giloy ke fayde / गिलोय के अनगिनत फायदे
गिलोय के सेवन से लाखों लोगों ने नहीं जिंदगी पाई है यह वास्तव में एक बहुत दिव्य औषधि है
giloy ke fayde हम इस विषय पर चर्चा करें उससे पहले इस औषधि के संबंध में जो कथा है वह आपको बताना चाहेंगे कुछ प्राचीन पुस्तकों में ग्रंथों में उल्लेख मिलता है हुआ था उस समय ऐसा कहा जाता है कि राक्षस और दोनों ने मिलकर कर समुद्र मंथन किया था परंतु जो अमृत का कलश है वह देवों के हाथ लग गया था और जब अमृत देवों को मिला तो राक्षसों ने चालाकी से उस कलश को लेकर के चलते बने और ऐसा कहा जाता है कि जब कलश को लेकर राक्षस भागा था तो जहां जहां उस अमृत की बूंदें गिरी वहां वहां अमृता यानी गिलोय पैदा हो गई निश्चित रूप से इसको ऐसा इसलिए कहा गया क्योंकि यह एक अमृत है एक दिव्य औषधि है चाहे वह अमृत की बूंदों की वजह से पैदा हुई चाहे परमात्मा की कृपा से यह अमृत अमृत रूपी औषधि हमें इस धरा पर मिली है यह एक बहुत ही दिव्य औषधि है और इस की जो विशेषता है कि यदि आप गिलोय का एक टुकड़ा जमीन पर डाल दें तो यह औषधि सूखती नहीं है बल्कि इसके पत्र निकलने शुरू हो जाते हैं और पीछे की तरफ जड़ निकलने शुरू हो जाती ह कहने का भाव यह है कि यह समाप्त नहीं होती है यह मृत नहीं होती है यह अमृता है इससे भी आप समझ सकते हैं कि इसके अंदर कितने औषधीय गुण होंगे और कितनी जीवनी शक्ति होगी
गिलोय निरापद औषधि है यह औषधि अनंत गुणकारी औषधि है हमारा सामर्थ्य इतना नहीं है कि इस औषधि के अनंत गुणों को आप सबको बता सके जो हमने वर्षों से संत महात्माओं जड़ी बूटियों के जानकार लोगों और विविध अनुसंधान ओं के द्वारा जो हमने पाया है वह आपको बताएं
लेते समय हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि ना तो गिलोय मोतीले और ना ही अत्यधिक पतली लें क्योंकि ना तो बहुत मोटी गिलोय गुड़ युक्त होती है ना ही अत्यधिक पतली गिलोय गुण युक्त होती है
giloy ke fayde गिलोय को 3 तरीके से प्रयोग किया जाता है
एक तो गिलोय का सत तो निकाल कर
गिलोय का प्रयोग करते हैं
सुखा कर के छोटे-छोटे टुकड़े करके चूर्ण बना कर भी प्रयोग करते हैं
giloy ke fayde कैंसर में गिलोय का एक दिव्य प्रयोग
इसका जो एक दिव्य प्रयोग है वह हजारों रुपयों पर किया गया है और इसके द्वारा हजारों लोगों के प्राणों को बचाया गया है यह प्रयोग है कि गेहूं को अंकुरित करके व्हीटग्रास बनाकर के उस का जूस निकालकर के गिलोय के साथ लिया जाए तो यह कैंसर जैसे असाध्य रोग रोग में भी चमत्कारी रूप से काम करती है कैंसर रोगियों के लिए कैंसर जैसे असाध्य महामारी के लिए यह गिलोय एक बहुत ही दिव्य औषधि है
कैंसर रोगी गिलोय का गेहूं के ज्वारे का रस नियमित सेवन करें ज्वारे का रस साथ पत्तियां तुलसी व चार से पांच पतिया नीम की मिला दे इसका सेवन करने से एनीमिया के रोगियों जिले बार बार रक्त चढ़ाना पड़ता है उनको भी बहुत लाभ होता है
giloy ke fayde bukhar me बुखार का सामना नहीं करना पड़ता
आप 1 से 2 इंच की डंडी को नियमित रूप से चबा सकते हैं हालांकि यह थोड़ी कड़वी होती है परंतु बहुत ही गुणकारी है इसके प्रयोग से टॉक्सिंस बाहर निकल जाते हैं
जो लोग गिलोय का सेवन करते रहते हैं उन्हें कभी बुखार का सामना नहीं करना पड़ता
आप गिलोय को घर पर लगा सकते हैं गमले में लगा सकते हैं यह कहीं पर भी चढ़ जाती है आपके घर की छत पर चढ़ जाएगी और आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं इसलिए यह अमृता ही नहीं मित्र की तरह हमारा साथ देती है
मुख की शुद्धि
आप इसे सुबह पानी के साथ ले सकते हैं जिससे कि मुख की शुद्धि पेट की बीमारियों से मुक्ति और बहुत से रोगों से मुक्ति हो जाती है
giloy ke fayde dast me बैक्टीरिया, वायरस , इनफेक्शन ,पेचिश में लाभकारी
पोलूशन से होने वाली बीमारियां बैक्टीरिया या वायरस है इनफेक्शन है यह अन के लिए बहुत ही उत्तम औषधि है बहुत ही गुणकारी दवाई है जिन को दस्त लगते हो बार बार दस्त जाना पड़ता हो पेचिश और आंव की शिकायत हो तो इस लता को कूटकर के थोड़ा सा पानी मिलाकर पिए तो उससे मिलेगा दस्त बंद हो जाते हैं
हिचकी बंद करें
जिनको हिचकी आती हो इस रोग में इन को कूटकर के उस का काढ़ा बनाकर के थोड़ा-थोड़ा उसके साथ मिश्री मिलाकर के पिला दे तो हिचकी बंद हो जाती है
giloy ke fayde pilia me पीलिया में लाभकारी
जिन रोगियों को पीलिया की शिकायत है पुरानी पीलिया की शिकायत है यदि पीलिया रोग ठीक नहीं हो पा रहा तो पुनर्वा और गिलोय का ताजा डंठल कूटकर रस निकालने दिन तक पिलाने से पीलिया से मुक्ति मिल जाएगी और दोबारा पीलिया होने की संभावना से भी बचेंगे यकृत से संबंधित किसी भी विकार में यह प्रयोग बहुत लाभकारी है
giloy ke fayde kamjori me धातु क्षीणता कमजोरी में लाभकारी
जो प्रमेय के रोगी है धातु क्षीणता के रोगी है जिन्हें बहुत कमजोरी है तो इसमें शहद या मिश्री के साथ लोहे का रस का सेवन करें इस प्रयोग से आपके चेहरे पर झुर्रियों व झाइयां नहीं पड़ेगी ओर आपकी त्वचा की रंगत भी बढ़ेगी स्किन का कलर बदल जाएगा
बुढ़ापा को रोकने वाली
वास्तव में यह अमृत है यह दिव्य औषधि कि नहीं सचमुच अमृत है भगवान की तरफ से मनुष्य मात्र के लिए वरदान है यह बुढ़ापा को रोकने वाली है जवानी को बनाकर रखने वाली है और कौन चाहता है जिंदगी में बुढ़ापा आए और कौन चाहता है कि यह जवानी चली जाए हमारे हाथों से
स्किन प्रॉब्लम में लाभकारी
अमृता बहुत ही लाभकारी है स्किन प्रॉब्लम में। किसी भी तरह का खाज दाद खुजली एग्जिमा
लीवर की समस्याओं में लाभकारी
लीवर के अंदर ट्यूमर और फाइब्रोसिस है में भी यह लाभ करती है
त्रिदोष नाशक
गिलोय की एक और विशेषता है कि यह त्रिदोष नाशक है इसकी प्रकृति ठंडी है शीतल है वो इस का सेवन कर सकते हैं जिनकी प्रकृति गरम है वह भी इसका सेवन कर सकते हैं तो यह आयुर्वेद की दृष्टि से दोष नाशक वात नाशक पित्त नाशक कफ नाशक है
bukhar mein giloy ke fayde बुखार
जिनको पुराना बुखार कई बार ऐसे ऐसे रोगी होते हैं जो कहते हैं कि सालों से बुखार है डायग्नोज भी कराया बहुत सारी लाइफ में गए बहुत सारी चिकित्साक को दिखाया पर फिर भी पता नहीं चलता तो उनको यही सलाह दी जाती है कि आप भूल जाइए को क्या है बस आप इस अमृता का सेवन करते रहिए और कुछ दिनों के बाद ही रोगी बुखार से मुक्ति पा जाता है
टीबी के रोगी
टीबी के रोगी है जिन्हें इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और बार-बार बीमारी रिपीट हो रही है इनफेक्शन बढ़ा हुआ है तो गिलोय को लेने से भी इस बीमारी में लाभ होता हैgiloy ke fayde diabetes me डायबिटीज
अगर आप डायबिटीज के पेशेंट हैं तो उसमें भी यह बहुत अच्छे तरीके से काम करती है
प्रदर
जो माताएं बहनें प्रदर से पीड़ित हैं इसका सेवन जरूर करें
giloy ke fayde ka nishkarsh निष्कर्ष
अंत में आपसे यही आग्रह करना चाहेंगे कि आप गिलोय का सेवन जरूर कीजिए जय आपको रोगी होने ही नहीं देगी और अगर आपको कोई रोग है तो उस रोग से आप को मुक्त कर देगी
giloy ke fayde / गिलोय के अनगिनत फायदे
Reviewed by Tarun Baveja
on
December 07, 2018
Rating:

No comments: