नींद ना आने की समस्या को जड़ से खत्म करें

नींद ना आने के कई कारण हो सकते हैं। कुछ लोग हैं, जो अच्छे से सोते हैं, पर वो नहीं जानते; कि वो अच्छे से सोते हैं। कुछ लोग अच्छे से नहीं सो पाते, क्योंकि उनका शरीर शायद कुछ ही देर आराम चाहता है, पर वो सोचते हैं; कि शरीर और ज्यादा आराम चाहता है। तो वो खुद ही परेशान हो जाते हैं।
 मैं ऐसे कई लोगों से मिला हूं; जो बिल्कुल ठीक है। लेकिन उन्हें लगता है, कि वो पर्याप्त नहीं सो रहे हैं। क्योंकि डॉक्टर के कहे अनुसार; वो 8 घंटे नहीं सो रहे हैं। वो केवल 4 घंटे सो रहे हैं और सेहतमंद है। तो ठीक है.. अगर आप सेहतमंद है। नींद की कमी महसूस नहीं करते और दिन मैं तीन-चार घंटे ही सोते हैं, तो ये बिल्कुल ठीक है। ऐसी स्थिति में होना अच्छा है, और कुछ लोग अपनी मानसिक स्थिति की वजह से नहीं सो पाते। 

कुछ लोग ऐसे भी हैं; जो अपनी कोशिकाओं और वंश की बनी स्थिति के कारण नहीं सो पाते। अगर आप वैसे हैं; सिर्फ, तभी उसे ठीक करना मुश्किल है। जो कि अब नहीं। ठीक है.. आप अपने वंश की वजह से उस स्थिति में नहीं है। अगर ऐसा होता, तो आपके शरीर की कोशिकाएं ही किसी ना किसी कारण से आपको सोने नहीं देती, और ऐसा होने के बहुत से कारण है। तो अगर, आप सो नहीं पा रहे, तो मुझे लगता है। दिन में 10 घंटे आप बाहर काम करेंगे। फिर, आपको नींद आ जाएगी ,गहरी नींद। 

अगर, वो काम नहीं करता तो आसान तरीका है। शून्य मेरिटेशन में दीक्षित हो जाए। शांभवी से ऐसा होना चाहिए। ज्यादातर लोगों के लिए शांभवी ऐसा कर देती है। अगर, शांभवी आपके लिए काम ना करें और आप शून्य ध्यान में दीक्षित हो जाए, तो आप देखेंगे; कि उससे नींद की समस्या ठीक हो जाएगी। अगर, नींद की कोई समस्या है, तो। अगर, आप बिना नींद के खुश है तो बहुत अच्छा है। हां.. क्योंकि नींद मृत्यु है। हर दिन लोग मरते हैं। 6 घंटे, 8 घंटे या 4 घंटे आपका क्या चुनेंगे। कम मृत्यु या ज्यादा मृत्यु, हर दिन। कम मृत्यु अच्छी है। है ना.. सिर्फ, जब इससे सेहत की समस्या हो रही हो। आप परेशान हो, तब। 

अगर, काम करते समय आप की स्थिति ऐसी हो। जैसे, आपकी मशीन में चिकनाई की कमी है। नींद सिस्टम के लिए लुब्रिकेशन का काम करती है। जरूरत से कम नींद से आपके अन्दर हर चीज में टकराव पैदा हो जाता है। तो अगर, ऐसी टकराव की स्थिति पैदा हो रही है। तो कुछ चीजें की जा सकती हैं, एक चीज है, चंद्र कुंड। जो कि यही है, उसमें रोज 15-20 मिनट बताइए और आप देखेंगे; कि आपका शरीर ठंडा हो  हो जाएगा। इसमें भरपूर चिकनाई आ जाएगी और शरीर और मन का अपने अन्दर टकराव पैदा करने का स्वभाव चला जाएगा। जब वो चला जाता है, तो आप कितना सोते हैं; ये कोई मुद्दा नहीं रह जाता। बिल्कुल नहीं। 

हर इंसान को एक बराबर नींद लेना जरूरी नहीं है। ये बहुत ही गलत विचार है। अलग-अलग लोगों को अलग-अलग स्तर की नींद की जरूरत होती है, और योग का एक पहलू या एक उद्देश्य ये है; कि नींद को कम कैसे किया जाए। क्योंकि सोते समय आप जीवन नहीं जी पाते हैं। है ना.. लोग कहते हैं। हम नींद का आनंद लेते हैं। कोई भी नींद का आनंद नहीं ले सकता। आप उस आराम का आनंद लेते हैं, जो आपको नींद से मिलता है। नींद का आनंद लेने का कोई तरीका नहीं है। क्योंकि नींद में आप और दुनिया दोनों का अस्तित्व मिट जाता है। अगर, आप वाकई सो रहे है, तो। तो.. सुबह सुबह 5:30 बजे, आप सोने का बहाना करते हैं, उसमें खुशी हो सकती है, उसमें सुख हो सकता है, मैं समझता हूं। 

जब घंटी बज रही हो, तब आप सोने का बहाना करते हैं, उसमें सुख है, मैं इनकार नहीं कर सकता। मगर, जब आप वाकई सो रहे हो। तब आपको पता नहीं होता, कि वो क्या है। आप वहां मौजूद ही नहीं होते, तो आप नींद का आनंद नहीं ले सकते। लेकिन, नींद के नतीजे का हम आनंद लेते हैं। नींद से हमें जो मिलता है।  आराम के रूप में, तनाव-मुक्ति के रूप में, सिस्टम के सुधार के रूप में। हम उस का आनंद लेते हैं। तो अगर, आप में ये सुधार बहुत अच्छे से हो रहा है, तो हो सकता है; कि जितनी नींद की आपको जरूरत है, उसमें भारी कमी आ जाए। ये एक पहलू है। 

कुछ दिन पहले कोई मुझसे पायनियल ग्लैंड के बारे में पूछ रहा था। अगर, पायनियल का रिसाव बढ़ जाए। आमतौर पर, भारत में इसे अमृत जीवन या अमृत कहा जाता है। अगर, अमृत बहने लगे तो एक चीज ये होगी; कि नींद कम हो जाएगी। क्योंकि नींद मृत्यु है। अगर, किसी दिन रिसाव बहुत ज्यादा हो, तो आप बिल्कुल नहीं सो पाएंगे। ये आम बात है। तो जिस भी वजह से आप सो रहे हैं या नहीं सो रहे या पर्याप्त नहीं सो रहे हैं। अगर, ये एक मुद्दा है, तो सुबह देखिए; कि कैसा महसूस हो रहा है। अगर, अच्छा महसूस हो रहा है और आप पूरा दिन सक्रिय हैं, तो नींद के बारे में भूल जाइए। 

अगर, आप बिना नींद के अच्छे से रह सकते हैं, तो परेशानी क्या है। ऐसा, फिलहाल नहीं होगा। लेकिन,अगर ऐसा होता है तो परेशानी क्या है, मैं पूछ रहा हूं। जब, आप जीवन को संभालना नहीं जानते। सिर्फ, तभी आप दिन में 12 घंटे सोना चाहते हैं। है ना.. ये जीवन से भागना हुआ। अगर, आप बिना किसी कारण के ज्यादा सोना चाहते हैं, तो ये एक तरह से आत्महत्या है। आपको आराम की जरूरत है और आप सोते हैं, तो ये ठीक है। शरीर आराम चाहता है, तो..या तो गार्डन डिपार्टमेंट या फिर शून्य ध्यान इनमें से एक चीज से आपको समाधान मिल जाएगा।
नींद ना आने की समस्या को जड़ से खत्म करें नींद ना आने की समस्या को जड़ से खत्म करें Reviewed by Tarun Baveja on July 13, 2020 Rating: 5

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