हल्दी के फायदे, रसोई घर का ताज है हल्दी
नमस्कार दोस्तों।
हर हर हल्दी घर-घर हल्दी। हम सभी के घर में सभी मसालों में हल्दी तो जरूर होगी । जो रसोईघर में जितने भी मसाले रखी हैं उनमें अगर किसी को नंबर वन देना हो तो उसमें हल्दी का ही नाम आएगा। हल्दी हमारे देश में एक बहुत ही महत्वपूर्ण मसाला माना जाता है। यह केवल हमारे रसोईघर में ही नहीं हमारे धार्मिक, सामाजिक बहुत से मोको पर बहुत ही महत्वपूर्ण काम करती है।
जैसे कि आपने सुना ही होगा। अगर किसी की शादी की बात करनी हो तो हम कहते है इसके हाथ पीले कर दो या फिर हमारे देश में शादी में दूल्हा और दुल्हन को हल्दी लगाने की विशेष परंपरा है।
हल्दी के आयुर्वेदिक गुण
इसलिए आज हम इस टॉपिक में जानेंगे इस कमाल के हल्दी के क्या-क्या आयुर्वेदिक गुण हैं? आप रोज़ अपने भोजन में हल्दी का सेवन तो करते हैं और यह हल्दी आपके शरीर में कितनी सारी बीमारियां को खत्म करने का काम करता है। शायद यह आप नहीं जानते।
आज इस टॉपिक में आप जान जाएंगे क्यों हमारे हर घर में हल्दी का इतना प्रयोग किया जाता है। आयुर्वेद में किसी भी तरह की कंडीशन या बीमारी के लिए कुछ विशेष औषधियों का नाम दिया गया है। अर्थात समझिए किसी को त्वचा रोग हो गया है या फिर स्किन की बीमारी है। वैसे तो दुनिया में हजारों दवाइयां हैं पर उन में से बेस्ट दवाई कौन सी है क्या कुछ ऐसी भी दवाइयां हैं जो स्किन के लिए बहुत ही कमाल का काम करती हो।
टॉप 10 आयुर्वेदिक औषधियों में हल्दी का नाम है
तो इसलिए आयुर्वेद के जितने भी बड़े बड़े चकित्सक हुए महाऋषि शोषित, महाऋषि भागवाटत ,महाऋषि चरक इन सभी ने कुछ दस दस औषधियों के विशेष लिस्ट निकाल कर दी। उस लिस्ट को निकालने के बाद उन्होंने कहा कि यह लिस्ट हम इसलिए निकाल दी है क्योंकि आगे हो सकता है कि अल्प बुद्धि वाले या कम बुद्धि वाले वैद्य होंगे कि उन्हें समझ में नहीं आएगा कि किस बीमारी में क्या कौन सी दवा का ज्यादा प्रयोग करना चाहिए। इसलिए हम भी लिस्ट बना दे रहे हैं।उन्होंने सभी बीमारियों या बहुत सारी कंडीशन के लिए दुनिया की टॉप 10 दवाइयां हैं उनके नाम उन्होंने लिख कर रखें l ऐसे ही 5 या 6 कैटेगरी में हल्दी का विशेष वर्णन करते हैं अर्थात 5 ऐसी कंडीशन है जिसमें वर्ल्ड टॉप टेन दवाइयां उसमें हल्दी का समावेश जरूर होता है। हल्दी का उपयोग करने के लिए आयुर्वेद का उपयोग जरूर कहा गया।
किन किन बीमारियों में हल्दी से होगा फायदा
कौन-कौन सी बीमारियां हैं सबसे पहले वह कहते है। स्किन की जो बीमारियां होती हैं, त्वचा की जो जो बीमारिया होते हैं। त्वचा के जो जो रोग होते है उनमें अगर कोई वर्ड में 10 दवाइयां हैं जो त्वचा के रोगों को ठीक करने का काम करती हैं तो उनमें से हल्दी एक हैं।आगे कहते हैं किसी को पतला होना है। फैट घटाना है, चर्बी घटानी है तो उसमें बेस्ट दवाइयां उसमें एक हल्दी है। जिन लोगों को खुजली होती है किसी भी कारण से शरीर में इचिंग की समस्या है। शरीर में कहीं भी दाग, खाज, खुजली की समस्या है। उसमें यह बहुत अच्छी है यह विषगन है अर्थात जहर मिटाने वाली जितनी भी दवाइयां इस वर्ल्ड में उन टॉप टेन दवाइयों में हल्दी एक है।
पोलूशन और विष मिटाने में हल्दी के फायदे
आजकल के जमाने में जब हमारे वातावरण में पॉल्यूशन है। खानपान के अंदर यूरिया, डी ए पी इस तरह के बहुत सारे विष हम आपने शरीर में डाल रहे हैं। तो ऐसे में विष को हटाने विष को मिटाने का काम एक हल्दी करती है।साथ ही साथ कफ़ से जुड़ी हुई जितनी बीमारियां उसमें यह सर्वश्रेष्ठ है। इतनी सारी जगह में जो आयुर्वेद के सबसे बड़े चिकित्सा हुए उन्होंने इसका समावेश किया है।
पेट में कीड़े हो जाने पर हल्दी फायदेमंद है। इसके कुछ बहुत सुंदर-सुंदर नाम है। इसके फायदे हमें और ज्यादा पता चलते है। जैसे जो क्रीमी कीड़े हो जाते हैं शरीर मे, पेट में, उन कीड़ों को मारने का काम यह करती है।
सुंदरता के लिए हल्दी का प्रयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है। इसका एक और व नाम जोशीट प्रिया जोशीट प्रिया आर्थत स्त्रीया उनके लिए यह बहुत प्रिय दवा है। आज से 100 साल पहले जब महिलाएं सुंदर बनने के लिए केमिकल की लिपाई पुताई नहीं करती थी। तब उनके लिए सर्वश्रेष्ठ दवा थी। जो उनके सुंदरता को बढ़ाने का काम करता था साथ ही साथ उनकी सेहत को सुधारने का काम करता था वह हल्दी थी।
आइये जानते हैं इस के आयुर्वेदिक गुण
आयुर्वेद में हल्दी को रुक्ष ओर लघु कहा गया है। यह रूखी और ड्राई होती है और हल्की होती है नेचर में। इसका टेस्ट जो कहा गया है वह कड़वा और तीखा कहा गया है और यह नेचर में गर्म मानी गई है। आयुर्वेद में इसका नेचर गर्म या उष्ण माना गया है। अब जानते हो जो सातो धातुओ में इसका क्या काम है। जो हमारे शरीर में सात रस ,रक्त ,मास ,मजा, शुक्र मेध अस्थि । तो उसमें जो रस, रक्त और मैध धातु है। इन पर यह हल्दी बहुत अच्छा काम करती है। रस धातु जो हमारे शरीर में टॉनिक का काम करती है। उस बात पर यह बहुत अच्छा काम करते हैं।
महिलाओं को खून की कमी जो होती है। ज्यादातर जो मोटी महिलाएं हैं। रस धातु की बिगड़ने के कारण आदमी या तो बहुत पतला होता है या बहुत ज्यादा मोटा हो जाता है। ऐसा सुषित ऋषि कहते हैं। तो उस रस धातु को ये ठीक करने का काम करती है। इससे जो बैलेंस बिगड़ा हुआ है वह सुधर जाता है।
रक्त संबंधी विकारों में हल्दी के फायदे
रक्त पर यह बहुत अच्छा काम करती है। खून की खराबी है उसे साफ करना है तो हल्दी एक टॉप दवा है। यह मेध धातु खास करके डायबिटीज पेशंट है या मोटे लोगों की बीमारियां है। उसमें यह विशेष रूप में उपयोगी है। किसी भी कारण से आपका शरीर मोटा है, स्थूल है, बड़ा है, उसमे हल्दी लाभ करती हैं।
महिलाओं के गर्भाशय के लिए उत्तम औषधि
हमारे शरीर में जितने भी ओरगन है उसमें से यह महिलाओं के गर्भाशय पर बहुत ज्यादा काम करती है। महिलाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ दवाइयों में हल्दी एक है। यह गर्भाशय को शुद्ध करने का काम करती है अर्थात आज के जमाने में जो महिलाओं को यूट्रस से जुड़े हुए जो भी रोग होते हैं। जैसे की यूट्रेस जैसी समस्याएं उसमें यह बहुत अच्छा काम करती हैं।
महिलाओं के दूध के विकारों को दूर करने में उपयोगी है हल्दी
डिलीवरी के बाद जो महिलाएं बच्चों को स्तन पान कराती हैं। अगर दूध बन रहा है। उसके अंदर कोई ना कोई खराबी है। तो बच्चा बीमार रहता है ज्यादातर। ऐसे में वह महिलाएं हल्दी का सेवन करें तो दूध को शुद्ध करने का काम करते हैं । जैसे की मां और बच्चा दोनों की हेल्थ अच्छी रहती है।
आयुर्वेद में डिलीवरी के बाद हृदराखण्ड नाम की ओषधि का यूज किया जाता है कि जो कि हल्दी से ही बनती है। क्योंकि हल्दी गर्भाशय को शुद्ध करने का काम करती है और स्थान पर भी काम करती है। डिलीवरी के बाद जो कुछ भी समस्याएं होती है उसमें यह विशेष रूप से उपयोगी है।
पुरुषों में शुक्र में आए विकारों को दूर करने में सक्षम है हल्दी
पुरुषों में भी ऐसे लोग जिनके शुक्र के अंदर कोई ना कोई खराबी आ गई है। ऐसे लोग जिनको पेशाब के साथ शुक्र धातु गिरती है। उन लोगों के लिए भी हल्दी बहुत अच्छा उपयोगी काम करती है। यूरिन या पेशाब की बात कर ले। पेशाब से जुड़ी हुई सबसे मेन बीमारी है डायबटीज। आयुर्वेद में कहा जाता है उसके अंदर ये सर्वश्रेष्ठ दवा है।
शुगर में भी फायदेमंद है हल्दी
वाग्भट ऋषि के अनुसार दुनिया में जितने भी डायबिटीज के लिए कम के लिए जो भी ओषधिया है उस मैं हल्दी को सर्वश्रेष्ट नंबर देते है। इस लिए वो कहते है डायबटीज की कंडीशन में ऐसे लोग जिनको यूरिन के अंदर से बहुत ज्यादा शुगर जाती है। ऐसे लोग हल्दी, आंवला और शहद यह तीन चीजों को खाली पेट ले। ये उनके लिए दवाइयों में से एक है। आयुर्वेद में डायबटीज के लिए वसंगभस्म उपयोग की जाती है और इसको बनाने के लिए हल्दी का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है।
हल्दी वात पित्त कफ तीनों दोषों को दूर करती है
हल्दी वात पित्त कफ तीनों के तीनों दोषो में काम करती है। यह गर्म होने कारण कफ और वात का शमन करती हैं। इसका कड़वा रस होने के कारण यह शरीर में पित्त को निकालने का काम करती है। ऐसे में जिन लोगों को पीलिया हो जाता है या लिवर से जुड़ी बीमारियां हैं। लीवर की समस्या हो जाने से बहुत बार ऐसे हो जाता है कि भूख नहीं लगती। खाने में स्वाद नहीं आता या फिर पीलिया जॉन्डिस इस तरह की बीमारी होने लग जाती है।
लीवर के रोगों को दूर करने में फायदेमंद है हल्दी
यह लीवर को एक्टिवेट करने का काम करती है और हमारे शरीर से पित्त को निकालने का काम करती है। इसलिए यह पीलिया में यह बहुत अच्छी दवा है। कोई लोग ऐसे मानते हैं कि पीलिया में या कावरी में शरीर पीला हो जाता है तो हल्दी नहीं खाना चाहिए। यह एक अंधविश्वास है या भ्रम ही है।
पीलिया में आयुर्वेद में जितनी भी दवाइयां उसमें हल्दी का विशेष रूप से उपयोग करने में कहा गया है क्योंकि यह पित्त को शरीर से बाहर निकलने का काम करती है। तो ऐसे मे लीवर से जुड़े सभी रोगो मैं हल्दी विशेष रूप से उपयोगी है।
अब ये लीवर में इतना अच्छा काम करती है इसलिए हल्दी हमारे शरीर में उत्तम क्वालिटी का खून बनाने का काम भी हल्दी करती है क्योंकि आयुर्वेद में रक्त का जो प्रॉडक्शन कहा गया है। रक्त की जो उत्पत्ति है उसमें यकृत और प्लीहा अर्थात लीवर और स्प्लीन यह दो चीजों का बहुत मेन काम कहा गया है तो लीवर पर इतना अच्छा काम होने के कारण हल्दी हमारे शरीर में खून को साफ करने का काम करती है। खून बढ़ाती भी है अर्थात ब्लड का लेवल भी अच्छा करती है उसे क्लीन भी करती है।
ब्लीडिंग को रोकने का काम करती हल्दी
अगर आपके शरीर में कहीं से ब्लीडिंग हो रही है या खून निकल रहा है तो उसे भी रोकने का काम करती है। ऐसे लोग जिनके शरीर में कहीं ना कहीं से खून निकलता रहता है। उन लोगों के लिए हल्दी बहुत अच्छी है और आपने देखा भी होगा कहीं लोगों को हमारे देश में जब कहीं चोट लग जाती है या किसी चीज से हाथ पैर में कुछ कट पड़ जाता है किचन में या कुछ काम करते समय उस जगह पर हल्दी लगाने की परंपरा है। वो ऐसा इसलिए क्योंकि हल्दी बहुत जल्दी किसी भी तरह के घाव को ठीक करने का काम करती है। उस घाव को क्लीन भी करती है। साथ ही साथ जो वहां पर ब्लीडिंग हो रही है। खून निकल रहा है उस खून को रोकने का काम करती है।
इंफेक्शन होने से रोकती है हल्दी
इंफेक्शन ना हो उस घाव के अंदर सड़न या विष ना फैले उस विष को खत्म करने का भी काम हल्दी करती है और लीवर और ब्लड पर इतना अच्छा काम होने के कारण इसका बहुत अच्छा एक्शन स्क्रीन पर दिखाई देता है।
सुंदरता बढ़ाने और त्वचा संबंधी रोगों को ठीक करने में अचूक है हल्दी
हमारे देश में सुंदरता बढ़ानी हो या त्वचा के रोग ठीक करने हो। आजकल के जमाने में psoriasis, एग्जिमा इस तरह के जो चर्म रोग हैं वह बहुत तेजी से फैल रहे हैं और लोग चरम रोग को दबाने के लिए औषधियां खा खा कर परेशान हो जाते है। उनका चर्म रोग ठीक नहीं होता। आयुर्वेद में भी दुनिया में जितनी लंबी चलने वाली बीमारियां है उसमें चर्म रोग को सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बीमारी कहा गया है अर्थात सभी बीमारियों में स्किन डिसऑर्डर चर्म रोग ऐसे रोग होते हैं जो सबसे लंबे समय तक हमारे शरीर में पड़े हुए रहते हैं। तो उस चर्म रोग को ठीक करने के लिए या स्किन की बीमारी को ठीक करने के लिए वर्ड में जितनी भी दवाइया है उसमें जो टॉप टेन दवाइयों में किसी एक दवा का नाम आता है वह है हल्दी।
चर्म रोग दूर करने में बहुत ही लाभकारी है हल्दी
आयुर्वेद में हल्दी को कुछ अर्थात चर्म रोग खत्म करने वाली दवा कहा गया है। महाराष्ट्र में तो एक कहावत भी चलती है पी हल्दी और हो गोरी। अगर आपको सुंदर होना है या स्कीन से जुड़ी हुई जो भी बीमारियां उसे ठीक करना है तो आप अपने भोजन में या खानपान में हल्दी का प्रयोग जरूर कीजिए।
ठंड के मौसम में और अधिक लाभकारी है हल्दी
आजकल के जमाने में कुछ पढे लिखे गवार इसका मजाक उड़ा सकते हैं। हल्दी पर हुई सभी रिसर्च भी यही कहती है कि हल्दी स्किन का कॉन्प्लेक्स सुधरने वाली जितनी भी दवाइयां हैं उन सभी दवाइयों में एक टॉप क्लास की औषधि है। ठंडी के मौसम में ज्यादातर लोगो को खुजली या शीतपित्त जैसे बीमारियों में हल्दी चौथाई चम्मच अगर व्यक्ति सेवन करें तो स्किन के जितने भी रोग होते उसको ठीक करने में बहुत मदद करती है।
श्वास रोगों में लाभकारी है हल्दी
हल्दी श्वास के रोगों में भी बहुत अच्छा काम करती है।जिन भी लोगों को यह श्वास की समस्या है ऐसे लोगों को हल्दी और गुड साथ में मिलाकर खाना चाहिए। इस तरह हल्दी और गुड का प्रयोग करने से जिन भी लोगों को मौसम के बदलने के साथ स्वांस के रोग होने लगते हैं जैसे दमा अस्थमा या फिर जिन लोगों को बार-बार एलर्जी होने की समस्या होती है या स्वास की कोई न कोई समस्या शुरू हो जाती है। उनके लिए बहुत अच्छी दवा है।
पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर पीने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है
अभी बारिश का मौसम शुरू होने वाला है तो ऐसे में बहुत सारे फीवर या ज्वर से रिलेटेड बुखार की बहुत सारे बीमारियां शुरू हो जाएंगी। मलेरिया, टाइफाइड, चिकुनगुनिया इस तरह की समस्याएं शुरू हो जाएगी। ऐसे में आप हल्दी का प्रयोग अपने भोजन में जरूर रखें। पानी पीते समय एक चुटकी हल्दी डालकर जरूर पिएं।इस तरह हल्दी का सेवन करने से यह हल्दी हमारे शरीर में जो विकृत पित्त है उसे निकाल देती है और सभी धातुओं को क्लीन करने का काम करती है। जिससे कि फीवर या खराब पानी के कारण होने वाली जो भी रोग हैं उससे हमारा शरीर बचा रहता है। तो आप हल्दी का सेवन जरूर करे।
धन्यावाद।
हल्दी के फायदे, रसोई घर का ताज है हल्दी
Reviewed by Tarun Baveja
on
August 07, 2021
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