जीवन के 2 मिनट। रहो रोगों से फ्री। बस 2 मिनट पदाभ्यंग

बड़े कहे है कि अपने पैरों पर खड़े होकर दिखलाओ यह जमाना तुम्हारा है यह वाला गाना आप सभी ने जरूर सुना होगा और आज हम बात कर रहे हैं पैरों की सिर्फ पैर पर तेल या घी लगाना 2 मिनट का। 
यह काम आप इतने सारे चमत्कारी फायदे दे सकता है कि आप सुनकर दंग रह जाएंगे। जी हां आज हम बात करेंगे चरक ऋषि द्वारा कहे गए पैर में घी लगाने के चमत्कार की और इस बारे में मॉडर्न साइंस क्या कहता है।

 पैरों में घी लगाने का सही समय कब है और कौन सी बीमारियां हैं जिसमें घी या तेल पैरों में नहीं लगाना चाहिए। इन सभी टॉपिक के ऊपर आज हम बात करेंगे
आज हम बात कर रहे हैं पैरों में तेल या घी लगाने के चमत्कारी फायदों की यह इतनी फायदेमंद टेक्निक है की इसके बारे में ऐसा कहा गया है । कि जो व्यक्ति पैरों में तेल या घी लगाता है उसके पास बीमारियां कभी नहीं आती वैसे ही जैसे कि चील या बाज  के रहने पर सांप आसपास नहीं दिखाई देते तो क्या इतना चमत्कारी फायदा मिल सकता है।

 पैरों में तेल लगाने के चरक ऋषि ने अपनी चरक संहिता के सूत्र स्थान में अध्याय पाचवा उसमें 90 से 92 श्लोक में पैरों में घी लगाना कितना ज्यादा विशेष और आपके लिए महत्वपूर्ण है।  वह सभी बताया है वह अपने पहले श्लोक में कहते हैं आयुर्वेद में पैरों में तेल लगाने को पादा व्यंग का जाता है हिंदी वाला पाद नही , हम यहां बात कर रहे हैं आयुर्वेदिक पाद की , पाद शब्द का अर्थ संस्कृत में होता है पैर, अब भाषा बदलते ही शब्दों के अर्थ बदल जाते हैं । जैसे कि उर्दू का फूल और इंग्लिश के फूल में बहुत बड़ा अंतर है या फिर हिंदी या उर्दू का सफर और इंग्लिश के सफर में कई गुना अंतर है। वैसे ही संस्कृत के और आयुर्वेद की जो पाद शब्द हैं, उसमें बहुत बड़ा अंतर है संस्कृत शब्द पाद का अर्थ होता है पैर, अभ्यंग का अर्थ होता है पैरों में तेल लगाना।

तो चलिए जानते है पादा व्यंग के क्या-क्या फायदे हैं ।  चरक ऋषि अपनी संहिता के सूत्र स्थान में पांचवें अध्याय के  90 से 92 श्लोक में पूरे के पूरे चमत्कारी फायदे बताए हैं पैरों में तेल मालिश के , तो चलिए जानते हैं वह कहते हैं खुरदरा पन , जो भी पैरों के अंदर खुर्दा पर आ जाता है! पैरों में जकड़न आ जाना , उस बीमारी में पैरों के अंदर रूखापन आ जाता है खासकर की जो ठंडी के समय में होता है कि पैरों के अंदर रूखापन ज्यादा आ जाता है अर्थात जो भी पैरों में थकान होती है, वह चाहे रनिंग करने के कारण हो, काम करने के कारण हो ज्यादातर खड़े रहने के कारण होने वाली बीमारियां, जैसे कि ट्रैफिक हवलदार या फिर कंडक्टर या फिर जो लोग खड़े खड़े सेंडिंग जॉब करते हैं उन सभी को जो पैरों के रोग होते हैं उनमें अर्थात तेल लगाने से यह सभी के सभी शमन हो जाते हैं,कंट्रोल में हो जाते है।

 अगर आप पैर में तेल या घी लगाते हैं  अर्थात पैरों में अगर आप तेल या घी लगाते हैं यह जो सभी प्रॉब्लम पहले कही गई पैरों के अंदर रुखा पन, या फिर थकान होना, या फिर खुरदुरा पन आना, वह सब का सब ठीक हो जाता है तीसरी लाइन में वह कहते हैं जो पैर है वो नए हो जाते है ।आपके पैर पावरफुल बन जाते हैं और पैर स्टेबल हो जाते हैं लंबे समय तक आप अपने पैरों के काम कर सकते हैं रनिंग, भागदौड़, स्टैंडिंग, चलना, दौड़ना, कूदना  यह सभी जो काम है उसके लिए आपके पैर सटेबल और मजबूत बन जाते हैं।

  इसका विशेष फायदा आंखों में है साइंस देखिए आप मालिश की जा रही है पैरों में ,उसका इफेक्ट मिलता है आंखों में ,आंखों की जो कोई भी समस्या या बीमारी है वह चाहे छोटे बच्चों को बड़ों को हो या फिर बूढ़े को हो , किसी भी तरह की आंखों के रोग में पैरों में तेल या घी लगाना या पैर का तलवा होता है नीचे का,  उसमें मालिश करना ,आंखों के लिए सर्वश्रेष्ठ ओर बेस्ट टॉनिक का काम करती है  साथ ही साथ जो भी शरीर में हवा बढ़ी हुई है, आयुर्वेद कहता है  जितने भी दर्द है वह हवा के कारण है,  जो शरीर में बड़ी हुई है पैरों में हवा बड़ी हुई है, पैरों में पिंडलियों में जो काफ मसल्स होती है वहां पर बहुत दर्द होता है एडी फटती है ऐसी सभी बीमारियों में पैरों में तेल या घी की मालिश सबसे अच्छी और सस्ती दवा है।

इतने सारे फायदे बताने के बाद चरक ऋषि कहते हैं अब कुछ बीमारियां हैं जो आपको कभी नहीं होगी अगर आपने पैरों में रोज तेल या घी लगाया तो वह कौन-कौन सी बीमारियां है सबसे पहली बीमारी कहते हैं कद्रसी, अर्थात सीआरटीका, एक जो बीमारी होती है साइटिका उसमें क्या होता है कि कमर के पीछे से दर्द चालू होकर धीरे-धीरे नीचे की तरफ दर्द जाने लग जाता है, यह एक क्या दोनों पैरों में हो सकता है और इस बीमारी में लोगों की हालत खराब हो जाती है ,ठीक से चल नहीं पाते पैरों में हमेशा दर्द रहता है ऐसा दर्द होता है जिसमें की करंट के जैसा दर्द आता है, चला जाता है, जो कडरसी या सियाटीका  जो बीमारी है पैरों के तलवो पे तेल या घी  लगाते हैं वह बीमारी आपको कभी नहीं होगी।

पैरो के अंदर जो cracks पड़  जाते हैं खासकर के ठंडी में,  एड़ियो के अंदर जो कि cut आ जाते हैं एड़ियो जिसे फटना कहते हैं उसके कारण बहुत दर्द होता है ऐसी हालत होती है की चल भी नही सकते । इस बीमारी से कभी परेशान होने की जरूरत नहीं अगर आप रोज अपने पैरों में तेल या घी की मालिश करते हैं तो , और लास्ट लाइन में कहते हैं पैरों की जितनी भी नसें है । जो भी स्नायु है, वह सभी कभी सिकुछडे गी नहीं , पैरों के अंदर जो आगे चलकर गैंग्रीन होता है या फिर पैर  सूख जाते हैं पैरों में ताकत नहीं रहती, उम्र बढ़ने के कारण जो पैरों के अंदर कपकपी आती है, कमजोरी आती है, ऐसे सभी के सभी रोगों से बचे रहेंगे पैरों के अंदर अभ्यंग  करने से या पैरों के अंदर तेल मालिश करने से , तो रोज पैरों में तेल घी  लगाना इतना ज्यादा फायदेमंद है

इसी बात को मॉडर्न साइंस भी कहता है आंखों के ऐसे रोग की आंखें सूख जाती है उस बीमारी में डायबिटिक न्यूरोपैथी, डायबीटिक रेटिनोपैथी, डियाबिटिक में  आंखें कमजोर होती है या फिर पैरो के अंदर बहुत ज्यादा जलन होती है ।  पैरों में बहुत गर्मी लगती है, उन सभी बीमारियों में पैरों में तेल मालिश करना फायदेमंद है ।
आधुनिक साइंस ऐसा कहता है कि कि पैरों में तेल लगाने से इम्युनिटी पावर बढ़ती है पैरो की मसल्स की स्ट्रेंथ या मस्क्युलर पावर बढ़ती है ।जो लोग भी रनिंग या ऐसे कुछ काम करना चाहते है या स्पोर्ट्स में है उन्हें पैरो में तेल घी लगाना बहुत अच्छा है ।रिसर्च बताती है कि ब्रेन की degenrative बीमारियां हैं दिमाग का छोटा होना ,दिमाग सुखने लग जाना ,स्ट्रेस, चिंता ,पार्किंसन, बेचैनी, जितनी भी आप बीमा की बीमारियों के नाम ले ले उन सभी बीमारियों में खास करके 40 के बाद जो दिमाग के रोग होते हैं ,,उसमें पैरों में तेल की लगाना बहुत अच्छा है ।अगर आपका बच्चा शांत नहीं बैठना मस्ती करते रहता है उन सभी बीमारियों में भी पैरों में घी लगाना बहुत फायदेमंद है ।

इतने सारे फायदे हैं पैरों में तेल या घी लगाने के, तो वो कब करना  चाहिए जो सवाल उठता है, सबसे बेस्ट है पैरों में तेल लगाने के , एक तो है सुबह स्नान के समय,जब स्नान से पहले अभ्यंग किया जाता है ,पूरे शरीर में मालिश की जाती है तो तीन जगह को विशेष तेल मालिश करने के लिए कहा ही है ,शीरा, श्रवण, पादेषु,अर्थात सिर पे, कान में और नीचे का पैर का तलवा है, वहां पर तेल मालिश रोज स्नान से पहले  करनी ही है ऐसा आयुर्वेद का निर्देश है, ओर दूसरा जो time है वह है रात को सोते समय , रात को सोते समय थोड़ा सा तेल या घी लेकर अगर आप पैर पर मालिश करते है तो यह सबसे बेस्ट तरीका है अच्छी नींद लाने का, ऐसे लोग जिनको  रात में नींद नहीं आती करवटें बदलते रहे सारी रात हम गाना गाते रहते हैं ,उन सभी के लिए रात में पैर में , बहुत फायदेमंद है खासकर के पैरों में दवा लगाके  जो कान साफ होता है जो होता है उसके बर्तन से  के तलवे को घसना, एक बहुत ही अछीऔर स्वास्थ्य वर्धक टेक्निक है  यह एक तरीका आपको कई बीमारियों से बचाने में  कारगर साबित होगा । तो क्या use करे तेल या घी, अगर आप हवा की बीमारी वाद के रोगों से परेशान  हो या कफ के रोगों से परेशान हो तो तिल का तेल या सरसों का तेल बेस्ट है । पर अगर आप गर्मी से, पित्त से, जलन से परेशान हो तो उन सभी में पैरों में घी लगाना आपके लिए सर्वश्रेष्ठ है ।

अब आयुर्वेद के फायदों के साथ नुकसान भी कहे है  और यह भी कहा है कि कब-कब नहीं लगाना , कुछ ही कंडीशन है जिसमें आप अगर पैरों में तेल घी न  लगाएं तो ज्यादा अच्छा है जैसे कि फीवर हो तब ऐसा  नहीं करना चाहिए जब आप जब आपको अग्निमण्द हो , आपका फ़ूड ठीक से diajust न होता है , जो खाया हो वह हजम नहीं हुआ है तो भी पैरों में तेल लगाना चाहिए। हाथीपाँव जिसे की पैलेरिया कहते है  उसमें या आम वात में जिनका खाना हजम नहीं होता है ओर जोड़ो में दर्द होता है। ऐसी कुछ 2 - 4 बीमारिया है जिसमे तेल घी नही लगाना चाहिए।
बाकी सभी व्याधियों में सभी लोगों को हर उम्र के 1 साल का बच्चा 100 साल का बूढ़ा को उन सभी को रोज अपने पैरों में तेल या घी की मालिश 2 मिनट जरूर करनी चाहिए ।
एक छोटी सी आदत आपके सिर से लेकर पैर तक की कई बीमारियों से आप को बचाकर रखेगी ।
तो है ना आयुर्वेद कमाल का छोटी-छोटी बातों में , उसने कई सारे बड़े-बड़े फायदे बताकर रखें
अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो दूसरों के साथ शेयर जरूर कीजिए हो सकता है वह भी अपने पैरों पर खड़े होकर दिखला दे।
धन्यवाद
जीवन के 2 मिनट। रहो रोगों से फ्री। बस 2 मिनट पदाभ्यंग जीवन के 2 मिनट। रहो रोगों से फ्री। बस 2 मिनट पदाभ्यंग Reviewed by Tarun Baveja on February 21, 2020 Rating: 5

1 comment:

  1. Can you tell about facial wrinkles and any way to tighten the skin

    ReplyDelete

Powered by Blogger.