मुँह की दुर्गन्ध दूर करने का अचूक घरेलू उपचार
एक लौंग मुंह में रखकर नित्य भोजन के बाद चूसने से मुँह से बदबू आनी बन्द हो जाती है व दुर्गन्धमय साँस दूर होती है। विशेष-शरीर की दुर्गन्ध कफ, लार और मुँह-दुर्गन्ध को दूर करने के लिए इसका उपयोग गुणकारी है। इसके अतिरिक्त श्वास-कास में लवंग मुख में रखने से कफ आराम से निकलता है तथा कफ की दुर्गन्ध दूर होती है। दंत पीड़ा दूर होती है और दांत मजबूत होते हैं। अम्ल पित्त (Acidity) दूर होती है। पाचन शक्ति बढ़ती है। गठिये की पीड़ा दूर होती है तथा मुँह में वात के छाले मिटते हैं। पान में ज्यादा चूना खाने से जीभ फट गई हो तो वह एक लौंग चूसने से ठीक हो जाती है।
विकल्प
यदि पाचन विकार के कारण मुख से दुर्गन्ध आती हो तो भोजन के पश्चात् दोनों समय आधा चम्मच सौंफ चबाने से दूर होती है। यह मुख रोग और सूखी खाँसी में भी लाभदायक है। इससे बैठी हुई आवाज खुल जाती है और गले की खुश्की और आवाज की कर्कशता ठीक होती है।
सहायक उपचार
एक गिलास पानी में एक नींबू का रस मिलाकर प्रात: कुल्ले करने से मुँह की दुर्गन्ध दूर होती है। ऐसा सप्ताह-दो सप्ताह करें। १७. मुख का बिगड़ा स्वाद नींबू को काटकर उसकी एक फाँक में दो चुटकी काला नमक (अथवा सेंधा नमक) एवं काली मिर्च पीसी हुई भर लें। फिर धीमी-धीमी आंच या तवे पर रखकर गर्म कर लें। इसके चूसने से मुख की कड़वाहट दूर होकर मुँह का बिगड़ा स्वाद ठीक होता है, पेट की गड़बड़ी व बदहजमी की शिकायत मिटती और भूख खुलकर लगती हैं।
विकल्प
(१) मुख का स्वाद खराब होने पर मुख शुद्धि के लिए और कीटाणु रहित करने के लिए एक लौंग को मुख में रखकर चूसना चाहिए। चाय पीने के बाद मुँह का बिगड़ा स्वाद इससे सही हो जाता है।
(२) केवल दो काली मिर्च मुँह में रखकर चबाने से मुँह का स्वाद ठीक हो जाता है और जी नहीं मिचलाता है । उच्चारण स्पष्ट और हकलाहट की शिकायत कम हो जाती है।

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