गुणों की खान है तुलसी। जानिए तुलसी के फायदे


                  "तुलसी पेय"

   पुराने समय में तुलसी का बड़ा महत्व था। जिस घर में तुलसी का पौंधा होता था। उस घर में रोग के कीटाणु पैदा ही नहीं होने पाते थे। पर आज शायद ही किसी घर में तुलसी का पेड़ हो। आयुर्वेद में तुलसी का बड़ा महत्व बतलाया गया है।


                "तुलसी के गुण"

१-तुलसी के पांच या सात पत्तों को लेकर पांच काली मिर्च डालकर पीस लें। एक गिलास पानी में मिलाकर प्रातः काल पिये। दिमाग की गर्मी को दूर कर ताकत देगी।

२--प्रातःकाल शौचादि से निवृत होने पर पांच पत्ते तुलसी के पानी के साथ निगल जाने से बल, तेज और स्मरण शक्ति को लाभ करती है।

३-तुलसी के हरे पत्तों को पीसकर मिर्गी के रोग वालों को नित्य सारे शरीर में मालिश करना चाहिए।

४—तुलसी के पत्तों को पीसकर थोड़ा नमक मिलाकर उसका रस नाक में डालने से मूछी और बेहोशी में लाभ होता है।

५-नित्य तुलसी के पत्तों के सेवन करने से मलेरिया नहीं होता।

६-भोजन के समय नित्य ५ पत्त तुलसी के प्रयोग करने से भोजन शीघ्र पचता है।

७-तुलसी के पौधे पर नित्य १ लोटा जल चढ़ाने से रोग के कीटाणु मर जाते हैं तथा परमात्मा से सम्बन्ध जुड़ता है।

 रहीम दास जी ने तुलसी की महिमा का बड़ा ही सुन्दर वर्णन किया है।

तुलसी बिरवा बाग में सींचे से कुम्हलाय ।
रहे भरोसे राम के तो पर्वत पर हरियाय।।

            "तुलसी की चाय"

   तुलसी के पत्ते १० ग्राम, पानी २५० ग्राम, गुड़ ५० ग्राम, तुलसी के पत्तों को ३०० ग्राम पानी में खौलायें, जब पानी २५० ग्राम रह जाए, तो उसे उतार कर दूध-गुड़ मिलाकर चाय की तरह पिये। अदरख, काली मिर्च भी डाल सकते हैं। यह चाय कफ, पित्त, वायु को हरन करती है तथा मलेरिया में रामबाण है।

   जिसे बराबर ज्वर रहता हो या बराबर ज्वर आता हो। हार्ट, ब्लडप्रेसर की शिकायत होने वालों को नीचे लिखे अनुसार तुलसी के पत्ते की चटनी बनाकर भोजन के साथ या प्रातःकाल लेना चाहिए।

   तुलसी के पत्ते ५० ग्राम, पालक २५ ग्राम, काली मिर्च ११ दाने, तुलसी की मंजरी १० ग्राम, मुनक्का या किसमिस २५ ग्राम सब को पीसकर प्रातःकाल भोजन के साथ ले।

गुणों की खान है तुलसी। जानिए तुलसी के फायदे गुणों की खान है तुलसी। जानिए तुलसी के फायदे Reviewed by Tarun Baveja on September 21, 2020 Rating: 5

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