मित्रों नीम भारत का प्रमुख वृक्ष है। यह अनेक रोगों में लाभकारी है। उसकी छाल पत्ती तना जड़ सभी कुछ प्रयोग करने लायक है। नीचे नीम की 20 मूल्यवान लाभों के बारे में बताया गया है।
1. नीम बात पित्त कफ तीनों दोषों को दूर करता है।
2. नीम वृक्ष के पत्ते, फल, फूल, जड़ और छाल सभी के सभी लाभदायक है। ऐसा बहुत कम वृक्षों में देखा गया है
3. इसकी कोप्ले गर्मी, कोड़ और कफ को खत्म करने वाली होती है। इसके पत्ते पेट के कीड़े, जहर, अरुचि और अपच नाशक होता है।
4. इसके पत्तों को अगर अनाज में रख दिया जाए तो उसमें कीड़े नहीं लगेंगे।
5. नीम के वृक्ष के फल बवासीर में, कोड़ और पेट के कीड़े को खत्म करने वाले होते हैं। इसके पके फल निंबोली खून, पित्त, कफ, आंखों के रोग और दमा को खत्म करने वाला होता है।
6. इस पेड़ के फूल कफ और पेट के कीड़ों को खत्म करने वाले हैं।
7. इस पेड़ केफल निबोली की गिरी चर्म रोगों में विशेष रूप से आरोग्यता देती है।
8. नीम का तेल चर्म रोग, पेट के कीड़े, दांत, मस्तक और छाती के दर्द को मिटाने वाला होता है।
9. नीम कड़वा होता है। खून को साफ करने वाला होता है। जो व्यक्ति लगाता नीम का सेवन करते हैं उनको चर्म रोग नहीं होते हैं।
10. खून की खराबी से होने वाले सभी रोगों में नीम अद्भुत तरीके से काम करता है।
11. नीम ज्वरनाशक भी है जो लोग नीम का सेवन प्रतिदिन करते हैं उन्हें ज्वर नहीं होता।और आयुर्वेद में कहा भी गया है कि चैत्र मास को अगर पूरा महीने नीम का सेवन किया जाए तो पूरे वर्ष बुखार नहीं होता।
12. नीम टॉक्सिंस को बाहर निकालने में शरीर की मदद करता है।
13. नीम शरीर में किसी भी प्रकार के सुन्नपन को खत्म करता है।अगर शरीर के किसी अंग में सुन्नपन आ गया हो तो नीम के तेल की 3 से 4 सप्ताह तक मालिश से सुन्नपन खत्म हो जाता है।
14. अफीम खाने की लत से छुटकारा दिलाता है नीम। नीम के पत्तों का रस एक-एक चम्मच सुबह-शाम पीने से आफीम खाने की आदत छूट जाती है।
15. आग से जलने पर नीम का तेल लगाने से आराम मिलता है। और जली हुई त्वचा जल्दी ठीक हो जाती है।
16. दाद खाज खुजली में लाभकारी होता है नीम। नीम के पत्तों का रस निकालकर पीना या नीम के पत्तों को पानी में उबालकर उस पानी से नहाने से चर्म रोगों से राहत मिलती है।
17. नीम के पत्तों के रस में मिश्री मिलाकर सुबह-शाम पीने से शरीर की गर्मी शांत होती है।
18. घमौरियों में नीम के रस में थोड़ा-सा नमक मिलाकर दिन में तीन चार बार पीते रहने से तो मोरिया खत्म हो जाती है। खुश्की भी खत्म हो जाती है।
19. नीम के पत्तों का रस 10 ग्राम और सरसों का तेल का रस 10 ग्राम इनको इतना गर्म किया जाए कि तेल 10 ग्राम रह जाए। फिर इनको गांव पर लगाया जाए। घाव बहुत जल्दी बढ़ जाता है।
20. सोरायसिस में 40 दिनों तक निरंतर नीम कवाथ पीने से और नीम का तेल लगाने से सोरायसिस जड़ खत्म हो जाता है।
नीम के फायदे। कई बीमारियों में रामबाण।
Reviewed by Tarun Baveja
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February 27, 2020
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February 27, 2020
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Thank you
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