दोस्तों
डायबिटीस एक बहुत ही गंभीर बीमारी है और करोड़ों लोग इस आज इस बीमारी से पीड़ित है। भारत में डायबिटीस के मरीज पूरी दुनिया के मुकाबले सबसे जादा है और यह बीमारी बहुत तेजी से तेजी से बढ़ती ही जा रही है। ज्यादातर लोगों को यह लगता है कि शुगर की बीमारी ज्यादा चीनी या जादा मीठा खाने से होती है। परंतु ऐसा नहीं है हमारे शरीर में शुगर यानी कि गुलोकोस ही एक मात्र ऐसा पदार्थ होता है जो हमारे के सेल्स यानी कि कोशिका में तेजी से प्रवेश करके हमें ताकत ओर एनर्जी प्रदान करता है। परंतु इस शुगर को एनर्जी में बदलने के लिए हमारे शरीर में इंसुलिन का होना जरुरी है। जब भी हम खाना खाते हैं तो हमारा पेट उस खाने में से गुलकोस को अलग कर के खून में पहुंचाता है और फिर यह गुलकोस इंसुलिन की मदद से खून से होकर हमारे शरीर की कोशिकाओं में पहुंचता है। हमारे पेट के नीचे पैंक्रियास यानी कि अग्नाशय होता है। जो हमारे शरीर इंसुलिन पैदा करने का मुख्य स्रोत होता है और अगर यह पैंक्रियास ठीक तरह से काम नहीं करता तो शरीर मैं इंसुलिन बनना कम हो जाता है। जिसके कारण खून में मौजूद शुगर कोशिका में नहीं जा पाती और खून में ही रह जाती है और फिर यह शुगर धीरे-धीरे जमा होकर बढ़ती ही जाती है। जिससे हमारा शुगर लेवल high हो जाता है और फिर हमें डायबिटीस की बीमारी हो जाती है।
कुछ स्थितियो मैं पैंक्रियास बिल्कुल ही काम करना बंद कर देता है। इस वजह से शरीर में इंसुलिन बनना पूरी तरह से ही रुक जाता है। ऐसी स्थिति डायबिटीस टाइप 1 को जन्म देती है। जो लोग हेल्थी भोजन करते हैं और अच्छे जीवन शैली जीने के साथ-साथ शारीरिक एक्सरसाइज भी करते हैं। उनका पेन्क्रेअस यानी कि अग्नाशय हमेशा स्वस्थ बना रहता है और वह लोग चाहे जितना भी मीठा खा ले उन्हें डायबिटीस की बीमारी नहीं होती। बॉडी में मौजूद शुगर जब एनर्जी मैं convert नहीं होती है तो हमारा शरीर धीरे-धीरे कमज़ोर हो लगता है जल्दी थकान हो जाती है और कभी-कभी वजन भी घटने लगता है।
इसके इलावा जामुन के अंदर भी एंटी ऑक्सीजन प्रॉपर्टीस पाई जाती हैं और साथ इसमें अधिक मात्रा में फाइबर होता है जो डायबिटीस में चमत्कारी तरीके से फायदेमंद साबित होता है दोस्तों यह नुस्खा पुराने समय से शुगर की बीमारी के लिए लोगों के द्वारा इस्तेमाल किया जाता आ रहा है। डायबिटीस की बीमारी को खत्म करने के लिए यह सबसे असरदार नुस्खा है डायबिटीस की बीमारी शरीर में शुगर यानी मीठा बनने से होती है और किसी भी चीज को खत्म करने के लिए इसके विपरीत यानी की उल्टी चीज का इस्तमाल किया जाता है। इसी प्रकार मीठे का विपरीत कड़वा होता है इसलिए शुगर को कम करने के लिए कड़वी चीजों का इस्तमाल बहुत ज्यादा तेजी से असर दिखाता है। जिसके लिए करेला, नीम, मेथी दाना, एलोवेरा यह सारी चीजें सबसे प्रमुख मानी जाती हैं।
डायबिटीस एक बहुत ही गंभीर बीमारी है और करोड़ों लोग इस आज इस बीमारी से पीड़ित है। भारत में डायबिटीस के मरीज पूरी दुनिया के मुकाबले सबसे जादा है और यह बीमारी बहुत तेजी से तेजी से बढ़ती ही जा रही है। ज्यादातर लोगों को यह लगता है कि शुगर की बीमारी ज्यादा चीनी या जादा मीठा खाने से होती है। परंतु ऐसा नहीं है हमारे शरीर में शुगर यानी कि गुलोकोस ही एक मात्र ऐसा पदार्थ होता है जो हमारे के सेल्स यानी कि कोशिका में तेजी से प्रवेश करके हमें ताकत ओर एनर्जी प्रदान करता है। परंतु इस शुगर को एनर्जी में बदलने के लिए हमारे शरीर में इंसुलिन का होना जरुरी है। जब भी हम खाना खाते हैं तो हमारा पेट उस खाने में से गुलकोस को अलग कर के खून में पहुंचाता है और फिर यह गुलकोस इंसुलिन की मदद से खून से होकर हमारे शरीर की कोशिकाओं में पहुंचता है। हमारे पेट के नीचे पैंक्रियास यानी कि अग्नाशय होता है। जो हमारे शरीर इंसुलिन पैदा करने का मुख्य स्रोत होता है और अगर यह पैंक्रियास ठीक तरह से काम नहीं करता तो शरीर मैं इंसुलिन बनना कम हो जाता है। जिसके कारण खून में मौजूद शुगर कोशिका में नहीं जा पाती और खून में ही रह जाती है और फिर यह शुगर धीरे-धीरे जमा होकर बढ़ती ही जाती है। जिससे हमारा शुगर लेवल high हो जाता है और फिर हमें डायबिटीस की बीमारी हो जाती है।
वजन कम होना
कुछ स्थितियो मैं पैंक्रियास बिल्कुल ही काम करना बंद कर देता है। इस वजह से शरीर में इंसुलिन बनना पूरी तरह से ही रुक जाता है। ऐसी स्थिति डायबिटीस टाइप 1 को जन्म देती है। जो लोग हेल्थी भोजन करते हैं और अच्छे जीवन शैली जीने के साथ-साथ शारीरिक एक्सरसाइज भी करते हैं। उनका पेन्क्रेअस यानी कि अग्नाशय हमेशा स्वस्थ बना रहता है और वह लोग चाहे जितना भी मीठा खा ले उन्हें डायबिटीस की बीमारी नहीं होती। बॉडी में मौजूद शुगर जब एनर्जी मैं convert नहीं होती है तो हमारा शरीर धीरे-धीरे कमज़ोर हो लगता है जल्दी थकान हो जाती है और कभी-कभी वजन भी घटने लगता है।
शुगर से होने वाली परेशानी
इसके अलावा शुगर में ज्यादा प्यास लगती है। मुह और आंखें सूखने लगती है और आंखों में सूख पन के कारण धीरे-धीरे नजरे भी खराब होने लगती है। इसके अलावा बार-बार पेशाब जाना पड़ता है और शरीर में शुगर के कारण पेशाब में भी शुगर अधिक निकलती है। जिससे कई बार इचिंग और जलन की प्रॉब्लम भी होने लगती है। डायबिटीस होने पर हमारे शरीर का मेटाबोलिज्म और इम्युन सिस्टम यानी की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बहुत कमजोर पड़ जाती है। जिससे अक्सर घबराहट होने लगती है और शरीर में कुछ और बीमारियां बुखार yaa फिर किसी तरह की चोट लग जाती है तो उसे ठीक होने में बहुत समय लग जाता है।खतरनाक ओर जानलेवा
दोस्तों शुगर कि बीमारी बहुत ही गंभीर और खतरनाक बीमारी है। इसलिए इसको कभी भी नजर अंदाज नहीं करना चाहिए क्यूंकि यह धीरे-धीरे बढ़ती जाती है और अपने साथ दूसरी कई तरह की बीमारियां लेकर आती है। जैसी कि ब्लड प्रेशर, ब्रेनस्टॉर्क, किडनी का खराब होना, आंखों में अंधा पैन, हार्ट प्रॉब्लम आदि। यह सब बीमारिया अपने आप मे बहुत बडी ओर जानलेवा दोनों है। इसलिए जब भी डायबिटीस हो जाए या उसके लक्षण भी दिखाए दे। तो उसको बहुत गंभीरता से लेना चाहिए और इसके इलाज़ में बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतना चाहिए। ज्यादातर लोग डायबिटीस में केवल दवाइयां ओर इंसुलिन पर निर्भर हो जाते हैं। मगर केवल दवाई खाने से इस बीमारी के कॉम्प्लिकेशन से नही बचा जा सकता। इसलिए खान पान में सावधानी बरतने के साथ साथ कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक नुस्खों का भी इस्तेमाल करना चाइये। क्युकी यह ही नुस्खे होते है जो सीधे बीमारी की जड़ पर असर करते है और साथ ही इनसे बहुत तेजी से परिणाम प्राप्त होते है।गुड़हल के पत्ते
दोस्तो डायबिटीस के लिए जो सबसे पहला घरेलू नुस्खा है वह गुड़हल के पत्ते यानी कि हिबिस्कस का पेड़। यह आपको किसी भी गार्डन या नर्सरी में आसानी से मिल जाएगा इसके अंदर लाल कलर का फूल उगता है तो यह पेड़ दिखने में बहुत साधारण होता है और जितना साधारण यह दिखता है। उसे कई गुना अद्भुत इसके फायदे हैं। इसलिए इसका इस्तेमाल कई तरह की दवाइयों और कॉस्मेटिक में किया जाता है और इस नुस्खे को बनाने के लिए गुडहल के 8:10 पत्तो को अच्छी तरह पीसकर इसकी एक चटनी बना ले। फिर एक गिलास पानी में 3 से 4 चटनी को अच्छी तरह मिलाकर रात भर के लिए रख दे और सुबह उठकर खाली पेट इस ड्रिंक का सेवन करे। गुड़हल के पत्तो मे फेरुलिक एसिड पाया जाता है जो डायबिटीस की बीमारी में बहुत ज्यादा कारगर होता है। अगर आप इसका 15 दिन इस्तेमाल करते है तो आप देखेगे शुरुआत के दस दिन में ही शुगर लेवल बहुत ज्यादा इम्प्रूव हो जायेगा ओर 15 दिनो में पूरी तरह कंट्रोल हो जायेगा।सहजन के पत्ते
इसके इलावा एक ओर बहुत असरदार नुस्खा है सहजन के पेड़ के पत्ते। दोस्तो यह भी बहुत आसानी से मिल जाने वाला पेड है। इस पैड मे एक तरह की फली लगती है जिसको सूरजनी की फली भी कहा जाता है। इसे बनाने के लिए एक गिलास पानी के साथ एक कटोरी ताजी सहजन की पत्ती भी डाले ओर इसे मिक्सर में चलाकर इसका एक जूस तैयार कर ले। फिर इस जूस का रोजाना सुबह शाम खाना खाने के आधे घंटे पहले करे और साथ ही इस ड्रिंक को लेने के लिए घंटे तक किसी भी दवाई का सेवन करें। मतलब जिस टाइम आप अपनी दूसरी दवाइया लेते हैं उससे कम से कम 1 घंटे पहले या 1 घंटे बाद ही इसका सेवन करना है। दोस्तों सहजन की पत्तो में अस्कोबारिक एसिड पाया जाता हैं जो हमारे शरीर मे इन्सुलिन की मात्रा को प्राकर्तिक रूप से तेजी से बढ़ाता है। जिससे हमारा ब्लड शुगर लेवल कम होता है और जो लोग रोजाना इन्सुलिन के लिए टीके या दवाइया ले रहे है उनके लिए यह प्राकर्तिक इन्सुलिन की तरह है। इसमें फायबर की मात्रा अधिक होती है जिससे यह हमारा मेटाबॉलिज्म ओर इम्यून सिस्टम मजबूत करता है और शरीर में कमजोरी को कम करके ताकत प्रदान करता है स्क्रीन का नियमित सेवन करने से टाइप 2 को जड़ से खत्म किया जा सकता है।बेय लीव्स के पत्ते, जामुन, मेथी दाने , बेलपत्र का पाउडर
इसके इलावा एक और नुस्खा है इसे बनाने के लिए आपको जरूरत होगी । तेज पत्ता यानी की बेय लीव्स के पत्ते। भारत में ज्यादातर शिव भगवान को बेल के पते चढ़ाये जाते हैं। इसलिए आपको यह किसी भी शिव मंदिर के बाहर आसानी से मिल जाएंगे। इसके अलावा हमें जरुरत होगी जामुन की। जामुन हमारे शरीर में शुगर की मात्रा को कम करते हैं। जामुन ओर जामुन के बीज दोनो ही पुराने समय से डायबिटीस के लिए इस्तमाल में लाए जाने वाली सबसे असरदार और औषधि है। इसलिए जब जामुन का सीजन आये तब रोजाना जामुन का सेवन जरूर करें और उसके बाद इसके बीज बचा ले ताकि उसका इस्तेमाल पूरा साल भर किया जा सके। इसके अलावा हमे जरूरत होगी मेथी दाने की। दोस्तो मेथी दाने का इस्तमाल डायबिटीज के मरीजों को जादा से जादा करना चाहिए। इस नुस्खे को बनाने के लिए बेल के पत्तो और ओर जामुन के बीजों को धूप में रखकर अच्छी तरह सूखा ले और पूरी तरह सुख जाने के बाद इन्हें मिक्सर में चलाकर दोनो का पाउडर बना ले। इसके बाद 100 ग्राम जामुन के बीज में 150 ग्राम बेलपत्र का पाउडर मिलाये फिर इसमें 50 ग्राम सूखे हुए तेजपत्ते का पाउडर मिलाये फिर 50 ग्राम मेथी दाने का पाउडर मिलाये फिर इसी तरह एक चूर्ण तैयार हो जायेगा। इस चूर्ण का रोजाना नास्ता करने से 1 घंटे पहले गुनगुने पानी से इस्तमाल करना है। दोस्तों बेलपत्र के अंदर एंटीबायोटिक प्रॉपर्टी होती है जो कि शरीर को शुगर की मात्रा को कम करती है ।इसके इलावा जामुन के अंदर भी एंटी ऑक्सीजन प्रॉपर्टीस पाई जाती हैं और साथ इसमें अधिक मात्रा में फाइबर होता है जो डायबिटीस में चमत्कारी तरीके से फायदेमंद साबित होता है दोस्तों यह नुस्खा पुराने समय से शुगर की बीमारी के लिए लोगों के द्वारा इस्तेमाल किया जाता आ रहा है। डायबिटीस की बीमारी को खत्म करने के लिए यह सबसे असरदार नुस्खा है डायबिटीस की बीमारी शरीर में शुगर यानी मीठा बनने से होती है और किसी भी चीज को खत्म करने के लिए इसके विपरीत यानी की उल्टी चीज का इस्तमाल किया जाता है। इसी प्रकार मीठे का विपरीत कड़वा होता है इसलिए शुगर को कम करने के लिए कड़वी चीजों का इस्तमाल बहुत ज्यादा तेजी से असर दिखाता है। जिसके लिए करेला, नीम, मेथी दाना, एलोवेरा यह सारी चीजें सबसे प्रमुख मानी जाती हैं।
करेले का इस्तमाल
दोस्तों करेला एक ऐसा पेड़ होता है जिसकी जड़ से लेकर फल तक सारी चीजों का इस्तमाल अन्य तरह की दवाइयों में होता है। करेले में इतने गुण पाए जाते की रिसर्चर्स लोगो ने इसे प्लाण्ट इन्सुलिन का नाम दिया। करेले के अंदर विटामिन ए बी 1 बी 2 और सी पाया जाता है और इसमे पाए जाने वाले पोषक तत्व हमारे शरीर में ब्लड शुगर ओर यूरिन शुगर दोनो को बहुत तेजी से कम करते हैं जिसे ब्लड प्रेशर और हाइपर टेंशसन की समस्या में भी लाभ मिलता है इसलिए करेले का जूस रोजाना एक टाइम जरूर पीना चाहिए ।चूर्ण तैयार करने का तरीका
इसके अलावा अगर आप करेले का जूस नही पी सकते तो इसके बीजो को सूखा कर पाउडर बना कर भी ले सकते है। यह भी बहुत असरदार होता है या फिर इन सारी चीजों को मिलाकर एक पाउडर तैयार कर सकते है जो कि डायबिटीस को बहुत तेजी से खत्म करने में हमारी मदद करेगा। इसके लिए आपको जरूरत होगी मेथी दाने का पाउडर, करेले के बीज का पाउडर, नीम के पत्तो का पाउडर और आंवले का पाउडर। दो चम्मच आवले के पाउडर में एक चम्मच करेले के बीज के पत्तो का पाउडर में एक चम्मच मेथी दाने का पाउडर मिलाए। इसके बाद आधा चम्मच नीम का पाउडर मिलाकर इसका चूर्ण तैयार कर ले। आप चाहे इसे अनुपात में अधिक मात्रा में भी बना कर रख सकते है। इस चूर्ण का इस्तेमाल दिन में एक बार या सुबह खाली पेट कर सकते है। इस चूर्ण को चाहे पानी मे मिलाकर पिया जा सकता है या चूर्ण खाकर ऊपर से भी पानी पिया जा सकता है। हलाकि आज उस स्वाद में थोड़ा कड़वा होता है। परंतु इसके फायदे बहुत ही अद्भुत है जीभ पर से कड़वा पन हटाने के लिए इसे लेने की तुरंत बाद जुबान पर थोड़ा सा नमक या निम्बू रख ले। ऐसे करने से मुह के अंदर कड़वे पन का एहसास तुरंत चला जाता है और मुह का स्वाद ठीक हो जाता है। दोस्तों अगर आप इस नुस्खे का इस्तमाल रोजाना करते हैं तो आप देखेगे की समय के साथ आपको डायबिटीस की दवाइया लेने ही बंद हो जाएगी । इसके बाद शुगर लेवल हमेशा कंट्रोल ही रहेगा।करेले का इस्तेमाल
इसके अलावा एक और ही बहुत कारगर नुस्खा है जिसमें आपको किसी भी चीज को खाने की जरुरत नहीं होगी। इसके लिए एक से दो किलो करेले का जूस बनाकर एक लीटर गुन गुणे पानी मे मिलाये। फिर एक साथ पानी में डालकर और फिर इसमें दोनों पैर पानी में डालकर 20 से 30 मिनट डुबोकर रखें । इसकी मात्रा इसकी होनी चाहिए कि हमारे दोनों पैर लगभग डूब जाए और फिर दोनों पैरों को डूबा कर उसी तरह चलाते रहे। जिस तरह की पैर धोने पर चलाया जाता है। ऐसा लगभग 30 मिनट किया जाए तो करेले का कड़वापन हमारे पैरों स्किन पोर्ट से होकर हमारे शरीर में पहुंच जाता है और थोड़ी देर बाद इसका कड़वापन हमें हमारे मुंह के अंदर भी महसूस होने लगता है। ऐसा करने से बड़े हुए ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल में तुरंत राहत मिलती है। इसलिए इस नुस्खे का इस्तेमाल हफ्ते में दो से तीन बार जरूर करना चाहिए।चीनी का इस्तेमाल न करे
इसके अलावा भोजन में जायद से ज्यादा है फायबर यानी कि ज्यादा रेसेदार फल सब्जी ओर अनाज का इस्तेमाल करें और साथ ही कम से कम मीठा खाये और मीठे में शकर यानी कि चीनी तो बिल्कुल ही छोड़ दे। क्योंकि चीनी के अंदर बहुत तरह के केमिकल होते हैं और साथ ही इसमें कोई गुण नहीं होता। इसलिए चीनी और चीनी के इस्तेमाल से बनाई गई चीजों का सेवन बिल्कुल ना करें। अगर मीठा खाने का मन करे तो प्राकर्तिक मिठास वाले फलों का ही सेवन करे जैसे कि आम पपीता केला अनार पाइनएप्पल किवी सन्तरा आदि ।पॉजिटिव थिंकिंग का होना
दोस्तों किसी भी बीमारी को खत्म करने के लिए अगर आप घरेलू नुस्खों का इस्तमाल करते हैं। तो बहुत आवश्यक है कि उसके साथ एक सकारात्मक सोच यानी की पॉजिटिव थिंकिंग जुडी रहे। कहने का मतलब यह है कि रोजाना मुश्किल नुस्खों का इस्तमाल करना और खाने-पीने में परहेज करते समय हमारे मन में बुरी भावना नही होनी चाहिए। क्योंकि इस तरह की फेल्लिंग से हम किसी भी बीमारी का इलाज अछे मन से नही कर पाते है। और उल्टा स्ट्रेस लेकर बीच में ही छोड़ देते है। जिससे वह बीमारी 1 लेवल ओर बढ़ जाती है।डाइबिटीज़ की बीमारी को खत्म करने में एक्सरसाइज जरूर करे।
डायबिटीस की बीमारी में दिमागी संतुलन बना रहना बहुत आवश्यक होता है क्योंकि कई बार स्ट्रेस लेने से ही हमारा शुगर लेवल बढ़ जाता है। इसलिए कोशिश करें की अपनी ज़िंदगी में कम से कम चीजों का स्ट्रेस ले और हमेशा दिमाग में पॉजिटिव थिंकिंग रखकर अपने आपको ज्यादा तार खुश रखने की कोशिश करें और साथ ही रोजाना अपनी जिंदगी में एक टाइम थोड़ा एक्सरसाइज जरुर करे। ज्यादा नहीं केवल सुबह शाम आधा घंटा वॉक पर जाए । फिजिकल एक्सरसाइज़ बीमारी को खत्म करने में एक महत्वपूर्ण योगदान देती है।
Diabetes, Sugar को जड़ से खत्म कर देंगे ये 7 घरेलू नुस्खे
Reviewed by Tarun Baveja
on
April 08, 2019
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