दांतों की बीमारियों में रामबाण उपचार
सैंधा नमक मैदे की तरह बारीक पीस कर कपड़-छान कर लें। ध्यान रहे, रड़के नहीं। ऐसा नमक दो ग्राम हथेली पर रखकर उससे चार गुना सरसों का तेल डाल दें। फिर हथेली को टेढ़ी कर तेल की बूंदों से उंगली से मसूड़ों की हल्के-हल्के भली प्रकार मालिश रोजाना प्रात: करे। खून निकले तो निकलने दीजिए। कुछ देर नमकीन तेल की मसूडों पर मालिश करते रहने के पश्चात् तेल-भीगा बचा नमक दातों-दाढों पर लेप की तरह उंगली से लगा कर थोड़ा रगड़कर फौरन सादे या गुनगुने पानी से कुल्ले कर लें।
उपरोक्त विधि से कुछ दिन लगातार दांत साफ करते रहने से दांतों का ठंडा गर्म और खट्टा लगना समाप्त हो जाता है। हिलते दांत सुदृढ़ हो जाते हैं। काली । पपडी नहीं जमती। दांत साफ और मजबूत होते हैं। दांतों के कीड़े नष्ट हो जाते हैं। दांत का दर्द और मसूड़ों की सूजन और टीस मिट जाती है तथा फूले मसूड़ों से खून निकलना बन्द हो जाता है। निरन्तर ऐसा करने से पायरिया नष्ट हो जाता है और दांतों के समस्त रोगों से बचाव हो जाता है। विशेष-कहा भी है
नमक महीन लीजिए, अरु सरसों का तेल,
नित्य मले रीसन मिटे, छूट जाय सब मैल ।
इस मंजन का नित्य प्रात: करने से न पायरिया होता है, न दांत हिलते हैं और न मसूड़े फूलते हैं। इस प्रयोग के साथ-साथ चाहें तो आप सोने से पहले नर्म टूथब्रश और किसी अच्छे पेस्ट से भी दांत साफ कर सकते हैं। ध्यान रहे, टूथब्रश को मसूडों से दांतों की तरफ लाते हुए टूथब्रश करें।
विकल्प
(१) एक कप पानी में आधा चम्मच सेंधा नमक मिलाकर नित्य सोने से पहले कुल्ला करने से दांतों के हर प्रकार के रोगों से बचाव होता है।
(२) रात को नमक के पानी से गरारे करने तथा सुबह नीम की दातुन नियमित करते रहने से दांतों का कोई रोग नहीं होता।
(३) सरसों के तेल में सेंधा नमक के स्थान पर बारीक हल्दी का चूर्ण मिलाकर दांतों पर नित्य सोने से पहले मलने से पायरिया तथा दांतों की कई तकलीफें जैसे—दांत व मसूड़े दर्द करना, उनसे खून आना, दांतों में ठंडा पानी लगना आदि में कुछ ही सप्ताह के प्रयोग से आश्चर्यजनक लाभ मालूम होने लगता है।
सहायक उपचार
(१) मल मूत्र त्यागते समय सदैव ऊपर नीचे के दांतों को भींच कर रखने से दांत जीवन भर नहीं हिलते ।
(२) अधिक गर्म और ठंडे पदार्थों के सेवन से बचें। गर्म खाना खाने के ऊपर फ्रिज का ठंडा या बर्फ का पानी न पीएँ।
(३) आधा गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़ कर दिन में दो बार एक सप्ताह तक पीएँ।
(४) दन्तशूल-अगर दांतों में अचानक दर्द उठे तो अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े (छिलका उतारकर) पीड़ित दांतों के बीच दबाने एवं रस चूसने से कई तरह के दांतों के दर्द मिटते हैं।

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