गृहस्थी पर संकट ले आती है ये 6 बातें
1. बुद्धिहीन पुत्र
ऐसा पुत्र जो गलत कामों में हो गलत आचरण में हो और जैसी बुद्धि धर्म अधर्म का भेद ना करें। ऐसे बुद्धिहीन पुत्र होने पर गृहस्ती संकट में आ जाती है।
2. कलहप्रिय स्त्री
हमने आजकल देखा है कि कई स्त्रियां घर में बहुत कलह करती हैं। जो स्त्रियां इस तरह की की होती है उनके घर में कभी भी शांति नहीं होती। उनके घर में हमेशा आशांति बनी रहती है। धन वैभव भी नहीं आता है क्योंकि ऐसी स्त्रियां सबके दिमाग में टेंशन बढ़ती रहती हैं।
3. रोग
अगर घर में कोई रोगी हो तो घर का सुखचैन सब कुछ चला जाता है। जो भी धन आता है वह पानी के घर में बहता रहता है। घर में कोई भी खुशी तब तक अच्छी नहीं लगती जब तक घर में कोई रोगी है।
4. अपवित्रता
परिवार या घर के सदस्यों में किसी भी प्रकार की अपवित्रता दरिद्रता के ही संकेत हैं। इसलिए किसी को भी अपवित्र नहीं रहना चाहिए। अपवित्रता किसी भी रूप में हो सकती है। शरीर के रूप में मन और आत्मा के रूप में। अगर शरीर के रूप में है तो रोग आ जाते हैं। अगर मानसिक है तो मानसिक रोग आ जाते हैं।
5. तामसिक भोजन
अगर परिवार में तामसिक भोजन का सेवन किया जाता है तो इसका प्रभाव बहुत ही प्रतिकूल पड़ता है। कहावत भी है जैसा खाए अन्न वैसा होए मन। तामसिक भोजन से तामसिक विचार बनते हैं। काम क्रोध लोभ मोह ईर्ष्या द्वेष आदि विकार घेर लेते हैं। और जहां पर यह अवगुण होते हैं। वह परिवार संकट में ही होता है।
6. कलंक
कहावत है दुनिया में सबसे काला कौन होता है। तो इसका उत्तर है कलंक काजल से भी काला होता है। परिवार में प्रत्येक व्यक्ति कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे परिवार पर कलंक लगे। कलंक लगे परिवार की मान प्रतिष्ठा खत्म हो जाती है। इसलिए सदा सदाचारी बन कर रहे दूसरों की सहायता करें। दूसरों की खुशी में ही अपनी खुशी को समझें।
गृहस्थी पर संकट ले आती है ये 6 बातें
Reviewed by Tarun Baveja
on
March 07, 2020
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