अधिक सोचने की आदत से छुटकारा पाने के 10 आसान उपाय

 

अधिक सोचने की आदत से छुटकारा पाने के 10 आसान उपाय


नमस्कार दोस्तों 
आज का हमारा विषय है how to stop ओवरथिंकिंग। देखिए हमारे बड़े बुजुर्ग हमेशा हमें कहते थे कि कोई भी काम करने से पहले अच्छी तरह हम सोच लो। तो यह थॉट प्रोसेस या थिंकिंग प्रोसेस। यह तो हमारे लिए वरदान है। तो आज हम ज्यादा सोचने को बुरा क्यों कहते हैं। अगर यह सोचना किसी प्रॉब्लम के बारे में हैं तो ये हमारे लिए अच्छा नहीं है लेकिन अगर यह कोई सुझाव निकालने के बारे में हैं या हमारे अस्तित्व को बनाए रखने के बारे में है निश्चित ही हमारे लिए फायदेमंद है।
अधिक सोचने की आदत से छुटकारा पाने के 10 आसान उपाय

आज का यह ओवरथिंकिंग कुछ ज्यादा ही बढ़ गयी है। सुबह से लेकर रात तक हम बहुत कुछ सोचते हैं। अगर इन विचारों को आप देखे तो विचार बहुत फास्ट चलते हैं। यह 1 दिन में साठ से सत्तर हज़ार तक हो सकते है। विचारों को तो बंद नहीं कर सकते लेकिन हम इन्हें सही दिशा में लेके जा सकते हैं। हम इन्हें जर्नलाइज कर सकते हैं। यह विचार अगर हमारे लिए अच्छे हैं तो फिर हर परिस्थिति में हम स्थिर रहकर उस परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। जीवन में सफलता पा सकते हैं। तो इन विचारों को कैसे नियंत्ररीत करें। हम आपको 10 प्रैक्टिकल टिप्स बता रहे हैं। पूरी जानकारी के लिए यह टॉपिक आप जरूर पूरा पढ़ें।

1. मन को समझाने का तरीका 

नंबर 1. इस मन को समझाने का तरीका क्या है? यह मन दिनभर आपसे सवाल पूछता है कि मेरे साथ ही ऐसा क्यों हुआ। उन्होंने मेरे साथ ऐसा क्यों किया। इस प्रकार जैसे हम एक छोटे बच्चे को समझाते हैं। वैसे ही इस मन को बड़े प्यार से समझाना है। जैसे किसी का मूड ठीक नहीं होगा या फिर उनकी भी कोई मजबूरी होगी तो उसको भी बड़े प्यार से समझाना है। लेकिन अगर कभी यह मन बहुत ही बेलगाम होने लगे तो जैसे हम किसी बच्चा अगर कोई मस्ती कर रहा है। उसे देखने के बाद भी वो शांत हो जाता है वैसे ही इस मन को भी देखना है। तो ये मन भी उसके विचारों को शांत कर सकता है।कभी-कभी एक दोस्त की तरह भी मन को समझाना है। जैसे हम किसी और को समझाते हैं कि छोड़ो ना कोई बात नहीं आगे बढ़ते हैं। तो इस तरह से भी खुद को भी समझाना है। समझाने का तरीका हम अपनायेगे। तो मन शांत होने लगेगा। 

2. मन की खुराक अर्थात मन को क्या चाहिए 

नंबर 2. इस मन को खुराक क्या दें । यानी source of इनफार्मेशन। सुबह उठने के तुरंत बाद और रात को सोने से पहले कभी भी टीवी, मोबाइल, सोशल मीडिया, इसका इस्तेमाल ना करें। न्यूज़पेपर हो सके तो इस समय पर ना पढ़े। कुछ अच्छा सुने कुछ अच्छा पढ़े। चाहे वह गाने हो या भजन हो या कोई अच्छे विचार हो उसको जरूर पढ़ें व सुने। आयुर्वेद में बताया है सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठे कम से कम सूर्य उदय होने के पहले तो हमें उठना है। यह जो समय है सत्वगुण प्रधान हैं। इस समय अगर हम उठते हैं तो मन को शांत करने में भी मदद मिलती है। 

3. हमेशा वर्तमान में जियो

नंबर 3. हमेशा वर्तमान में जीये। ज्यादातर हम भूतकाल भविष्य काल की बातों में ही उलझे रहते हैं। तो हमें वर्तमान में जीना सीखना चाहिए। कहते हैं ना पास्ट इज हिस्ट्री, फ्यूचर इज मिस्ट्री, प्रेजेंट इज द गिफ्ट, तो वर्तमान में हमें जीना है। तो यह थॉट्स है वह कम हो जाएंगे। हम शांत रहकर हर परिस्थिति का सामना कर पाएंगे। हमारा मन भी शांत रहेगा नींद अच्छी आएगी। हमारी मेमोरी भी अच्छी रहेगी।

4. माफ करो और भूल जाओ 

नंबर 4. जो हम कहते हैं नंबर 4 फॉरगिव एंड फॉरगेट। जब भी कोई बड़ी बात हो जाती है तो कह दें कि यह बात मैं जिंदगी भर नहीं बोलूंगा। मै उसे कभी माफ नहीं करूंगी। देखिए हम घर का कचरा तो रोज साफ करते हैं। जो मन का कचरा है इसको जमा करके रखते हैं। इस मन के कचरो को भी हमे साफ करना पड़ेगा। जो काम, क्रोध लोभ, मोह, मद जो भी विकार हैं। यह मन का मैल ही तो है। तो चलिए आज से इस मन के मैल को भी साफ करते हैं ।

5. समाधान निकालने की कोशिश करें

नंबर 5. अवॉइड gossip. हमें बचपन से ही बताया गया है कि दूसरों को बताने से मन का बोझ कम हो जाता है। अक्सर हमें देखेंगे की प्रॉब्लम अगर बार-बार डिस्कस करेंगे या बार-बार किसी को बताते हैं तो प्रॉब्लम बढ़ती ही रहती है। बात तो बहुत छोटी सी रहती है लेकिन बहुत बड़ा चढ़ाकर बताया जाता है। फिर इसलिए यह बात जो है बढ़ने की संभावना ज्यादा रहती है तो हमेशा प्रॉब्लम पर नहीं सलूशन पर बात करनी है अगर किसी को बताना है या किसी से पूछना है तो हमें सिर्फ सल्यूशन के बारे में ही पूछना है।

6. अपने कर्मों के प्रति दृढ़ रहे और नकारात्मक ना सोचे 

नंबर 6. हाउ टू टेकल extra work. अगर ज्यादा काम करने की वजह से मन ज्यादा सोचता है या मन में तनाव पैदा होता है तो इसको हैंडल कैसे करें काफी बार मन ये सोचता रहता है कि हर काम मुझे ही क्यों बताया जाता है या फिर मेरे साथ ऐसा क्यों होता है। अगर आप सही हैं। अपनी बात रख सकते हैं। काम के लिए मना कर सकते हैं या फिर किसी की मदद ले सकते है लेकिन हा आपको ये काम करना ही है। तो अपना समय और अपनी शक्ति सोचने में व्यर्थ न करे। इस से अच्छा है कि हम काम पर ही ध्यान दें। तो यह काम भी जल्दी पूरा होगा।

7. ध्यान, मेडिटेशन और अपने लिए समय जरूर निकालें 

नंबर 7. प्राणायाम, ओंकार, ध्यान, योगासन, मेडिटेशन इन सभी को जीवन में अपने धारण कीजिए। इससे मन शांत रहने में स्थिर बनाए रखने में सरल चित्र बनने में सब चीजें बहुत अच्छे से मदद करेंगे। 

8. किसी के बारे में बुरा ना सोचें 

नंबर 8. कभी किसी के बारे में हमें बुरा नहीं सोचना है।आपको गांधी जी को तीन बंदर के बारे में तो पता ही होगा जो कहते थे कि बुरा मत देखो। बुरा मत सुनो। बुरा मत बोलो। इसके साथ इसके साथ हमें और ऐड करनी वह है बुरा मत सोचो। अगर बुरा सोचेंगे ही नहीं तो सुनने सुनाने का सवाल ही नहीं आएगा।

9. परिवार की चिंता ना करें बल्कि परिवार की देखभाल करें 

नंबर 9. परिवार की चिंता नहीं उनकी देखभाल कीजिए। काफी बार हमें परिवार के जो व्यक्ति हैं जो सदस्य हैं या फिर खासकर छोटे बच्चे हैं। उनके बारे में बहुत चिंता लगी रहती है। उनका कैसे होगा, क्या होगा यह चिंता करने की जरूरत नहीं है। हा उनकी देखभाल जरूर कीजिए। उनका ध्यान रखिए और खुद के साथ-साथ पूरे परिवार का मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए उनको सकरात्मक भावना पहुंचाने में उनकी मदद कीजिये।

10. सभी के लिए प्यार और अपनेपन की भावना रखें

 नंबर 10. मेक your वर्ल्ड ब्यूटीफुल। सब के प्रति प्यार की अपनेपन की भावना रखें। हमेशा दूसरों की विशेषता को देखिए और इन विशेषताओं को खुद में भी धारन करने का प्रयास कीजिए और जीवन को सरल बनाइए। 

निष्कर्ष 

तो आज से ही इस 10 प्रैक्टिकल टिप्स को धारण कीजिए और अपने जीवन को सरल बनाइए। सोचने की आदत को जीवन में सफलता पाने के लिए कीजिए।अगर आपको यह टॉपिक अच्छा लगा तो शेयर जरूर कीजिए।

धन्यवाद।



अधिक सोचने की आदत से छुटकारा पाने के 10 आसान उपाय अधिक सोचने की आदत से छुटकारा पाने के 10 आसान उपाय Reviewed by Tarun Baveja on August 11, 2021 Rating: 5

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