैं बस खट्टे फल थोड़े समय के लिए छोड़ दे। केला,सेब, पपीता, अमरूद ,चीकू, सब ले सकते हैं। और कच्ची चीज पहले पक्की चीज बाद में खाना। जब भी खाना है तो कच्ची चीज पहले। अगर खाना खाने के बाद फ्रूट खा रहे हैं तो आप कच्ची चीज सलाद खा रहे हैं तो आपकी बॉडी में फिर एसिडिक मीडियम तैयार होगा। फिर यूरिक एसिड बढ़ेगा। यह हमेशा के लिए नियम याद रखना। और इसमें मैंने एक आपको टॉपिक बताया था। अष्टनिधि पेय आठ चीजे डालती है उस में। आप डेढ़ चम्मच उस दवाई को डेढ़ गिलास पानी में उबालें और एक तिहाई रह जाए। छान कर सुबह खाली पेट ले लीजिए।30 या40 दिन या पूरे 48 दिन उसमें आपको यूरिक एसिड में आराम आएगा।
लेकिन जिनको ज्यादा बढ़ गया है 8 से भी ऊपर हो गया है।तो ये अष्टनिधि पेय है उनको रिक्वेस्ट करूंगा पानी डेढ़ ग्लास की जगह एक ग्लास डालें क्योंकि वह दिक्कत ना करें।लेट न हो जाये उबलने मे। लेकिन उस काढ़े को ढक कर उबालें। आपका यूरिक एसिड आठ से भी आगे निकल गया है। तो ढक्क के उबले उसे काढ़े को तो फिर पिये। इस तरह गिलोय, लोकी ,एलोवेरा, करेले का जूस ,यह चारों का जूस मिक्स करके आप खाली पेट ले सकते हैं। थोड़ा प्राणायाम करें। पानी ज्यादा पीजिए। 3:00 से 5:00 शाम को मंडूक आसन करिए। थोड़ी कड़वी चीजें ,थोड़ा कुछ गाय का घी, सब मिली जुली चीजे ले । और चाय बहुत तंग करती है मैं भूलने वाला था। चाये जो है यह सारे परहेज करने के बाद भी जो पांच कप या सात कप चाय पीते हैं। तो एक आधा कप आप अपने लिहाज से ले। मेरी तरफ से चाय सही नहीं है।
लॉन्ग टर्न के लिए सोचो आप। थोड़ा समय के लिए सोचते है।आप की ठीक हो जाऊ में। फिर खाना खा लूंगा। खाने के लिए नहीं हम पैदा हुए। हमें बहुत कुछ और करना है तो हम उतना खाएं। जितना हम लाइफ लोंग खा सके।ओर हमें कोई बीमारी ना सताए।यह तभी सताती है बीमारियां जब हम प्रोटीन वाली चीजें ज्यादा कंज्यूम करते हैं ।और हमारा वर्कआउट जीरो हो जाता है। हमारा लाइफस्टाइल बहुत गड़बड़ हो जाती है। तली हुई चीज खाकर ऊपर से पानी पीने लग जाते हैं। तो डायनेशन धीरे धीरे सलौ। फिर खाना सड़ने लग जाता है तो आपको फिर बहुत दिक्कतें आती हैं। तो यह था आज का टॉपिक जिसमें मैंने यूरिक एसिड के बारे में आपका क्या चीजें आप ऐसे करें ऐसे ना करें तो। आपको उम्मीद करता हूं कुछ ना कुछ नई जानकारी मिली होगी । फिर भी कुछ डाउट रह गए हो तो हमें जरूर बताएं। फिर एक और चर्चा कर लेंगे आज फिलहाल इतना ही नमस्कार।।

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